छोटा उदयपुर (ST) विधानसभा सीट कांग्रेस और भाजपा के दबदबे वाली सीटों में शामिल है. कांग्रेस ने 2017 में इस सीट पर दूसरी बार जीत दर्ज की थी. (News18Hindi)
छोटा उदयपुर. गुजरात की छोटा उदयपुर (ST) विधानसभा सीट (Chhota Udaipur Assembly Seat) कांग्रेस और भाजपा के दबदबे वाली सीट मानी जाती है. यह विधानसभा सीट छोटा उदयपुर संसदीय क्षेत्र (Chhota Udaipur Parliamentary Constituency) के अंतर्गत है. कांग्रेस ने 2017 में इस सीट पर दूसरी बार जीत दर्ज की थी. आगामी 5 दिसंबर को होने वाले चुनावों में कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी तीनों पूरे दमखम के साथ उतरी हुई हैं. कांग्रेस के मोहनसिंह छोटुभाई राठवा ने भाजपा के जशुभाई भीलूभाई राठवा को 1,093 वोटों के अंतराल से हराया था. लेकिन इस बार चुनाव किसके पक्ष में होगा, कौन यहां बाजी मारेगा, यह आने वाले समय में ही पता चलेगा.
इस बीच देखा जाए तो इस सीट पर कांग्रेस 1962 से अब तक कुल 9 चुनाव जीत चुकी है. भाजपा भी इस सीट पर 2002 और 2007 के चुनाव जीत कर अपना लोहा मनवा चुकी है. लेकिन पिछले एक दशक से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा बना है. भाजपा ने 10 बार के विधायक रहे कद्दावर नेता मोहनसिंंह के बेटे राजेन्द्रसिंह मोहनसिंह राठवा (Rajendrasinh Mohansinh Rathwa) पर बड़ा दांव खेला है. मोहनसिंह ने बेटे के टिकट के लिए ऐन वक्त पर कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी. गुजरात की राजनीति में उनका बड़ा दखल माना जाता है. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद नारणभाई राठवा के पुत्र संग्रामसिंह राठवा (Sangramsinh Naranbhai Rathwa) को इस बार चुनावी दंगल में उतारा है. आम आदमी पार्टी ने पेशे से प्रोफेसर अर्जुन राठवा (Arjun Rathva) को टिकट दिया है.
नारायण भाई राठवा छोटा उदयपुर और पूरे आदिवासी बेल्ट में कांग्रेस के चेहरे ही नहीं, आपस में अच्छे दोस्त के रूप में भी जाने जाते हैं। इस तरह भाजपा और कांग्रेस का चुनावी मुकाबला छोटा उदयपुर में आपस में ही दोस्त रहे राठवाओं के बीच केंद्रित हो गया है। आम आदमी पार्टी ने पेशे से प्रोफेसर अर्जुन राठवा को टिकट दिया है। आदिवासी बहुल सीट छोटा उदयपुर परंपरागत रूप से कांग्रेस की मानी जाती रही है।
साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस के मोहनसिंह छोटुभाई राठवा को 75,141 मत प्राप्त हुए थे जबकि भाजपा के जशुभाई भीलूभाई राठवा को दूसरे स्थान पर 74,048 वोट हासिल हुए थे. दोनों के बीच जीत हार का अंतराल 1,093 वोटों का रहा था. वहीं, साल 2012 का चुनाव भी मोहन सिंह छोटुभाई राठवा के पक्ष में रहा था. मोहन सिंह छोटुभाई राठवा ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भाजपा के गुलसिंग भाई रंगलाभाई राठवा को 2,305 मतों के अंतराल से हराया था. इस सीट पर कांग्रेस ने 1967, 1972, 1980, 1985, 1990, 1995, 1998 के चुनाव भी जीते थे. भाजपा इस सीट पर सिर्फ 2007 और 2002 का चुनाव भी जीत चुके हैं.
छोटा उदयपुर (ST) पर 2.71 लाख से ज्यादा मतदाता
छोटा उदयपुर (ST) विधानसभा सीट (Chhota Udaipur Assembly Seat) पर कुल मतदाताओं की संख्या 271496 है. इनमें 139293 पुरूष और 132201 महिला मतदाता हैं. इस सीट पर अन्य मतदाताओं की संख्या 2 है. गुजरात में कुल वोटरों की संख्या पर नजर डाली जाए तो यह 4,90,89,765 है. इनमें 2,53,36,610 पुरूष, 2,37,51,738 महिला और 1,417 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. इस बार कुल 27,943 सर्विस वोटर भी हैं. इससे कुल मतदाता इस बार 4,91,17,308 हैं.
छोटा उदयपुर (ST) संसदीय सीट पर 2009 से BJP का वर्चस्व
छोटा उदयपुर (ST) विधानसभा सीट (Chhota Udaipur Assembly Seat) छोटा उदयपुर जिला और संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत है. यह संसदीय सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित है. इस संसदीय क्षेत्र से 2019 के चुनाव में भाजपा की गीताबेन राठवा सांसद चुनी गई थीं. भाजपा की गीताबेन को 7,64,445 वोट हासिल हुए थे जबकि इंडियन नेशनल कांग्रेस की रंजीत मोहन सिंह राठवा को 3,86,502 हासिल हुए थे. गीताबेन ने रंजीत मोहन को 3,77,943 मतों के बड़े अंतराल से हराया था. इस संसदीय क्षेत्र से रामसिंह राठवा ने 2014 और 2009 का लोकसभा चुनाव लगातार जीता था.
राज्य की सभी 182 सीटों पर दो चरणों में होंगे चुनाव
बताते चलें कि गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से फर्स्ट फेज में 89 सीटों पर 1 दिसंबर को चुनाव होगा. वहीं बाकी 93 विधानसभा सीटों पर 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. आगामी 8 दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे. अहम बात यह है कि इस बार भाजपा और कांग्रेस के अलावा चुनावी दंगल में आम आदमी पार्टी (AAP) भी मजबूती के साथ ताल ठोंके हुए है.
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Tags: Assembly election, Gujarat Elections
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