हादसे के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने दोनों पायलटों को झाड़ियों से निकाला और उन्हें जमीन पर लिटा दिया.
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में शनिवार को एक दुर्लभ एवं दुखद हादसे में भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमान (एक सुखोई-30 एमकेआई और एक मिराज-2000) एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गए जिसमें एक पायलट की मौत हो गई, जबकि दो अन्य पायलट घायल हो गए. हादसे के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने दोनों पायलटों को झाड़ियों से निकाला और उन्हें जमीन पर लिटा दिया. चश्मदीदों ने दावा किया कि उन्होंने कीचड़ फेंककर दोनों विमानों में लगी आग को बुझाने की कोशिश की.
पहाड़गढ़ के सरपंच शैलेंद्र शाक्य ने दुर्घटनास्थल पर कहा, “मैं यहां कुछ लोगों के साथ खड़ा था जब हमने ऊपर से एक शक्तिशाली बम विस्फोट की आवाज सुनी. हमने देखा कि आग के गोले नीचे गिर रहे हैं, जिनमें से कुछ यहां जंगल के रास्ते में और कुछ भरतपुर में गिरे हैं.
शाक्य ने बताया, “हमने देखा कि दो पैराशूट नीचे आ रहे हैं और हमने दोनों के उतरने का 15-20 मिनट तक इंतजार किया. हालांकि, वे झाडिय़ों में गिर गए और चोटिल हो गए. हमने उन्हें झाड़ियों से निकालकर जमीन पर लिटा दिया. जब हम वर्दी में दो पायलटों से बात कर रहे थे, एक भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर आया और उन्हें ग्वालियर ले गया.”
विमान से निकल रही थी आग
पहाड़गढ़ निवासी वीरू ने बताया कि “सुबह साढ़े दस बजे के करीब जहां हादसा हुआ, वह उस जगह के करीब थे. मैंने एक विमान को देखा जिसके अगले हिस्से में आग लगी हुई थी. मैंने करीब पांच किलोमीटर दूर एक जगह से धुआं निकलते देखा. हमने आग की लपटों को कीचड़ से बुझाने की कोशिश की, क्योंकि उस समय हमारे पास पानी नहीं था.”
उन्होंने दावा किया कि मलबे के पास एक क्षत-विक्षत शव मिला है. स्थानीय एवं वायुसेना के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और तलाश अभियान शुरू किया.
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमान (एक सुखोई एमकेआई और एक मिराज-2000) सुबह एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गए, जिसमें एक पायलट की मौत हो गई, जबकि दो अन्य पायलट घायल हो गए.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Fighter jet, Mirage 2000, Plane Crash