Farmers Protest: कृषि कानून रद्द होने तक घर वापसी नहीं, राकेश टिकैत का बड़ा ऐलान

राकेश टिकैत ने कृषि कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है. (फोटो साभार-ANI)
Farmers Protest: किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द होने के बाद ही किसानों की घर वापसी होगी.
- News18Hindi
- Last Updated: February 12, 2021, 6:54 PM IST
नई दिल्ली. कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 2 महीने से ज्यादा वक्त से चल रहा है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है. टिकैत ने कहा, 'कृषि कानून रद्द होने के बाद ही किसानों की 'घर वापसी' होगी. हमारा मंच और पंच वही रहेगा. सिंघु बॉर्डर हमारा ऑफिस रहेगा. केंद्र चाहे तो आज, 10 दिन या अगले साल बात कर सकता है. हम तैयार हैं.'
इससे पहले, राकेश टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन की अवधि को लेकर किसी भी तरह की प्लानिंग नहीं की गई है. दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन करते हुए किसानों को 79 दिनों का समय गुजर चुका है. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा, 'किसान आंदोलन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा. क्योंकि फिलहाल कोई प्लान नहीं है. यह अक्टूबर तक जारी रह सकता है.' हालांकि, टिकैत ने इससे पहले भी किसानों को चेताया था कि जब तक सरकार तीन नए कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा. उन्होंने संभावना जताई थी कि आंदोलन अक्टूबर तक चल सकता है.
ये भी पढ़ें: अनिश्चितकाल तक चल सकता है किसान आंदोलन, खत्म करने का कोई प्लान नहीं: राकेश टिकैतये भी पढ़ें: बजट पर चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी ने दिया इस्तीफा, बोले- मुझे घुटन हो रही
टिकैत महाराष्ट्र के यवतमाल में 20 फरवरी को 'किसान महापंचायत' को संबोधित करेंगे
किसान नेता राकेश टिकैत महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में 20 फरवरी को 'किसान महापंचायत' को संबोधित करेंगे. केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगी सीमाओं पर 40 किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने यह जानकारी दी. एसकेएम के महाराष्ट्र के समन्वयक संदीप गिड्डे ने गुरुवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि टिकैत, युद्धवीर सिंह और एसकेएम के कई अन्य नेता 20 फरवरी को यवतमाल शहर के आजाद मैदान में आयोजित होने वाली ‘किसान महापंचायत’ को संबोधित करेंगे.

उन्होंने कहा, 'टिकैत महाराष्ट्र में किसान महापंचायत की शुरुआत यवतमाल से करना चाहते हैं, जहां कई किसानों ने आत्महत्या की है.' 'किसान महापंचायत' में विदर्भ और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों से भी किसानों के आने की संभावना है. महापंचायत के आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई है. यवतमाल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आयोजकों ने कार्यक्रम के लिए इजाजत मांगी है.
इससे पहले, राकेश टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन की अवधि को लेकर किसी भी तरह की प्लानिंग नहीं की गई है. दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन करते हुए किसानों को 79 दिनों का समय गुजर चुका है. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा, 'किसान आंदोलन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा. क्योंकि फिलहाल कोई प्लान नहीं है. यह अक्टूबर तक जारी रह सकता है.' हालांकि, टिकैत ने इससे पहले भी किसानों को चेताया था कि जब तक सरकार तीन नए कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा. उन्होंने संभावना जताई थी कि आंदोलन अक्टूबर तक चल सकता है.
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टिकैत महाराष्ट्र के यवतमाल में 20 फरवरी को 'किसान महापंचायत' को संबोधित करेंगे
किसान नेता राकेश टिकैत महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में 20 फरवरी को 'किसान महापंचायत' को संबोधित करेंगे. केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगी सीमाओं पर 40 किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने यह जानकारी दी. एसकेएम के महाराष्ट्र के समन्वयक संदीप गिड्डे ने गुरुवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि टिकैत, युद्धवीर सिंह और एसकेएम के कई अन्य नेता 20 फरवरी को यवतमाल शहर के आजाद मैदान में आयोजित होने वाली ‘किसान महापंचायत’ को संबोधित करेंगे.
उन्होंने कहा, 'टिकैत महाराष्ट्र में किसान महापंचायत की शुरुआत यवतमाल से करना चाहते हैं, जहां कई किसानों ने आत्महत्या की है.' 'किसान महापंचायत' में विदर्भ और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों से भी किसानों के आने की संभावना है. महापंचायत के आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई है. यवतमाल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आयोजकों ने कार्यक्रम के लिए इजाजत मांगी है.