फाइल फोटो...
नई दिल्ली. इरादे तो हर कोई बना लेता है, लेकिन उसे पूरा करने की जिद्द कुछ ही लोगों में होती है. जो अपनी जिद्द पर अड़ जाते हैं वो भविष्य की ऊंचाई को छू ही लेते हैं. ऐसी कहानी है आईटी क्षेत्र में नई पहचान बनाने वाले हर्ष जोशी की. महज 25 साल की उम्र में पढ़ाई पूरी करके हर्ष अब आईटी क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल कर रहे हैं. आईटी क्षेत्र में अपने बिजनेस ऑशटेक्नोलॉजीज के जरिए वह डिजिटल मार्केटिंग, रचनात्मक ब्रांड प्लेसमेंट, ब्रांड परामर्श और यहां तक कि उपकरण जैसी विश्व स्तरीय सेवाएं लोगों को दे रहे हैं. वक्त के साथ तकनीक, सेवाओं के विस्तार करने वह कंपटीशन वाली कंपनियों को पीछे छोड़ रहे हैं.
उनकी कंपनी की खास बात ये है कि जब आज के दौर में हर कोई प्रॉफिट कमाने की प्लानिंग कर रहा है, लेकिन वह नेशनल, लोकल, इंटरनेशनल बिजनेस को एक प्लेटफॉर्म दे रहे हैं, जो कोरोना वायरस महामारी के कारण या तो नुकसान में थे या बहुत ही मुश्किल से काम कर पा रहे थे. हर्ष और उनकी कंपनी ने इन व्यवसायों को नया रूप देते हुए डिजिटल प्लेफॉर्म पर लाया. उन्होंने अपने नेटवर्क के जरिए इन कंपनियों के मालिकों को ग्राहकों से जोड़ा और पैसा कमाने में मदद की.
नेशनल, इंटरनेशनल ब्रांड्स के लिए काम करने वाले हर्ष ने लोकल टू वोकल को भी एक बड़े स्तर पर पहचान मिल सके इसलिए छोटे कारोबारियों का काम फ्री में किया. लोकल टू वोकल के बारे में बात करते हुए हर्ष कहते हैं कि स्थानीय कारोबारी कोरोना के दौरान अपने बिजनेस को लेकर परेशान थे. तब मैंने उन्हें मुफ्त में मदद करने का फैसला किया. शुरुआत में ये थोड़ा मुश्किल जरूर था, लेकिन वक्त के साथ छोटे कारोबार को भी हमने एक प्लेटफॉर्म दिलाने में सफलता हासिल की.
हर्ष की कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो कुछ नया करने की न सिर्फ सोच रहे हैं बल्कि उस सोच को जमीनी स्तर पर उसे पूरा करने की कोशिश भी कर रहे हैं.
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