नई दिल्ली. केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी (Hardip Puri) ने हवाई-किराए के मसले पर भी महाराष्ट्र, बंगाल जैसे गैर-भाजपा शासित राज्यों को घेरा है. पूर्व में नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभाल चुके पुरी ने गुरुवार को इस संबंध में एक और ट्वीट किया. इसमें लिखा, ‘कभी सोचा है, हवाई-किराए की दरें कम क्यों नहीं हो पातीं. इसलिए क्योंकि दिल्ली, महाराष्ट्र और बंगाल जैसे राज्य एटीएफ (Aviation Turbine Fuel) पर भी 25% से अधिक टैक्स वसूलते हैं.’
हरदीप पुरी ने इसके बाद प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा द्वारा शासित राज्यों का ब्यौरा दिया. उन्होंने बताया, ‘हवाई किराए की लागत में 40% तक हिस्सेदारी एटीएफ की होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश, नगालैंड और यहां तक कि जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य एटीएफ पर सिर्फ 1% टैक्स वसूल करते हैं. ताकि हवाई किराया संतुलित रहे.’ उन्होंने लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि देश का आम नागरिक हवाई चप्पल से हवाई जहाज तक का सफर करे. हवाई यातायात इतना सस्ता कर दिया जाए. लेकिन विपक्षी राज्य आम आदमी की राह में बाधाएं खड़ी कर रहे हैं.’
पुरी ने गैरभाजपाई राज्यों पर दोहरे मापदंडों का आरोप लगाया और लिखा, ‘एक तरफ तो ये राज्य पेट्रोल-डीजल की अधिक कीमतों के मसले पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. इस तरह आम जनता को भरमा रहे हैं. दूसरी तरफ, उसी जनता से भारी टैक्स वसूल कर अपना खजाना भर रहे हैं. इस तरह का दोहरा चरित्र है विपक्षी दलों की सरकार वाले इन राज्यों का.’
हरदीप पुरी ने इससे पहले गुरुवार को ही अन्य ट्वीट में लिखा, ‘महाराष्ट्र सरकार पेट्रोल पर 32.15 रुपए प्रति लीटर तक टैक्स वसूलती है. ऐसे ही राजस्थान में 29.10 रुपए प्रति लीटर तक टैक्स लिया जाता है. जबकि भारतीय जनता पार्टी के शासन वाले उत्तराखंड में 14.51 और उत्तर प्रदेश में 16.50 रुपए प्रति लीटर टैक्स लिया जा रहा है.’ आगे लिखा, ‘विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों की सरकारें अगर शराब के बजाय पेट्रोल पर टैक्स कम कर दें तो जनता को बहुत राहत मिल जाएगी.’
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