Nirmala Sitharaman Interview: अडानी समूह में एसबीआई और एलआईसी के निवेश पर उठ रहे सवालों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने News18 India से कहा, ‘मैं याद दिलाना चाहूंगी कि SBI और LIC दोनों के CMD ने विस्तृत बयान जारी कर आश्वासन दिया कि वे एक्सपोज नहीं होंगे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘भारतीय बैंकिंग क्षेत्र कम एनपीए के साथ आज के समय में एक आरामदायक स्तर पर है.’
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023-24 पेश करने के बाद अपना पहला टीवी इंटरव्यू Newtork18 को दिया. उनसे Newtork18 के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी ने बजट के उन बिंदुओं पर सवाल किए, जिनका सीधा सरोकार आम जनता से है. बजट 2023 से अपेक्षित प्रमुख परिणामों के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने News18 India से कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि विदेशों से आने वाले लोगों के साथ पर्यटन में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा. यह अर्थव्यवस्था को सक्रिय रखने का एक अच्छा तरीका होगा.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं पीएम-विकास योजना में एक गति देख रही हूं, क्योंकि इसका एक बड़ा बाजार है और इसके लॉन्च के साथ, हम बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंचने में सक्षम होंगे.’
अधिक पढ़ें ...स्टार्टअप में बेहतर अवसर तलाश रहे निवेशक. फंड की कमी नहीं है, बल्कि स्टार्टअप्स के बीच बेहतर विकल्पों की तलाश में हैं निवेशक.
बजट में सरचार्ज में कटौती की घोषणा पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, भारतीय कर प्रणाली को इतनी कठोरता से नहीं देखा जाना चाहिए. 42.7 परसेंट सरर्चाज अच्छा नहीं लगता, इसलिए हमने इसे घटाया. लक्जरी घरों की बिक्री पर 10 करोड़ रुपये की पूंजीगत लाभ सीमा पर वित्त मंत्री ने कहा, जिन लोगों ने घर खरीदे और बेचे हैं, उन्होंने अत्यधिक लाभ कमाया है, लेकिन फिर भी सरकार से लाभ प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं. इसलिए हमने कैप लगाया.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि जल जीवन मिशन की तरह मनरेगा में रोजगार की तलाश में जुटे ग्रामीण मजदूरों को भी पीएम आवास योजना (पीएमएवाई) का लाभ मिलेगा.
मनरेगा के मजदूरों को भी मिलेगा PM आवास योजना का लाभ: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
नेटवर्क18 के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ विशेष बातचीत में वित्त मंत्री ने कहा, ‘मैं पीएम-विकास योजना में एक उम्मीद देख रही हूं क्योंकि इसका एक बड़ा बाजार है और इसके लॉन्च के साथ, हम बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंचने में सक्षम होंगे.’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, मैंने छूट और कटौतियों को हटाने के लिए कोई समय सीमा नहीं दी है. हर भारतीय नागरिक को अपनी पसंद खुद बनानी चाहिए. नई कर व्यवस्था का उद्देश्य इसे अनुपालन और कर दरों के लिए आकर्षक बनाना है. सभी को पता होना चाहिए कि वे कितना टैक्स चुका रहे हैं और घर बैठे ही टैक्स रिटर्न फाइल करें. बजट में किए गए प्रावधानों के बाद मुझे उम्मीद है कि कम से कम 50 प्रतिशत करदाता नई आयकर व्यवस्था में स्थानांतरित हो सकते हैं और कम दरों का लाभ उठा सकते हैं.
बजट में पर्सनल इनकम टैक्स के प्रावधानों पर बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, सभी को पता होना चाहिए कि वे कितनी राशि आयकर के रूप में भुगतान कर रहे हैं और अपने घर से टैक्स रिटर्न फाइल करें. मैं पूरी तरह से स्वीकार्य और लो टैक्स रेट को प्राथमिकता दूंगी, किसी के लिए कर भुगतान से बचने का कोई कारण नहीं है. आप अपने पैसे से जो करना चाहते हैं, उसे करने के लिए आप सबसे अच्छे जज हैं.
News18 India को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में, निर्मला सीतारमण ने बताया कि कैसे वह एक लंबे थका देने वाले दिन के बाद आराम करती हैं और हर वित्तीय वर्ष में बजट बनाने पर काम करती हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं संगीत सुनती हूं, मुख्य रूप से शास्त्रीय और कर्नाटक संगीत, और अच्छी नींद आती है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम अपने प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर अच्छा काम करते हैं, जिनके पास देश के लिए एक दूर दृष्टि है.’
यह पूछे जाने पर की कौन सा बजट सबसे यादगार है, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘यह कहना मुश्किल है. हर बजट यादगार होता है और यह चुनना मुश्किल होगा कि मैंने जो पांच बजट पेश किए, उनमें से कौन सा सबसे यादगार था.’
नई कर व्यवस्था और व्यक्तिगत कर में संशोधनों के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘पीएम मोदी हमेशा व्यक्तिगत कर प्रणाली को सरल बनाना चाहते थे. उनका मानना था कि किसी बड़े दस्तावेज की जरूरत नहीं होनी चाहिए.’ उन्होंने आगे विश्वास दिखाया कि लगभग 50% करदाता नई कर व्यवस्था से जुड़ेंगे.
