बंगालः राज्यपाल बोले- स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं होते हैं चुनाव, TMC का पलटवार

टीएमसी ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्यपाल बिल्कुल असंवैधानिक आरोप लगा रहे हैं. ANI
अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) बंगाल की ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार पर अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: December 30, 2020, 9:56 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होते हैं और यह सुनिश्चित करना उनका दायित्व है कि लोगों को बिना भय के अपने मताधिकार के इस्तेमाल का अवसर मिले. शहर के पश्चिमी हिस्से में एक मंदिर के दौरे के दौरान धनखड़ ने बताया, “बिना डर के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव (राज्य में) नहीं होते हैं.”
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें इसकी परवाह नहीं कि लोग किसे मतदान करते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना उनका दायित्व है कि उन्हें बिना किसी भय के अपने मताधिकार के इस्तेमाल का अवसर मिले. उन्होंने सरकारी मशीनरी से भी अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान तटस्थ रहने का अनुरोध किया.
धनखड़ के पिछले साल जुलाई में राज्यपाल बनने के बाद से ही उनके साथ टकराव की राह पर रही तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उन्हें हटाने का अनुरोध करते हुए दावा किया था कि वह असंवैधानिक तरीके से काम कर रहे हैं.
टीएमसी (TMC) प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, “पद संभालने के बाद से ही राज्यपाल बिल्कुल असंवैधानिक तरीके से राज्य प्रशासन और पुलिस के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.”इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) से मुलाकात को लेकर जगदीप धनखड़ सुर्खियों में थे. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से पूर्व भारतीय कप्तान ने मुलाकात की थी. राजभवन के सूत्रों ने बताया कि यह ‘शिष्टाचार भेंट’ थी और इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है.

हालांकि, अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गांगुली के राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं. गांगुली ने मुलाकात की वजहों को लेकर किए सवालों का जवाब नहीं दिया, लेकिन धनखड़ ने कहा कि उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें इसकी परवाह नहीं कि लोग किसे मतदान करते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना उनका दायित्व है कि उन्हें बिना किसी भय के अपने मताधिकार के इस्तेमाल का अवसर मिले. उन्होंने सरकारी मशीनरी से भी अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान तटस्थ रहने का अनुरोध किया.
धनखड़ के पिछले साल जुलाई में राज्यपाल बनने के बाद से ही उनके साथ टकराव की राह पर रही तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उन्हें हटाने का अनुरोध करते हुए दावा किया था कि वह असंवैधानिक तरीके से काम कर रहे हैं.
टीएमसी (TMC) प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, “पद संभालने के बाद से ही राज्यपाल बिल्कुल असंवैधानिक तरीके से राज्य प्रशासन और पुलिस के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.”इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) से मुलाकात को लेकर जगदीप धनखड़ सुर्खियों में थे. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से पूर्व भारतीय कप्तान ने मुलाकात की थी. राजभवन के सूत्रों ने बताया कि यह ‘शिष्टाचार भेंट’ थी और इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है.
हालांकि, अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गांगुली के राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं. गांगुली ने मुलाकात की वजहों को लेकर किए सवालों का जवाब नहीं दिया, लेकिन धनखड़ ने कहा कि उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.