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कश्मीर में भारत को यह कदम उठाने से रोकने को पाक ने खाई कसम! फिर चीन-तुर्की और सऊदी के शरण में लेट गया

जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी20 की बैठक को रोकने के लिए चीन और तुर्की से गुहार लगा रहा है. (फोटो-APF)

जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी20 की बैठक को रोकने के लिए चीन और तुर्की से गुहार लगा रहा है. (फोटो-APF)

जी-20 की अध्यक्षता कर रहा भारत आगामी मई के महीने में संस्कृति पर जी20 बैठक की मेजबानी जम्मू-कश्मीर में करेगा. हालांकि प ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. जी-20 की अध्यक्षता कर रहा भारत आगामी मई के महीने में संस्कृति पर जी20 बैठक की मेजबानी जम्मू-कश्मीर में करेगा. हालांकि भारत के लिए राह थोड़ी मुश्किल हो सकती है. क्योंकि पाकिस्तान पहले से भारत सरकार की इस पहल का विरोध कर रहा है और अब पाकिस्तान चीन, तुर्की और सऊदी अरब के साथ लॉबिंग कर रहा है. ताकि जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी20 के बैठक को रद्द कराया जा सके. जबकि संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने जानकारी देते हुए पहले ही बताया था कि भारत जी20 की बैठक देश के सभी 28 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में करेगा.

श्रीनगर में G20 की बैठक के खिलाफ पाकिस्तान
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारत को श्रीनगर में प्रस्तावित बैठक की मेजबानी करने से रोकने के लिए पाकिस्तान सरकार चीन, तुर्की और सऊदी अरब सभी G20 सदस्यों से गुहार लगा रहा है. पाकिस्तान का मानना था कि अगर जम्मू कश्मीर में जी20 समिट का आयोजन होता है तो विश्व भर में संदेश जाएगा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर को लेकर भारत का रुख स्वीकार्य है और यहां सबकुछ सामान्य है.

पाकिस्तान ने की थी G20 की बैठक को खारिज करने की अपील
पाकिस्तान ने पिछले साल कहा था कि जी20 के सदस्यों को श्रीनगर में जी20 के बैठक के फैसले को एक सिरे से खारिज कर देना चाहिए. पिछले साल पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में जी20 की बैठक की इस पहल को खारिज करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य विवादित इलाका है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार ने कहा था कि पिछले सात दशकों से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यह अधूरा एजेंडा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय जम्मू-कश्मीर के विवादित क्षेत्र होने के बाद भी इस समिट के लिए तैयार नहीं हो सकता.

चीन ने अरुणाचल में हुए G20 की बैठक में शामिल होने से किया इनकार
पाकिस्तान की आपत्ति के बाद चीन, तुर्की और सऊदी अरब को भी जम्मू-कश्मीर में जी-20 सम्मेलन के आयोजन पर एतराज जताया था. इसके अलावा पाकिस्तान ने कहा था कि भारत की इस पहल को अमेरिका, ब्रिटेन और जी-20 के अन्य देशों से भी इसे लेकर बात करेगा.  बीते रविवार को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में हुई जी20 बैठक में चीन ने भाग नहीं लिया. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बैठक में डेलिगेट्स की अच्छी-खासी संख्या थी. क्योंकि अमेरिका सहित 50 से अधिक प्रतिनिधियों ने G20 रिसर्च इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग में भाग लिया.

अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं मानता है चीन
जी20 के प्रतिनिधियों ने स्थानीय विधान सभा का भी दौरा किया. बता दें कि चीन अरुणाचल पर भारत की संप्रभुता को मान्यता नहीं देता है और दावा करता है कि यह दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है. हालांकि अभी यह पता नहीं चला है कि चीन ने बैठक के खिलाफ आधिकारिक रूप से भारत के समक्ष विरोध दर्ज कराया है या नहीं. बीजिंग अब तक भारत की जी20 अध्यक्षता का समर्थन करता रहा है. पिछले साल जी20 की अध्यक्षता करने से पहले ही भारत ने कहा था कि वह G20 को देश के सभी कोनों में ले जाएगा.

Tags: G20 Summit, Pakistan

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