पश्चिम बंगाल चुनाव में घर-घर तक पहुंचने का गृहमंत्री अमित शाह का ये है प्लान

बंगाल के नंदीग्राम में गृह मंत्री अमित शाह का रोड शो
West Bengal Assembly Elections: गृहमंत्री की तरह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और तमाम वरिष्ठ नेता बीजेपी के पश्चिम बंगाल के कोने कोने में रोड शो निकाल रहे हैं और जनता से किसी तरीके का संवाद कायम करने की कोशिश कर रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: March 30, 2021, 8:09 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections) में दूसरे चरण का चुनाव प्रचार खत्म हो गया. न्यूज़18 इंडिया ने यह समझा कि क्या है गृह मंत्री अमित शाह की पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतने की क्या है माइक्रो मैनेजमेंट स्ट्रेटजी, यानी सूक्ष्म रुप से कोने-कोने जाकर प्रचार करना और जनता को अपनी बातें समझाना है. दूसरे चरण के चुनाव प्रचार अंतिम दिन गृह मंत्री अमित शाह ने महज 50 किलोमीटर के इलाके में तीन रोड शो किए, इससे पहले भी चुनाव प्रचार अभियान के तहत बीजेपी गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की अगुवाई में पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में रोड शो करती रही है.
दरअसल यह रोड शो उन इलाकों में होते हैं जहां पर अभी तक राष्ट्रीय स्तर का या फिर प्रदेश स्तर का कोई बड़ा नेता सघन दौरा नहीं कर पाया. बेरोजगारी जैसी समस्या, स्थानीय आर्थिक व्यवस्था, कारखाने ना चलना इन इलाकों में ज्यों की त्यों है. गृह मंत्री अमित शाह का रोड शो इन इलाकों से निकलता है जिन्होंने कभी बड़ी नेता को देखा तक नहीं. अमित शाह का रोड शो 3 से 4 किलोमीटर तक का होता है और वह उस इलाके के प्रमुख हिस्से में होता है, अगर हम पासखुरा की बात करें तो पूर्वी मिदनापुर का इलाका है और गृह मंत्री अमित शाह ने यहां पर तंग रास्तों से गुजर कर जनता से सीधे संवाद कायम करने की कोशिश की.
ये भी पढ़ें- अगर BJP जीती तो कौन बनेगा CM, पश्चिम बंगाल पार्टी अध्यक्ष ने ये दिया जवाब
ऐसे तैयार की जाती है रणनीतिसबसे पहले गृह मंत्री उस इलाके की समस्या को समझते हैं फिर स्थानीय नेताओं के साथ मंत्रणा का दौर चलता है और उसके बाद यह रोड शो की रणनीति तैयार की जाती है. रोड शो के दौरान यह कोशिश रहती है कि जनता की समस्याएं सुनी जाए और उन्हें दूर करने के कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया जाए. गृहमंत्री के रोड शो के दौरान स्थानीय नेता भी रहते हैं जो उस इलाके का प्रतिनिधित्व करते हैं.
गृहमंत्री की तरह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और तमाम वरिष्ठ नेता बीजेपी के पश्चिम बंगाल के कोने कोने में रोड शो निकाल रहे हैं और जनता से किसी तरीके का संवाद कायम करने की कोशिश कर रहे हैं.

न्यूज18 इंडिया ने गृहमंत्री अमित शाह से खास बात की जिसमें उनका कहना था कि "हम चुनाव प्रचार अभियान जारी रख रहे हैं, निश्चित रूप से बीजेपी दो सौ से अधिक सीट जीतेगी, सिर्फ जय श्री राम ही मुद्दा नहीं सिंडिकेट, बेरोजगारी, इकानामी कई ऐसे मुद्दे हैं जिनके आधार पर हम चुनाव लड़ रहे हैं. हमने अपना घोषणापत्र बनाया है और उसके मुताबिक इस सोनार बांग्ला की परिकल्पना की है और सोनार बंगला बनाने की दिशा में काम किया जाएगा. यह हमारी पार्टी तय करेगी कि और कितने रोड शो हम करेंगे."
दरअसल यह रोड शो उन इलाकों में होते हैं जहां पर अभी तक राष्ट्रीय स्तर का या फिर प्रदेश स्तर का कोई बड़ा नेता सघन दौरा नहीं कर पाया. बेरोजगारी जैसी समस्या, स्थानीय आर्थिक व्यवस्था, कारखाने ना चलना इन इलाकों में ज्यों की त्यों है. गृह मंत्री अमित शाह का रोड शो इन इलाकों से निकलता है जिन्होंने कभी बड़ी नेता को देखा तक नहीं. अमित शाह का रोड शो 3 से 4 किलोमीटर तक का होता है और वह उस इलाके के प्रमुख हिस्से में होता है, अगर हम पासखुरा की बात करें तो पूर्वी मिदनापुर का इलाका है और गृह मंत्री अमित शाह ने यहां पर तंग रास्तों से गुजर कर जनता से सीधे संवाद कायम करने की कोशिश की.
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गृहमंत्री की तरह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और तमाम वरिष्ठ नेता बीजेपी के पश्चिम बंगाल के कोने कोने में रोड शो निकाल रहे हैं और जनता से किसी तरीके का संवाद कायम करने की कोशिश कर रहे हैं.
न्यूज18 इंडिया ने गृहमंत्री अमित शाह से खास बात की जिसमें उनका कहना था कि "हम चुनाव प्रचार अभियान जारी रख रहे हैं, निश्चित रूप से बीजेपी दो सौ से अधिक सीट जीतेगी, सिर्फ जय श्री राम ही मुद्दा नहीं सिंडिकेट, बेरोजगारी, इकानामी कई ऐसे मुद्दे हैं जिनके आधार पर हम चुनाव लड़ रहे हैं. हमने अपना घोषणापत्र बनाया है और उसके मुताबिक इस सोनार बांग्ला की परिकल्पना की है और सोनार बंगला बनाने की दिशा में काम किया जाएगा. यह हमारी पार्टी तय करेगी कि और कितने रोड शो हम करेंगे."