पुलवामा में हुए फिदायीन हमले पर पूर्व सेनाध्यक्ष बिक्रम सिंह ने कहा कि भारत को जैश ए मोहम्मद के मुख्यालय पर हमला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें घाटी में कट्टरता के इस मुद्दे को स्वीकार करना शुरू करना होगा. यह दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है और हमें उपाय करने पड़ेंगे. सिंह ने आतंकी हमले पर कहा कि इसका सिर्फ एक ही उपाय है कि बहावलपुर (पाकिस्तान) स्थित जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर पर हमला किया जाए. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल सामरिक गंभीरता के साथ हमला करेंगे.
सुरक्षाबलों और सेना को खुली छूट देकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है. CNN-News18 से बातचीत में बिक्रम सिंह ने मसूद अजहर को लेकर चीन की चुप्पी पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि चीन इस मुद्दे पर पाकिस्तान में किये गये निवेश के चलते चुप है.
सिंह ने कहा कि चीन यह जानता है कि इसके बाद वह पाकिस्तान का दोस्त नहीं रह पाएगा. चीन ने पाकिस्तान में CPEC परियोजना में 45 बिलियन डॉलर से ज्यादा की रकम निवेश किया हुआ है जिसके चलते वह मसूद अजहर के मुद्दे पर चुप है.
बता दें कि गुरुवार को 3.20 बजे IED विस्फोट से CRPF के काफिले की एक बस को निशाना बनाया गया. इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान इस हमले में शहीद हो गये. पुलवामा के अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने IED से हमला किया और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की.
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FIRST PUBLISHED : February 15, 2019, 18:49 IST