34वीं रणनीतिक वार्ता: फ्रांस ने भारत के सामने रखी खास पेशकश, राफेल डील में हो सकता है बड़ा फायदा

फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों और पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो: AP)
Indo-France Dialogue: फ्रांस ने भारत को एसेंबली लाइन के अलावा पूरी तरह से तकनीक देने की भी पेशकश की है. फ्रांस ने कहा कि मेक इन इंडिया के तहत राफेल (Rafale) विमानों के लिए 70 फीसदी और पैंथर हैलिकॉप्टर के लिए 100 फीसदी एसेंबली लाइन दी जाएगी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 9, 2021, 5:21 PM IST
नई दिल्ली. भारत और फ्रांस आपस में सुरक्षा संबंधों को और गहरा करने की तैयारी कर ली है. राजधानी पेरिस ने भारत को मीडियम क्वालिटि हैलिकॉप्टर्स पैंथर (Panther Helicopters) के मामले में 100 और राफेल विमानों को लेकर 70 फीसदी असेंबली लाइन शिफ्ट करने की पेशकश की है. दोनों देशों के बीच हुई 34वीं रणनीतिक वार्ता के दौरान यह पेशकश की गई है. माना जा रहा है कि इस ऑफर की वजह से भारत को राफेल की कीमतों में खासा फायदा हो सकता है. भारत की तरफ से इस वार्ता में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) और फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के सलाहकार एमेनुएल बॉन मौजूद थे.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस ने भारत को एसेंबली लाइन के अलावा पूरी तरह से तकनीक देने की भी पेशकश की है. फ्रांस ने कहा कि मेक इन इंडिया के तहत राफेल विमानों के लिए 70 फीसदी और पैंथर हैलिकॉप्टर के लिए 100 फीसदी एसेंबली लाइन दी जाएगी. हिंदुस्तान टाइम्स को अधिकारियों ने बताया कि इस बात की संभावना है कि फ्रांस की पेशकश के बीच भारत ज्यादा राफेल विमान खरीद सकता है.इससे लड़ाकू विमानों के अधिग्रहण में भी कम खर्च आएगा. भारत ने फ्रांस के साथ 36 विमानों की डील की है.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत पहले ही नौसेना के लिए मीडियम हैलिकॉप्टर्स खरीदने पर विचार कर रहा है. ऐसे में फ्रांस की पेशकश के चलते भारत में पैंथर चॉपर बनाने की योजना भी सही काम करेगी. एयरबस AS656 MBe खास हैलिकॉप्टर है, जिसे जहाजों, तटीय इलाकों और मैदानी इलाकों पर तैनात करने के लिए तैयार किया गया है.
अखबार को सूत्रों से जानकारी मिली है कि वार्ता के दौरान 9900 मेगावाट के जैतपुर न्यूक्लियर पावर प्लांट की कीमतों को लेकर जारी विवाद में भी कुछ सफलता हासिल हुई है. रिएक्टर की कीमतों को लेकर यह मुद्दा फ्रांस की सरकार ईडीएफ और भारत की न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के बीच चल रहा था. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि भारत ने फ्रांस के 6 एयरबस 330 ट्रांसपोर्ट टैंकर की पेशकश पर विचार करने का फैसला किया है. हालांकि, भारत की तरफ से यह साफ किया गया है कि फ्रांस की तरफ से साझा की जाने वाली सुरक्षा तकनीकें विरोधियों को नहीं दी जानी चाहिए.पाकिस्तान से बौखलाया है फ्रांस
फ्रांस ने साफ किया है कि पाकिस्तान (Pakistan) के साथ उसके सुरक्षा संबंध ठीक नहीं है. खास बात है कि आतंकवादी घटना को लेकर पाक पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने सीधे तौर पर फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों पर हमला बोला था. यह साफ है कि फ्रांस पाकिस्तान के साथ हथियार अपग्रेड या सप्लाई नहीं करेगा. इसमें मिराज 3/5 के साथ ऑगस्ता पनडुब्बियां भी शामिल हैं. .

