Muradnagar News: 'लोगों को मरते देखा, क्रेन से निकाले जा रही थी लाशें'- यूपी के परिवार में दो दिन में दूसरा अंतिम संस्कार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए तत्काल राहत पहुंचाने और कार्रवाई के निर्देश दिए.
गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट (Muradnagar Cremation Ground Collapsed) में हुए हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे में ठेकेदार अजय त्यागी, ईओ, मुरादनगर नगरपालिका निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 4, 2021, 11:27 AM IST
Ghaziabad Lintel Collapse Updates: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट (Muradnagar Cremation Ground Collapsed) में हुए हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. 17 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए तत्काल राहत पहुंचाने और कार्रवाई के निर्देश दिए. इस हादसे को लेकर श्मशान घाट के ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
दिल्ली निवासी अरविंद कुमार अपने दादा के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश के मुरादनगर गए थे. उनका परिवार अब दो दिनों में दूसरे अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है, क्योंकि श्मशान घाट पर लेंटर गिरने से अरविंद कुमार की मौत हो गई है.
गाजियाबाद श्मशान घाट हादसा: 25 लोगों की मौत के बाद ईओ, जेई, सुपरवाइजर और ठेकेदार पर केस दर्ज
अरविंद के बड़े भाई राकेश कुमार ने कहा, 'हमारे लिए सब कुछ खत्म हो गया है.' राकेश कुमार बताते हैं, 'मैंने अपने भाई के मोबाइल पर कॉल किया था. किसी और ने फोन उठाया और लेंटर गिरने की जानकारी दी. मैं तुरंत श्मशान घाट पहुंचा. मेरे भाई को मलबे से बाहर निकालने में दो घंटे लग गए. अस्पताल पहुंचाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.'एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, 'रविवार सुबह से ही बारिश हो रही थी. लिहाजा श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए आए लोगों में से ज्यादातर ने हाल ही में बनाए गए लेंटर के नीचे शरण ली थी. इसी दौरान हादसा हो गया. शवों को क्रेन से निकाला जा रहा था.' अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से ज्यादातर जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था.
वहीं, मेरठ के रहने वाले जयवीर सिंह (50) की भी इस हादसे में मौत हो गई. जयवरी अपने भाई के ससुर के अंतिम संस्कार में शामिल होने मुरादनगर गए थे. हादसे में अपनों को खोने वाले परिवारों ने अस्पताल में सुविधाओं की कमी की शिकायत की और स्थानीय प्रशासन पर इस घटना से निपटने में ढुलमुल रवैये का आरोप लगाया है.
News18 को सूत्रों ने बताया कि इस हादसे में ठेकेदार अजय त्यागी, ईओ, मुरादनगर नगरपालिका निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
क्या घोटाले ने ली इतनी जानें?
दरअसल, हादसे के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या श्मशान घाट में हुए घोटाले ने ले ली लोगों की जान ली है? हादसे में मारे गए जयवीर सिंह के एक अन्य रिश्तेदार ने कहा, 'तीन महीने पहले श्मशान घाट का छत डाला गया था, जिसमें कच्ची रेत का इस्तेमाल किया गया. यह पहली बारिश के बाद ढह गया. ठेकेदार को तुरंत जेल में डालना चाहिए.'

पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है. राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.'
दिल्ली निवासी अरविंद कुमार अपने दादा के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश के मुरादनगर गए थे. उनका परिवार अब दो दिनों में दूसरे अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है, क्योंकि श्मशान घाट पर लेंटर गिरने से अरविंद कुमार की मौत हो गई है.
गाजियाबाद श्मशान घाट हादसा: 25 लोगों की मौत के बाद ईओ, जेई, सुपरवाइजर और ठेकेदार पर केस दर्ज
अरविंद के बड़े भाई राकेश कुमार ने कहा, 'हमारे लिए सब कुछ खत्म हो गया है.' राकेश कुमार बताते हैं, 'मैंने अपने भाई के मोबाइल पर कॉल किया था. किसी और ने फोन उठाया और लेंटर गिरने की जानकारी दी. मैं तुरंत श्मशान घाट पहुंचा. मेरे भाई को मलबे से बाहर निकालने में दो घंटे लग गए. अस्पताल पहुंचाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.'एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, 'रविवार सुबह से ही बारिश हो रही थी. लिहाजा श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए आए लोगों में से ज्यादातर ने हाल ही में बनाए गए लेंटर के नीचे शरण ली थी. इसी दौरान हादसा हो गया. शवों को क्रेन से निकाला जा रहा था.' अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से ज्यादातर जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था.
वहीं, मेरठ के रहने वाले जयवीर सिंह (50) की भी इस हादसे में मौत हो गई. जयवरी अपने भाई के ससुर के अंतिम संस्कार में शामिल होने मुरादनगर गए थे. हादसे में अपनों को खोने वाले परिवारों ने अस्पताल में सुविधाओं की कमी की शिकायत की और स्थानीय प्रशासन पर इस घटना से निपटने में ढुलमुल रवैये का आरोप लगाया है.
News18 को सूत्रों ने बताया कि इस हादसे में ठेकेदार अजय त्यागी, ईओ, मुरादनगर नगरपालिका निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
क्या घोटाले ने ली इतनी जानें?
दरअसल, हादसे के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या श्मशान घाट में हुए घोटाले ने ले ली लोगों की जान ली है? हादसे में मारे गए जयवीर सिंह के एक अन्य रिश्तेदार ने कहा, 'तीन महीने पहले श्मशान घाट का छत डाला गया था, जिसमें कच्ची रेत का इस्तेमाल किया गया. यह पहली बारिश के बाद ढह गया. ठेकेदार को तुरंत जेल में डालना चाहिए.'
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है. राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.'