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50 हजार साल बाद धरती के सबसे करीब से गुजरेगा यह हरा धूमकेतु, आखिरी बार हिमयुग में आया था नजर

50 हजार साल बाद आसामन में नजर आने वाला है हरा धूमकेतु. (फोटो- Dan Bartlett/Nasa/AFP/Getty Images)

50 हजार साल बाद आसामन में नजर आने वाला है हरा धूमकेतु. (फोटो- Dan Bartlett/Nasa/AFP/Getty Images)

C/2022 E3 नाम का एक धूमकेतु, जिसे आखिरी बार हिम युग में देखा गया था, वो एक बार फिर से नजर आने वाला है और इसे आप आसानी स ...अधिक पढ़ें

भुवनेश्वर. अधिकांश लोगों ने धूमकेतु (Comet) का नाम सुना होगा, जो रात के वक्त अधिक दिखाई देता है. जिसका आम रंग सफेद होता है. लेकिन क्या आपने कभी हरे रंग का धूमकेतु देखा है. अगर नहीं तो समय नोट कर लीजिए और उस धूमकेतु का दीदार करिये, जो 50 हजार साल बाद नजर आने वाला है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक C/2022 E3 नाम का एक धूमकेतु, जिसे आखिरी बार हिम युग में देखा गया था, वो एक बार फिर से नजर आने वाला है और इसे आप आसानी से नग्न आंखों से देख सकते हैं.

30 जनवरी से 2 फरवरी के बीच दिखेगा धूमकेतु
धूमकेतु जमी हुई गैसों, चट्टानों और धूल के ब्रह्मांडीय स्नोबॉल हैं, जो सूर्य के चारों ओर घूमते रहते हैं. जब कोई धूमकेतु सूर्य के पास पहुंचता है तो वह गर्म हो जाता है, सतह की बर्फ के गैल में बदल देता है. जो अधिकांश ग्रहों की तुलना में अधिक चमकदार सिर के साथ पूछ जैसा दिखाई देता है. बता दें कि यह खास धूमकेतु 30 जनवरी से 2 फरवरी तक ओडिशा सहित देश के कई हिस्सों में नजर आने वाला है. खगोलविदों को इस घटना का बेसब्री से इंतजार है.

साल 2022 में पहली बार देखा गया था
2 मार्च 2022 को इसे पहली बार देखा गया था. तब सभी को लगा था कि यह एक उल्कापिंड है. लेकिन जैसे-जैसे यह सूर्य के करीब आता रहा, इसकी चमक बढ़ती गई और बाद में पता चला की यह एक धूमकेतु है. टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि अंतिम जीव जो इसे देख सकते थे वे निएंडरथल थे. विशेषज्ञों के अनुसार, E3 धूमकेतु 2.5 प्रकाश मिनट की दूरी से हमारे ग्रह को पार करेगा जो कि 27 मीटर मील है.

12 जनवरी को धूमकेतु सूर्य के सबसे करीब था
विशेषज्ञों का कहना है कि धूमकेतु का हरा रंग मुख्य रूप से धूमकेतु के सिर के चारों ओर डायटोमिक कार्बन की उपस्थिति के कारण होता है. नासा के मुताबिक 12 जनवरी को यह सूर्य के सबसे करीब था. इसके बाद से लगभग पूरी जनवरी यह टेलीस्कोप के जरिये दिखाई देगा.

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