ओपीएस योजना को वापस लाने के संबंध में राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में बढ़ते हंगामे के बारे में बात करते हुए, निर्मला सीतारमण ने News18 India को बताया, ‘नई पेंशन योजना लाने वाली राजनीतिक व्यवस्था सिर्फ एनडीए नहीं थी, बल्कि यूपीए सरकार भी थी. नई पेंशन योजना का पूरा विचार कांग्रेस शासन के दौरान आया था.’ उन्होंने आगे कहा आश्चर्य करने की जरूरत है, ‘हम पेंशनरों की वर्तमान पीढ़ी को भविष्य की पीढ़ियों पर बोझ लादकर भुगतान कर रहे हैं?’
यह पूछे जाने पर कि प्राइवेट सेक्टर कैपिटल एक्सपेंडिचर में कब प्रवेश करेगा, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘मुझे लगता है कि निजी क्षेत्र पहले ही पूंजीगत व्यय के चक्र में प्रवेश कर चुका है. लेकिन मुझे यह भी लगता है कि पुराने उद्योग और सॉफ्टवेयर, आईटी जैसी नई इंडस्ट्री इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं कि वे जो निवेश करते हैं, वे अब उच्च तकनीक, 3डी प्रिंटिंग आदि देश में लाने पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे.’
मार्केट द्वारा बजट 2023 की सराहना के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने News18 India से कहा, ‘मैं एक अच्छे बजट को एक ऐसी चीज के रूप में देखती हूं जो समाज के सभी वर्गों को कवर करती है. बाजार पर बजट का तत्काल असर आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा.’ सीतारमण ने कहा कि सरकार ने करदाताओं के लिए नई आयकर व्यवस्था को और अधिक आकर्षक बना दिया है और मध्यम वर्ग के लाभ के लिए इसकी संरचना में ‘पर्याप्त परिवर्तन’ लाए हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने News18 India से बातचीत में कहा एसबीआई और एलआईसी दोनों ने (अडानी पर) विस्तृत बयान जारी किए हैं…उन्होंने कहा है कि वे अपने निवेश के मुकाबले मुनाफे में हैं, जो मेरी समझ से सीमा के भीतर है.
अडानी समूह में एसबीआई और एलआईसी के निवेश पर उठ रहे सवालों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने News18 India से कहा, ‘मैं याद दिलाना चाहूंगी कि SBI और LIC दोनों के CMD ने विस्तृत बयान जारी कर आश्वासन दिया कि वे एक्सपोज नहीं होंगे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘भारतीय बैंकिंग क्षेत्र कम एनपीए के साथ आज के समय में एक आरामदायक स्तर पर है.’
बजट 2023 से अपेक्षित प्रमुख परिणामों के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने News18 India से विशेष बातचीत में कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि विदेशों से आने वाले लोगों के साथ पर्यटन में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा. यह अर्थव्यवस्था को सक्रिय रखने का एक अच्छा तरीका होगा.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं पीएम-विकास योजना में एक गति देख रही हूं, क्योंकि इसका एक बड़ा बाजार है और इसके लॉन्च के साथ, हम बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंचने में सक्षम होंगे.’
कोरोनाकाल की चुनौतियों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमें आने वाले सभी इनपुट के लिए होमवर्क करना था और इसका अर्थ क्या है इसकी गहराई से गुजरना था. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर तमाम तरफ से आ रहे सुझावों पर उन्होंने कहा, केवल इसलिए कि हम एक रास्ता या दूसरा चुन सकते हैं, हमें यह समझने की समझ होनी चाहिए कि हम किस लिए गए थे.
कोई टेम्पलेट नहीं दिया गया था. हमने हितधारकों के साथ लगातार बातचीत की. सुधारों की प्रक्रिया को जारी रखने के अवसर को हाथ से जाने नहीं दिया. अगर राज्य और केंद्र मिलकर काम करें तो पर्यटन में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिलेगा. पर्यटन अर्थव्यवस्था को सक्रिय रखेगा.
तमाम वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद हम आर्थिक सुधारों को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे. कोविड महामारी जैसी स्थिति को संभालने के लिए मेरे सामने कोई मिसाल नहीं थी. फॉलो करने के लिए कोई उदाहरण नहीं थे. महामारी के बाद, हम हितधारकों के साथ बातचीत में लगे रहे. पीएम ने बातचीत का नेतृत्व किया.. उन्होंने हमसे बातचीत जारी रखी. सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के साथ खड़े होने का श्रेय भारत की जनता को जाता है. हम बहुत कुछ कर सकते हैं, जैसे एक मजबूत नेतृत्व, पीएम का नेतृत्व..लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि भारत के लोगों ने हमारी रणनीतियों को कैसे आत्मसात किया.
पीएम मोदी से लगातार चर्चा होती रही. बजट से पहले सबकी राय ली गई और सभी क्षेत्रों के लोगों से बात की गई. वित्तमंत्री ने कहा कि देश ने पूरी मजबूती से कोविड का सामना किया.
