किसानों बोले- किसी भी राजनीतिक पार्टी को अपने मंच पर नहीं देंगे जगह; पढ़ें प्रेस कॉन्फ्रेंस 5 बड़ी बातें

Farmers Protest: किसानों का प्रदर्शन जारी है. (Photo-PTI)
Farmer Protest: ऑल-इंडिया किसान संघर्ष को-ओर्डिनेशन कमेटी, राष्ट्रीय किसान महासंघ और भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के अलग-अलग धड़ों ने 'दिल्ली चलो' मार्च का आह्वान किया था. किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने अपने फैसलों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पढ़ें इस कॉन्फ्रेंस की पांच बड़ी बातें...
- News18Hindi
- Last Updated: November 29, 2020, 6:26 PM IST
नई दिल्ली. केंद्र द्वारा पारित नए कृषि कानूनों (Farm Laws 2020) के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसान अपनी फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग को लेकर लगातार आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं. किसान संघों ने रविवार दोपहर की बैठक के बाद गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. किसान संघों ने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बुराड़ी प्रदर्शन को नामंजूर करने की जानकारी दी. किसानों ने कहा कि वह बिना शर्त के बातचीत चाहते हैं. किसानों ने सरकार द्वारा प्रस्तावित बुराड़ी के मैदान को खुली जेल करार करते हुए कहा कि वह रोड पर ही अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.
किसानों ने कहा कि हमारे पास चार महीने का राशन है इसलिए हमारे लिए चिंता की कोई बात नहीं है. किसान पिछले कुछ दिन से दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं किसानों से वहां से हटने से इनकार कर दिया है. भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी (पंजाब) के अध्यक्ष सुरजीत एस फूल ने कहा कि हमने तय किया है हम कभी भी बुराड़ी पार्क नहीं जाएंगे क्योंकि हमारे पास इस बात का सबूत है कि यह एक खुली जेल है. फूल ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड किसान एसोसिएशन अध्यक्ष से कहा कि वह उन्हें जंतर मंतर ले जाएंगे लेकिन पुलिस ने उन्हें बुराड़ी ले जाकर छोड़ दिया. पढ़ें किसानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की पांच बड़ी बातें...
किसानों ने कहा कि हमारे पास चार महीने का राशन है इसलिए हमारे लिए चिंता की कोई बात नहीं है. किसान पिछले कुछ दिन से दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं किसानों से वहां से हटने से इनकार कर दिया है. भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी (पंजाब) के अध्यक्ष सुरजीत एस फूल ने कहा कि हमने तय किया है हम कभी भी बुराड़ी पार्क नहीं जाएंगे क्योंकि हमारे पास इस बात का सबूत है कि यह एक खुली जेल है. फूल ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड किसान एसोसिएशन अध्यक्ष से कहा कि वह उन्हें जंतर मंतर ले जाएंगे लेकिन पुलिस ने उन्हें बुराड़ी ले जाकर छोड़ दिया. पढ़ें किसानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की पांच बड़ी बातें...
किसानों ने बुराड़ी के संत निरंकारी मैदान जाने से इनकार कर दिया है. किसानों का कहना है कि उनके पास सबूत हैं कि वह खुली जेल है.
किसानों ने बताया कि उन्होंने बुराड़ी की खुली जेल में जाने के बजाय दिल्ली के पांच एंट्री प्वाइंट पर घेराव जाने का फैसला किया है. हमारे पास 4 महीने का राशन है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है. हमारी ऑपरेशंस कमेटी सब कुछ तय करेगी.
बीकेयू क्रांतिकारी के अध्यक्ष ने कहा हमने तय किया है कि हम किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता को अपने मंच पर नहीं बोलने देंगे, चाहे वह कांग्रेस हो, बीजेपी हो, आप हो या और कोई पार्टी.
किसान संगठन ने कहा कि दूसरे संगठन अगर हमारे नियमों का पालन करते हैं तो हमारी कमेटी समर्थन करने वाले दूसरे संगठनों अनुमति देगी.
किसान संगठन ने कहा कि हम कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा अनजाने में मीडिया के लोगों के साथ किए गए दुर्व्यवहार के लिए मीडिया से माफी मांगना चाहते हैं. भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने के लिए, हमने तय किया है कि हर बैठक के बाद, मीडिया के लिए हम एक आधिकारिक प्रेस नोट जारी करेंगे.