हाथरस केस: CBI ने दायर की चार्जशीट, चारों आरोपियों पर रेप और हत्या का आरोप

हाथरस केस में CBI ने चार्जशीट दाखिल कर दी है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप और हत्याकांड मामले (Hathras Gangrape and Murder Case) की जांच कर रही सीबीआई (CBI) ने शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है. योगी सरकार ने यह केस सीबीआई को जांच के लिए सौंपा था.
- News18Hindi
- Last Updated: December 18, 2020, 3:21 PM IST
हाथरस. उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप और हत्याकांड मामले (Hathras Gangrape and Murder Case) की जांच कर रही सीबीआई (CBI) ने शुक्रवार को मामले की चार्जशीट दाखिल कर दी है. सीबीआई ने चार्जशीट में इस मामले में पकड़े गए सभी चारों आरोपियों को रेप और हत्या का आरोपी माना है. बता दें इस मामले में चारों आरोपियों संदीप, लवकुश, रवि और रामू पर गांव की एक दलित लड़की की रेप और हत्या का आरोप है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप और हत्याकांड मामले की जांच कर रही सीबीआई शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है. योगी सरकार ने यह केस सीबीआई को जांच के लिए सौंपा था, जिसकी सीबीआई बीते दो महीने से जांच में जुटी थी. उधर, इस मामले की जांच कर रही सीबीआई पीड़िता के भाई को फोरेंसिक साइकोलॉजिकल टेस्ट के लिए गुजरात लेकर जाएगी. यहां उसका साइकोलॉजिकल असेसमेंट कराया जाएगा. हाथरस कांड में पीड़िता के भाई की ओर से ही एफआईआर दर्ज कराई गई थी.

इसे भी पढ़ें :- हाथरस केस: पीड़िता और मां का वीडियो बनाने वालों से CBI ने की घंटों पूछताछ, इस तरह के पूछे सवालबता दें इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने हाथरस मामले में अपना आदेश सुरक्षित रखते हुए जांच की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी (डीएम) प्रवीण कुमार लक्षकार के खिलाफ सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर चिंता जाहिर की थी. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख मुकर्रर करते हुए उस दिन सीबीआई से इस मामले में अपनी जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को भी कहा था.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप और हत्याकांड मामले की जांच कर रही सीबीआई शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है. योगी सरकार ने यह केस सीबीआई को जांच के लिए सौंपा था, जिसकी सीबीआई बीते दो महीने से जांच में जुटी थी. उधर, इस मामले की जांच कर रही सीबीआई पीड़िता के भाई को फोरेंसिक साइकोलॉजिकल टेस्ट के लिए गुजरात लेकर जाएगी. यहां उसका साइकोलॉजिकल असेसमेंट कराया जाएगा. हाथरस कांड में पीड़िता के भाई की ओर से ही एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
इसे भी पढ़ें :- हाथरस केस: पीड़िता और मां का वीडियो बनाने वालों से CBI ने की घंटों पूछताछ, इस तरह के पूछे सवालबता दें इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने हाथरस मामले में अपना आदेश सुरक्षित रखते हुए जांच की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी (डीएम) प्रवीण कुमार लक्षकार के खिलाफ सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर चिंता जाहिर की थी. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख मुकर्रर करते हुए उस दिन सीबीआई से इस मामले में अपनी जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को भी कहा था.