फेसबुक के संस्थापक, चेयरमैन और सीईओ मार्क जकरबर्ग. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) ने सोमवार को जोर देकर कहा है कि वह हेट स्पीच (Hate Speech) को बिल्कुल बढ़ावा नहीं देता. दरअसल अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (Wall Street Journal) में फेसबुक को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद राजनीतिक बवाल मच गया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फेसबुक पर जानबूझकर दक्षिण पंथी नेताओं के उग्र विचारों को अनदेखा किया जाता है. देश में फेसबुक और वॉट्सऐप (Whattsapp) के 'कंट्रोल' मामले को लेकर बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) आमने-सामने हैं. कांग्रेस ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देकर इस मामले की जांच संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) कराने की मांग की है. आइए जानते हैं कि विवाद की प्रमुख बातें क्या हैं...
1-फेसबुक प्रवक्ता ने ये कहा
फेसबुक की प्रवक्ता ने कहा है कि हम हेट स्पीच और उग्र कंटेंट पर रोक लगाते हैं. हम इस नीति का प्रयोग वैश्विक तौर पर बिना किसी भेदभाव के करते हैं. हम जानते हैं कि अभी इस दिशा में और काम किया जाना है, इसलिए हम इसे लेकर रेगुलर ऑडिट करवाने की सोच रहे हैं. जिससे फेयरनेस बनी रहे. हम पार्टियों की राजनीतिक हैसियत नहीं देखते. हम किसी की भी राजनीतिक हैसियत/पार्टी की संबद्धता के बिना नफरत फैलाने वाले भाषण (Hate Speech) और कंटेंट को बैन करते हैं. इसके लिए नियमित ऑडिट किए जाते हैं.
2-आंखी दास ने की पुलिस कंप्लेंट
गौरतलब है कि 49 वर्षीय फेसबुक एक्जिक्टिव आंखी दास ने दिल्ली में एक पुलिस कंप्लेंट दर्ज करवाई है. इस कंप्लेंट में पांच लोगों का नाम है. कहा गया है कि अपने राजनीतिक झुकावों की वजह से इन लोगों ने मुझे धमकाने की कोशिश की है.
3-वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में क्या?
अमेरिका के अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल (The Wall Street Journal) ने फेसबुक की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. WSJ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि फेसबुक ने बीजेपी नेताओं और कुछ समूहों के ‘हेट स्पीच’वाली पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई करने में जान-बूझकर कोताही बरती. एक रणनीति के तहत इन पोस्ट को जल्द नहीं हटाया गया.
4-रिपोर्ट में बीजेपी नेता का जिक्र
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में फेसबुक की पॉलिसी डायरेक्टर आंखी दास ने बीजेपी नेता टी राजा सिंह के खिलाफ फेसबुक के हेट स्पीच नियमों को लागू करने का विरोध किया था. उन्हें डर था कि इससे कंपनी के संबंध बीजेपी से बिगड़ सकते हैं. इससे भारत में फेसबुक के बिजनेस पर असर पड़ सकता है. बता दें कि टी राजा तेलंगाना से बीजेपी विधायक हैं और उन पर भड़काऊ बयानबाजी के आरोप लगते रहे हैं.
5-बीजेपी ने दिया जवाब
बीजेपी ने इसके जवाबन में तीन साल पुराने कैंब्रिज एनालिटिका डेटा स्कैंडल का जिक्र किया है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटिका के साथ डेटा का इस्तेमाल करते हुए रंगे हाथों पकड़ी गई है. अब हमारे ऊपर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. गौरतलब है कि कैंब्रिज एनालिटिका एक ब्रिटिश कंपनी है. आरोप है कि कंपनी ने 2019 चुनाव से पहले कांग्रेस को फेसबुक डेटा देने के लिए ऑफिर किया था. हालांकि कांग्रेस ने इन आरोपों को दरकिनार कर दिया था.
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Tags: BJP, Congress, Facebook, Facebook Data Leak