चक्रवात 'बुरेवी' के प्रभाव से पुडुचेरी और तमिलनाडु के कई इलाकों में भारी बारिश, धान की फसल पानी में डूबी

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ट्वीट किया कि रामनाथपुरम जिले के तट के निकट मन्नार की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र अभी बना हुआ है. (photo:ANI)
Cyclone Burwi: दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के प्रभाव की वजह से भारी बारिश हो रही है लेकिन अब यह कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया.
- News18Hindi
- Last Updated: December 4, 2020, 5:35 PM IST
पुडुचेरी. पुडुचेरी (Puducherry) और उसके उपनगरों में चक्रवात बुरेवी (Cyclone Burwi) के प्रभावों की वजह से शुक्रवार को भारी बारिश (Heavy rains) हुई. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पिछले 24 घंटे में शुक्रवार सुबह आठ बजकर 30 मिनट तक पुडुचेरी में करीब 14 सेमी बारिश दर्ज की गई. मूसलाधार बारिश की वजह से कई आवासीय कालोनियों और मुख्य मार्गों पर जलजमाव देखने को मिले और कई क्षेत्रों में कई घंटों तक बिजली आपूर्ति प्रभावित रही.
दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के प्रभाव की वजह से भारी बारिश हो रही है लेकिन अब यह कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया. मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और इनमें से कुछ स्थानों पर उन्हें घुटने भर पानी से भी गुजरना पड़ा. नारायणसामी ने कुछ इलाकों में जमे पानी को बाहर निकालने के नगर निगमों के कदमों का भी निरीक्षण किया.
तमिलनाडु में भारी बारिश जारी, फसलें पानी में डूबी
तमिलनाडु में शुक्रवार को भी भारी बारिश का दौर जारी है जिससे फसलें पानी में डूब गई हैं और कई शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में जलभराव हो गया है. रामनाथपुरम के निकट मन्नार की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को कमजोर हो सकता है.देखें VIDEO...
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ट्वीट किया कि रामनाथपुरम जिले के तट के निकट मन्नार की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र अभी बना हुआ है. यह रामनाथपुरम से 40 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है. ट्वीट में कहा गया कि यह उसी स्थान पर बना रहेगा और अगले 12 घंटे में कमजोर होकर दबाव में परिवर्तित हो जाएगा और इसके बाद कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा.
धान और गन्ने की फसल पानी में डूबी
इसके प्रभाव से राज्य के अनेक स्थानों पर भारी वर्षा हुई. इसके अलावा कई क्षेत्रों में भारी से बेहद भारी बारिश हुई. नागपट्टिनम जिले के कोलीडाम में 36 सेंटीमीटर, कुड्डालोर के चिदंबरम में 34 सेंटीमीटर तथा दो दर्जन से अधिक स्थानों पर 10 से 28 सेंटीमीटर के बीच बारिश हुई. लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के कारण तिरुवरूर, पुडुकोट्टाई, तंजावूर आदि जिलों में धान और गन्ने की फसल पानी में डूब गई है. (इनपुटःपीटीआई-भाषा)
दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के प्रभाव की वजह से भारी बारिश हो रही है लेकिन अब यह कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया. मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और इनमें से कुछ स्थानों पर उन्हें घुटने भर पानी से भी गुजरना पड़ा. नारायणसामी ने कुछ इलाकों में जमे पानी को बाहर निकालने के नगर निगमों के कदमों का भी निरीक्षण किया.
तमिलनाडु में भारी बारिश जारी, फसलें पानी में डूबी
तमिलनाडु में शुक्रवार को भी भारी बारिश का दौर जारी है जिससे फसलें पानी में डूब गई हैं और कई शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में जलभराव हो गया है. रामनाथपुरम के निकट मन्नार की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को कमजोर हो सकता है.देखें VIDEO...
#WATCH | Tamil Nadu: Waterlogging at Bazullah Road in Chennai's T Nagar following heavy rainfall. pic.twitter.com/4un4mbVHLP
— ANI (@ANI) December 4, 2020
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ट्वीट किया कि रामनाथपुरम जिले के तट के निकट मन्नार की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र अभी बना हुआ है. यह रामनाथपुरम से 40 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है. ट्वीट में कहा गया कि यह उसी स्थान पर बना रहेगा और अगले 12 घंटे में कमजोर होकर दबाव में परिवर्तित हो जाएगा और इसके बाद कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा.
धान और गन्ने की फसल पानी में डूबी
इसके प्रभाव से राज्य के अनेक स्थानों पर भारी वर्षा हुई. इसके अलावा कई क्षेत्रों में भारी से बेहद भारी बारिश हुई. नागपट्टिनम जिले के कोलीडाम में 36 सेंटीमीटर, कुड्डालोर के चिदंबरम में 34 सेंटीमीटर तथा दो दर्जन से अधिक स्थानों पर 10 से 28 सेंटीमीटर के बीच बारिश हुई. लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के कारण तिरुवरूर, पुडुकोट्टाई, तंजावूर आदि जिलों में धान और गन्ने की फसल पानी में डूब गई है. (इनपुटःपीटीआई-भाषा)