नई दिल्ली. करीब एक साल तक नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) का विरोध करने के बाद अब किसान आंदोलन खत्म हो सकता है. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता कुलवंत सिंह संधू ने मंगलवार को कहा, ‘हमारी लगभग सभी मांगें मान ली गई हैं. केंद्र की तरफ से किसानों की मांगों पर विचार वाला पत्र हमें मिल चुका है. हमारे बीच आज एक आम सहमति बनी है. अंतिम निर्णय कल किया जाएगा.’
SKM देश के 40 किसान संगठनों का प्रतिनिधित्व करता है और नए कृषि कानूनों के खिलाफ इसी की अगुआई में आंदोलन चल रहा है. SKM ने बीते शनिवार को सरकार के बातचीत के लिए 5 सदस्यीय पैनल बनाया था. पैनल एमएसपी पर कानूनी गारंटी, मृतक किसानों के परिवार को मुआवजा जैसी बातों पर बातचीत के लिए बनाया गया था. SKM का कहना है कि केंद्र सरकार ने उन्हें चिट्ठी भेजी है. हालांकि मोर्चा की तरफ से सरकार को कल जवाब दिया जाएगा. एक किसान नेता युद्धवीर ने न्यूज़18 से कहा, ‘सरकार द्वारा भेजे गए पत्र पर हमने वार्ता की है. इस खत का बुधवार को जवाब दिया जाएगा.’
किसानों पर से केस वापस लेने की मांग
उन्होंने कहा, ‘हम सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार करेंगे. हमें सरकार की तरफ से प्रपोजल मिला है. अब किसान नेताओं के मन में भी सवाल हैं. ये मुद्दे केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे. हम तब तक आंदोलन वापस नहीं लेंगे जब तक किसानों के ऊपर से मुकदमे वापस नहीं लिए जाते.’
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अब संयुक्त किसान मोर्चा अंतिम निर्णय लेगा
सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार के खत के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा अंतिम निर्णय लेगा. एक SKM नेता ने कहा, ‘हम लोगों के बीच लगातार बातचीत चल रही है.’ वहीं एमएसपी पर बनाई गई पांच सदस्यीय कमेटी ने कहा, ‘हम कमेटी में SKM का प्रतिनिधित्व भी चाहते हैं. हम चाहते हैं कि SKM के नेता किसानों के प्रतिनिधि के तौर पर कमेटी में मौजूद हों.’
केंद्र सरकार के खत पर SKM में एक आम राय बन चुकी है
सूत्रों का ये भी कहना है कि केंद्र सरकार के खत पर SKM में एक आम राय बन चुकी है. केंद्र सरकार के प्रपोजल में थोड़े-बहुत अंतर किए जा रहे हैं. जल्द ही ज्यादा जानकारी SKM की तरफ से दी जाएगी.
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