इस दौरान दोनों देशों के बीच चीन और हिंद महासागर में उसकी भूमिका को लेकर भी चर्चा हुई है. पेरिस ने भारतीय नौसेना को यूरोपियन मेरिटाइम अवेयरनेस इन द स्ट्रैट्स ऑफ हॉर्मज में शामिल होने का न्यौता दिया है. वहीं, फ्रांस ने भारत को जिबोती स्थित अपना बेस इस्तेमाल करने की पेशकश भी की है. इसके साथ ही फ्रांस की तरफ से भारत को यूएई, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया के साथ नौसैन्य अभ्यास के लिए आमंत्रति किया गया है.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस ने भारत को एसेंबली लाइन के अलावा पूरी तरह से तकनीक देने की भी पेशकश की है. फ्रांस ने कहा कि मेक इन इंडिया के तहत राफेल विमानों के लिए 70 फीसदी और पैंथर हैलिकॉप्टर के लिए 100 फीसदी एसेंबली लाइन दी जाएगी. हिंदुस्तान टाइम्स को अधिकारियों ने बताया कि इस बात की संभावना है कि फ्रांस की पेशकश के बीच भारत ज्यादा राफेल विमान खरीद सकता है.इससे लड़ाकू विमानों के अधिग्रहण में भी कम खर्च आएगा. भारत ने फ्रांस के साथ 36 विमानों की डील की है.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत पहले ही नौसेना के लिए मीडियम हैलिकॉप्टर्स खरीदने पर विचार कर रहा है. ऐसे में फ्रांस की पेशकश के चलते भारत में पैंथर चॉपर बनाने की योजना भी सही काम करेगी. एयरबस AS656 MBe खास हैलिकॉप्टर है, जिसे जहाजों, तटीय इलाकों और मैदानी इलाकों पर तैनात करने के लिए तैयार किया गया है.
अखबार को सूत्रों से जानकारी मिली है कि वार्ता के दौरान 9900 मेगावाट के जैतपुर न्यूक्लियर पावर प्लांट की कीमतों को लेकर जारी विवाद में भी कुछ सफलता हासिल हुई है. रिएक्टर की कीमतों को लेकर यह मुद्दा फ्रांस की सरकार ईडीएफ और भारत की न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के बीच चल रहा था. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि भारत ने फ्रांस के 6 एयरबस 330 ट्रांसपोर्ट टैंकर की पेशकश पर विचार करने का फैसला किया है. हालांकि, भारत की तरफ से यह साफ किया गया है कि फ्रांस की तरफ से साझा की जाने वाली सुरक्षा तकनीकें विरोधियों को नहीं दी जानी चाहिए.पाकिस्तान से बौखलाया है फ्रांस
फ्रांस ने साफ किया है कि पाकिस्तान (Pakistan) के साथ उसके सुरक्षा संबंध ठीक नहीं है. खास बात है कि आतंकवादी घटना को लेकर पाक पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने सीधे तौर पर फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों पर हमला बोला था. यह साफ है कि फ्रांस पाकिस्तान के साथ हथियार अपग्रेड या सप्लाई नहीं करेगा. इसमें मिराज 3/5 के साथ ऑगस्ता पनडुब्बियां भी शामिल हैं. .
इस दौरान दोनों देशों के बीच चीन और हिंद महासागर में उसकी भूमिका को लेकर भी चर्चा हुई है. पेरिस ने भारतीय नौसेना को यूरोपियन मेरिटाइम अवेयरनेस इन द स्ट्रैट्स ऑफ हॉर्मज में शामिल होने का न्यौता दिया है. वहीं, फ्रांस ने भारत को जिबोती स्थित अपना बेस इस्तेमाल करने की पेशकश भी की है. इसके साथ ही फ्रांस की तरफ से भारत को यूएई, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया के साथ नौसैन्य अभ्यास के लिए आमंत्रति किया गया है.