0-3 लाख कोई टैक्स नहीं
3 से 6 लाख 5%
6 से 9 लाख 10%
9 से 12 लाख 15%
12 से 15 लाख 20%
15 लाख से अधिक 30%
कोरोनाकाल की चुनौतियों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘कोविड महामारी जैसी स्थिति को संभालने के लिए मेरे सामने कोई मिसाल नहीं थी. फॉलो करने के लिए कोई उदाहरण नहीं थे. महामारी के बाद, हम हितधारकों के साथ बातचीत में लगे रहे. पीएम ने बातचीत का नेतृत्व किया…उन्होंने हमसे बातचीत जारी रखी. सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के साथ खड़े होने का श्रेय भारत की जनता को जाता है. हम बहुत कुछ कर सकते हैं, जैसे एक मजबूत नेतृत्व, पीएम का नेतृत्व..लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि भारत के लोगों ने हमारी रणनीतियों को कैसे आत्मसात किया.’ कोरोना महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर तमाम तरफ से आ रहे सुझावों पर उन्होंने कहा, हमें आने वाले सभी इनपुट के लिए होमवर्क करना था और इसका अर्थ क्या है इसकी गहराई से गुजरना था. केवल इसलिए कि हम एक रास्ता या दूसरा चुन सकते हैं, हमें यह समझने की समझ होनी चाहिए कि हम किस लिए गए थे. कोई टेम्पलेट नहीं दिया गया था. हमने हितधारकों के साथ लगातार बातचीत की. सुधारों की प्रक्रिया को जारी रखने के अवसर को हाथ से जाने नहीं दिया.
अडानी गुप में SBI और LIC के निवेश पर भी वित्त मंत्री ने दिया जवाब
अडानी समूह में एसबीआई और एलआईसी के निवेश पर उठ रहे सवालों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने News18 India से कहा, ‘मैं याद दिलाना चाहूंगी कि SBI और LIC दोनों के CMD ने विस्तृत बयान जारी कर आश्वासन दिया कि वे एक्सपोज नहीं होंगे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘भारतीय बैंकिंग क्षेत्र कम एनपीए के साथ आज के समय में एक आरामदायक स्तर पर है. एसबीआई और एलआईसी दोनों ने (अडानी पर) विस्तृत बयान जारी किए हैं…उन्होंने कहा है कि वे अपने निवेश के मुकाबले मुनाफे में हैं, जो मेरी समझ से सीमा के भीतर है.’ मार्केट द्वारा बजट 2023 की सराहना के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘मैं एक अच्छे बजट को एक ऐसी चीज के रूप में देखती हूं जो समाज के सभी वर्गों को कवर करती है. बाजार पर बजट का तत्काल असर आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा. सरकार ने करदाताओं के लिए नई आयकर व्यवस्था को और अधिक आकर्षक बना दिया है और मध्यम वर्ग के लाभ के लिए इसकी संरचना में पर्याप्त परिवर्तन लाए हैं.’
जानें ओल्ड पेंशन स्कीम पर क्या बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
ओपीएस योजना को वापस लाने के संबंध में राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में बढ़ते हंगामे के बारे में बात करते हुए, निर्मला सीतारमण ने News18 India को बताया, ‘नई पेंशन योजना लाने वाली राजनीतिक व्यवस्था सिर्फ एनडीए नहीं थी, बल्कि यूपीए सरकार भी थी. नई पेंशन योजना का पूरा विचार कांग्रेस शासन के दौरान आया था.’ उन्होंने आगे कहा आश्चर्य करने की जरूरत है, ‘हम पेंशनरों की वर्तमान पीढ़ी को भविष्य की पीढ़ियों पर बोझ लादकर भुगतान कर रहे हैं?’ नई कर व्यवस्था और व्यक्तिगत कर में संशोधनों के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘पीएम मोदी हमेशा व्यक्तिगत कर प्रणाली को सरल बनाना चाहते थे. उनका मानना था कि किसी बड़े दस्तावेज की जरूरत नहीं होनी चाहिए.’
निर्मला सीतारमण ने कहा- 50% करदाता नई टैक्स व्यवस्था को चुनेंगे
उन्होंने आगे विश्वास दिखाया कि लगभग 50% करदाता नई कर व्यवस्था से जुड़ेंगे. यह पूछे जाने पर की कौन सा बजट सबसे यादगार है, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘यह कहना मुश्किल है. हर बजट यादगार होता है और यह चुनना मुश्किल होगा कि मैंने जो पांच बजट पेश किए, उनमें से कौन सा सबसे यादगार था.’ News18 India को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में, निर्मला सीतारमण ने बताया कि कैसे वह एक लंबे थका देने वाले दिन के बाद आराम करती हैं और हर वित्तीय वर्ष में बजट बनाने पर काम करती हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं संगीत सुनती हूं, मुख्य रूप से शास्त्रीय और कर्नाटक संगीत, और अच्छी नींद आती है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम अपने प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर अच्छा काम करते हैं, जिनके पास देश के लिए एक दूर दृष्टि है.’