किसान आंदोलन: कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद खट्टर बोले- 2-3 दिन में निकल सकता है हल; किसानों ने कहा- जारी रहेगा प्रदर्शन

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की. (फोटो- ANI)
Manohar Lal Khattar meet Agriculture Minister NS Tomar: कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मेरा मानना है कि अगले 2-3 दिन में सरकार और किसानों में बात हो सकती है. किसानों के विरोध का समाधान चर्चा के माध्यम से निकलना चाहिए.
- News18Hindi
- Last Updated: December 20, 2020, 5:32 AM IST
नई दिल्ली. कृषि कानूनों (Farm Law) को लेकर किसानों का आंदोलन (Farmer Protest) जारी है. किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच शनिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Haryana CM Manohar Lal Khattar) ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने कृषि कानूनों पर चर्चा की. कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मेरा मानना है कि अगले 2-3 दिन में सरकार और किसानों में बात हो सकती है. किसानों के विरोध का समाधान चर्चा के माध्यम से निकलना चाहिए. खट्टर ने कहा कि यदि किसान ‘हां या नहीं’ में उत्तर की मांग के बिना आगे आते हैं तो सरकार बातचीत के लिए तैयार है.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस मुद्दे को जल्द हल किया जाना चाहिए. दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन करते हुए किसानों को 24 दिन हो गये हैं. एक दिन पहले ही भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने हरियाणा के रोहतक में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन में भाग लिया. सर छोटू राम मंच के सदस्यों ने धरना का आयोजन किया था. बीरेंद्र सिंह सर छोटू राम के पौत्र हैं.
हरियाणा सरकार के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदर्शन शुरू होने के बाद से दूसरी बार तोमर से उनके आवास पर मुलाकात की है. इससे पहले खट्टर ने आठ दिसंबर को केंद्रीय कृषि मंत्री से मुलाकात की थी.
सूत्रों के अनुसार समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन के बारे में बात की और जल्द से जल्द इस मुद्दे का समाधान निकालने के रास्ते पर विचार-विमर्श किया.
किसान भी दो-तीन दिन में तय करेंगे अगला कदम
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों ने शनिवार को कहा कि वे अपना अगला कदम अगले दो तीन दिनों में तय करेंगे. इस सप्ताह के शुरू में उच्चतम न्यायालय ने उल्लेखित किया था कि वह गतिरोध के समाधान के लिए कृषि विशेषज्ञों और किसान यूनियनों का एक ‘‘निष्पक्ष और स्वतंत्र’’ समिति गठित करने पर विचार कर रहा है.
किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा कि रणनीति तय करने के लिए यूनियनों के बीच वर्तमान में चर्चा चल रही है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर कानूनी राय भी ले रहे हैं. कक्का ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमारी बैठकें अगले कदम के लिए हो रही हैं. हम उम्मीद करते हैं कि अगले दो-तीन दिनों में, हमारे समक्ष यह स्पष्टता होगी कि हमें अदालत द्वारा सुझाई गई समिति का हिस्सा होना चाहिए या नहीं.’’
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
एक अन्य नेता बलबीर सिंह ने कहा कि किसान तब तक अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त नहीं करेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती. उन्होंने कहा, ‘‘हम एक लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं. हम अपने अधिकारों के लिए यहां हैं. हम अदालत के आदेश के बाद अपना रुख तय करने की प्रक्रिया में हैं.’’

नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर हजारों किसान पिछले 23 दिनों से दिल्ली सीमा पर कई स्थानों पर डटे हुए हैं.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस मुद्दे को जल्द हल किया जाना चाहिए. दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन करते हुए किसानों को 24 दिन हो गये हैं. एक दिन पहले ही भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने हरियाणा के रोहतक में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन में भाग लिया. सर छोटू राम मंच के सदस्यों ने धरना का आयोजन किया था. बीरेंद्र सिंह सर छोटू राम के पौत्र हैं.
I believe that the talk could be held in the next 2-3 days. A solution to this issue (farmers' protest) should be found through discussion. I have said that this issue should be resolved soon: Haryana CM Manohar Lal Khattar after meeting Union Agriculture Minister NS Tomar https://t.co/vfDtJq6EHW pic.twitter.com/EQjEhb5iUk
— ANI (@ANI) December 19, 2020
हरियाणा सरकार के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदर्शन शुरू होने के बाद से दूसरी बार तोमर से उनके आवास पर मुलाकात की है. इससे पहले खट्टर ने आठ दिसंबर को केंद्रीय कृषि मंत्री से मुलाकात की थी.
सूत्रों के अनुसार समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन के बारे में बात की और जल्द से जल्द इस मुद्दे का समाधान निकालने के रास्ते पर विचार-विमर्श किया.
किसान भी दो-तीन दिन में तय करेंगे अगला कदम
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों ने शनिवार को कहा कि वे अपना अगला कदम अगले दो तीन दिनों में तय करेंगे. इस सप्ताह के शुरू में उच्चतम न्यायालय ने उल्लेखित किया था कि वह गतिरोध के समाधान के लिए कृषि विशेषज्ञों और किसान यूनियनों का एक ‘‘निष्पक्ष और स्वतंत्र’’ समिति गठित करने पर विचार कर रहा है.
किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा कि रणनीति तय करने के लिए यूनियनों के बीच वर्तमान में चर्चा चल रही है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर कानूनी राय भी ले रहे हैं. कक्का ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमारी बैठकें अगले कदम के लिए हो रही हैं. हम उम्मीद करते हैं कि अगले दो-तीन दिनों में, हमारे समक्ष यह स्पष्टता होगी कि हमें अदालत द्वारा सुझाई गई समिति का हिस्सा होना चाहिए या नहीं.’’
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
एक अन्य नेता बलबीर सिंह ने कहा कि किसान तब तक अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त नहीं करेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती. उन्होंने कहा, ‘‘हम एक लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं. हम अपने अधिकारों के लिए यहां हैं. हम अदालत के आदेश के बाद अपना रुख तय करने की प्रक्रिया में हैं.’’
नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर हजारों किसान पिछले 23 दिनों से दिल्ली सीमा पर कई स्थानों पर डटे हुए हैं.