गृह मंत्री ने लोकसभा में कहा- उत्तराखंड आपदा पर केंद्र कर रहा निगरानी, दी जा रही हर संभव मदद

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. (Photo-ANI)
Uttarakhand Disaster: केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्रीय सरकार राहत एवं बचाव कार्य की स्थिति की निगरानी कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: February 9, 2021, 5:00 PM IST
नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने उत्तराखंड की आपदा (Uttarakhand Disaster) पर मंगलवार को लोकसभा में कहा कि एनटीपीसी परियोजना के 12 लोगों को एक सुरंग से सुरक्षित बचाया गया, ऋषिगंगा परियोजना के 15 लोगों को भी घटना के समय बचाया गया है. शाह ने कहा कि एनटीपीसी परियोजना की दूसरी सुरंग में 25-35 लोगों के फंसे होने की आशंका है, बचाव के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं. शाह ने कहा कि राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्रीय सरकार राहत एवं बचाव कार्य की स्थिति की निगरानी कर रही है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं. गृह मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय के दोनों नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और राज्य को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. शाह ने कहा कि ऑपरेशन में वायु सेना के 5 हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं, इसके अलावा जोशीमठ में सेना का एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है.
एनडीआरएफ की 5 टीमें घटनास्थल पर
उन्होंने बताया कि आईटीबीपी ने अपना नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और इसके 450 जवान खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि NDRF की 5 टीमें साइट पर हैं. घटना स्थल पर सेना की 8 टीमें, एक मेडिकल कॉलम और एक एम्बुलेंस भी तैनात है. इसके अलावा नौसेना की एक डाइविंग टीम भी बचाव कार्य के लिए मौजूद है.इससे पहले अमित शाह ने उच्च सदन में उत्तराखंड ग्लेशियर आपदा पर कहा कि ITBP के 450 जवान, NDRF की 5 टीमें, भारतीय सेना की 8 टीमें, एक नेवी टीम और 5 IAF हेलीकॉप्टर खोज और बचाव अभियान में लगे हुए हैं.

गौरतलब है कि रविवार को जोशीमठ में नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट गया जिससे अलकनंदा नदी एवं उससे जुड़ी अन्य नदियों में भीषण बाढ़ आ गई. आखिरी अपडेट तक 31 शव निकाले जा चुके हैं और 150 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्रीय सरकार राहत एवं बचाव कार्य की स्थिति की निगरानी कर रही है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं. गृह मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय के दोनों नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और राज्य को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. शाह ने कहा कि ऑपरेशन में वायु सेना के 5 हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं, इसके अलावा जोशीमठ में सेना का एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है.
एनडीआरएफ की 5 टीमें घटनास्थल पर
उन्होंने बताया कि आईटीबीपी ने अपना नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और इसके 450 जवान खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि NDRF की 5 टीमें साइट पर हैं. घटना स्थल पर सेना की 8 टीमें, एक मेडिकल कॉलम और एक एम्बुलेंस भी तैनात है. इसके अलावा नौसेना की एक डाइविंग टीम भी बचाव कार्य के लिए मौजूद है.इससे पहले अमित शाह ने उच्च सदन में उत्तराखंड ग्लेशियर आपदा पर कहा कि ITBP के 450 जवान, NDRF की 5 टीमें, भारतीय सेना की 8 टीमें, एक नेवी टीम और 5 IAF हेलीकॉप्टर खोज और बचाव अभियान में लगे हुए हैं.
गौरतलब है कि रविवार को जोशीमठ में नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट गया जिससे अलकनंदा नदी एवं उससे जुड़ी अन्य नदियों में भीषण बाढ़ आ गई. आखिरी अपडेट तक 31 शव निकाले जा चुके हैं और 150 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं.