चिदंबरम बोले- अब अर्थव्यवस्था को भगवान बचाए
News18Hindi Updated: December 3, 2019, 1:21 PM IST

पी चिदंबरम ने भाजपा पर साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दूबे (Nishikant Dubey) ने सकल घरेलु उत्पाद यानी GDP के कम होने का बचाव करते हुए कुछ ऐसी बात कही जो उन्हीं की पार्टी के लिए मुसीबत बन गई.
- News18Hindi
- Last Updated: December 3, 2019, 1:21 PM IST
नई दिल्ली. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) की ओर से जीडीपी को लेकर की गई टिप्पणी की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P. Chidambaram) ने मंगलवार को भाजपा पर निशाना साधा और तंज कसते हुए कहा कि अब देश की अर्थव्यवस्था को भगवान बचाए. उन्होंने ट्वीट किया, 'जीडीपी के आंकड़ों का कोई मतलब नहीं रह गया, निजी कर में कटौती होगी, आयात शुल्क में बढ़ोतरी की जाएगी. सुधार को लेकर भाजपा के ये विचार हैं.'
चिदंबरम ने इसके साथ ही तंज कसते हुए कहा, 'भारत की अर्थव्यवस्था को भगवान बचाए'.
दरअसल संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दूबे ने सकल घरेलु उत्पाद यानी GDP के कम होने का बचाव करते हुए कुछ ऐसी बात कही जो उन्हीं की पार्टी के लिए मुसीबत बन गई है.
दुबे ने कही ऐसी बात
कार्पोरेट टैक्स में कटौती से जुड़े संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान दुबे ने सोमवार को लोकसभा में कहा था कि 'जीडीपी 1934 में आया, इससे पहले कोई जीडीपी नहीं था, केवल जीडीपी को बाइबल, रामायण या महाभारत मान लेना सत्य नहीं है और भविष्य में जीडीपी का कोई बहुत ज्यादा उपयोग भी नहीं होगा.'
6 साल का सबसे न्यूनतम आंकड़ा
जारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन घटने और निजी निवेश कमजोर होने से आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घटकर 4.5 प्रतिशत पर आ गयी. यह आर्थिक वृद्धि का छह साल का न्यूनतम आंकड़ा है. वहीं दूसरी तरफ आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर में 5.8 प्रतिशत घटा. यह कम-से-कम 2005 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट है. (भाषा इनपुट के साथ)
ये भी पढ़ें : गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोले- एमएलए बनने के बाद पागल हो जाता है शख्स
चिदंबरम ने इसके साथ ही तंज कसते हुए कहा, 'भारत की अर्थव्यवस्था को भगवान बचाए'.
GDP numbers are irrelevant, personal tax will be cut, import duties will be increased.
These are BJP’s ideas of reforms.
God save India’s economy.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 3, 2019
Loading...
दरअसल संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दूबे ने सकल घरेलु उत्पाद यानी GDP के कम होने का बचाव करते हुए कुछ ऐसी बात कही जो उन्हीं की पार्टी के लिए मुसीबत बन गई है.
दुबे ने कही ऐसी बात
कार्पोरेट टैक्स में कटौती से जुड़े संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान दुबे ने सोमवार को लोकसभा में कहा था कि 'जीडीपी 1934 में आया, इससे पहले कोई जीडीपी नहीं था, केवल जीडीपी को बाइबल, रामायण या महाभारत मान लेना सत्य नहीं है और भविष्य में जीडीपी का कोई बहुत ज्यादा उपयोग भी नहीं होगा.'
6 साल का सबसे न्यूनतम आंकड़ा
जारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन घटने और निजी निवेश कमजोर होने से आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घटकर 4.5 प्रतिशत पर आ गयी. यह आर्थिक वृद्धि का छह साल का न्यूनतम आंकड़ा है. वहीं दूसरी तरफ आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर में 5.8 प्रतिशत घटा. यह कम-से-कम 2005 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट है. (भाषा इनपुट के साथ)
ये भी पढ़ें : गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोले- एमएलए बनने के बाद पागल हो जाता है शख्स
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए देश से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: December 3, 2019, 12:04 PM IST
Loading...