jal jeevan Mission -सरकार आपके परिजनों के नाम लगवाएगी हैंडपंप, पानी की टंकी और ट्यूबवेल, जानें कैसे?

सरकार आपके परिजनों के नाम से करवाएगी विकास के काम. (सांंकेतिक फोटो)
परिजनों के नाम से ग्रामीण इलाकों में हैंडपंप लगवाना या फिर ट्यूबवेल या तालाब बनवाना चाह रहे हैं, तो इस काम में केन्द्र सरकार आपकी सहायता करेगी. साथ ही आर्थिक मदद भी करेगी.
- News18Hindi
- Last Updated: February 22, 2021, 5:43 PM IST
नई दिल्ली. अगर आप अपने किसी परिजन के नाम से ग्रामीण इलाकों (rural area) में हैंडपंप लगवाना चाहते हैं या फिर ट्यूबवेल या तालाब बनवाना चाह रहे हैं, तो इस काम में केन्द्र सरकार (Central government) आपकी सहायता करेगी. इतना ही नहीं, सरकार आपकी आर्थिक मदद भी करेगी. यह पहल ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए चलाए जा रहे जल जीवन मिशन (jal jeevan Mission) के तहत शुरू की जा रही है, जो मार्च से शुरू हो संभावित है.
सरकार जल जीवन मिशन के तहत राष्ट्रीय जल जीवन कोष (raashtreey jal jeevan kosh) बना रही है. इसके लिए ऐसा मॉडल तैयार कर रही है, जिससे रुपए जल जीवन कोष से सीधा पंचायत और गांव तक पहुंचे. जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार बहुत सारे लोग ग्रामीण इलाकों में हैंडपंप, ट्यूबवेल, तालाब आदि बनवाना या पाइप लाइन बिछवाना चाहते हैं या और कोई भी पानी से संबंधित काम करवाना चाहते हैं, लेकिन कैसे यह काम करवाएं, किस गांव में करवाएं, क्या प्रक्रिया होगी. इसकी जानकारी उन लोगों को नहीं होती है. इस वजह से वे चाहकर भी ग्रामीण इलाकों में मदद नहीं कर पाते हैं.
जल शक्ति मंत्रालय इसी को ध्यान में रखते हुए नई पहल शुरू करने जा रही है. इसके तहत अपने परिजनों के नाम से ग्रामीण इलाकों में पानी से संबंधित काम कराने के लिए कुल आने वाले खर्च में से 75 फीसदी से अधिक आम लोगों को चुकाने होंगे, बचा हुए फंड सरकार देगी और लोगों द्वारा चिन्हित गांवों में बताए गए काम को कराएगी, साथ ही फंड देने वाले व्यक्ति के परिजन के नाम की पट्टिका भी लगाएगी. परिजनों के नाम से ग्रामीण इलाकों में जल संबंधी काम करवाने के लिए लोगों को राष्ट्रीय जल जीवन कोष रुपए जमा करने होंगे और वहीं पर बताना होगा कि किस गांव में किस तरह का काम करवाना चाह रहे हैं. इसके बाद जल शक्ति मंत्रालय काम करवाएगा.
जल जीवन मिशनजल जीवन मिशन की घोषणा अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री द्वारा की गई थी, इसका प्रमुख उद्देश्य वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में शुद्ध जल उपलब्ध करना है।
सरकार जल जीवन मिशन के तहत राष्ट्रीय जल जीवन कोष (raashtreey jal jeevan kosh) बना रही है. इसके लिए ऐसा मॉडल तैयार कर रही है, जिससे रुपए जल जीवन कोष से सीधा पंचायत और गांव तक पहुंचे. जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार बहुत सारे लोग ग्रामीण इलाकों में हैंडपंप, ट्यूबवेल, तालाब आदि बनवाना या पाइप लाइन बिछवाना चाहते हैं या और कोई भी पानी से संबंधित काम करवाना चाहते हैं, लेकिन कैसे यह काम करवाएं, किस गांव में करवाएं, क्या प्रक्रिया होगी. इसकी जानकारी उन लोगों को नहीं होती है. इस वजह से वे चाहकर भी ग्रामीण इलाकों में मदद नहीं कर पाते हैं.
जल शक्ति मंत्रालय इसी को ध्यान में रखते हुए नई पहल शुरू करने जा रही है. इसके तहत अपने परिजनों के नाम से ग्रामीण इलाकों में पानी से संबंधित काम कराने के लिए कुल आने वाले खर्च में से 75 फीसदी से अधिक आम लोगों को चुकाने होंगे, बचा हुए फंड सरकार देगी और लोगों द्वारा चिन्हित गांवों में बताए गए काम को कराएगी, साथ ही फंड देने वाले व्यक्ति के परिजन के नाम की पट्टिका भी लगाएगी. परिजनों के नाम से ग्रामीण इलाकों में जल संबंधी काम करवाने के लिए लोगों को राष्ट्रीय जल जीवन कोष रुपए जमा करने होंगे और वहीं पर बताना होगा कि किस गांव में किस तरह का काम करवाना चाह रहे हैं. इसके बाद जल शक्ति मंत्रालय काम करवाएगा.
जल जीवन मिशनजल जीवन मिशन की घोषणा अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री द्वारा की गई थी, इसका प्रमुख उद्देश्य वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में शुद्ध जल उपलब्ध करना है।