HRD मंत्री ने IIT दिल्ली की बनाई दुनिया की सबसे सस्ती कोरोना टेस्टिंग किट 'कोरोश्योर' लॉन्च की

इसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने मंजूरी दे दी है
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस कीट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से लॉन्च किया. इस दौरान मंत्री निशंक ने कहा कि यह ऐतिहासिक समय है और इस किट को बनाने वाले आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के सभी शोधकर्ताओं (Researchers) को बधाई दी है.
- News18Hindi
- Last Updated: July 15, 2020, 10:18 PM IST
नई दिल्ली. एचआरडी मंत्री (HRD Minister) रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने आज दुनिया की सबसे सस्ती कोरोना वायरस टेस्टिंग किट 'कोरोश्योर' (Corosure) को लॉन्च किया है इसे आई आई टी दिल्ली (IIT Delhi) ने तैयार किया है. इसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research) और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drug Controller General of India) ने मंजूरी दी है.
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने इस कीट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से लांच किया. इस दौरान मंत्री निशंक ने कहा कि यह ऐतिहासिक समय है और इस किट को बनाने वाले आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के सभी शोधकर्ताओं (Researchers) को बधाई दी है. मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बात को कहा कि कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) में देश भर के अनुसंधान करने वाले संस्थानों बेहत्तर काम कर रहे है.
किट का आधार मूल्य 399 रुपये, लगभग 650 रुपये टेस्ट की कुल लागत
आईआईटी दिल्ली ने कोविड-19 के टेस्ट के लिए सबसे सस्ता किट कोरोश्योर टेस्ट किट का तैयार किया है. न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेस के साथ मिलकर इसे तैयार किया है. यह किट अधिकृत कोरोना टेस्टिंग लैब में उपयोग के लिए उपलब्ध होगा.किट का आधार मूल्य 399 रुपये है और इसमें आरएनए आइसोलेशन और लेबोरेटरी चार्ज जोड़ने के बाद भी इसके द्वारा किया जाने वाला टेस्ट काफी कम लागत अर्थात लगभग 650 रुपये में होगा. वही कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि इस किट से कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को बल मिलेगा और हमें पूरा विश्वास है कि इसी प्रकार के शोध भारत को आने वाले समय में विश्व गुरु के रूप में स्थापित करेंगे.
बेहद सस्ती कीमत पर प्रति माह 20 लाख परीक्षण कर सकती है
आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. वी रामगोपाल राव ने इस कहा कि हम भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर से इस किट को बनाने और मैन्युफैक्चर करने में मिले सहयोग के लिए बेहद आभारी हैं. इससे प्रेरणा लेकर हम आगे भी कोरोना से संबंधित शोध जारी रखेंगे और देश के साथ साथ विश्व को भी इस महामारी से लड़ने में मदद करेंगे.
यह भी पढ़ें: कोरोना महामारी का फायदा उठा रहे 'मुनाफाखोर'! रेमडेसिवीर की हो रही कालाबाजारी
देखा जाय तो एक अनुमान के मुताबिक आईआईटी दिल्ली की तकनीक का उपयोग करने वाली कंपनी न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेस बेहद सस्ती कीमत पर प्रति माह 20 लाख परीक्षण कर सकती है.
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने इस कीट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से लांच किया. इस दौरान मंत्री निशंक ने कहा कि यह ऐतिहासिक समय है और इस किट को बनाने वाले आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के सभी शोधकर्ताओं (Researchers) को बधाई दी है. मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बात को कहा कि कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) में देश भर के अनुसंधान करने वाले संस्थानों बेहत्तर काम कर रहे है.
किट का आधार मूल्य 399 रुपये, लगभग 650 रुपये टेस्ट की कुल लागत
आईआईटी दिल्ली ने कोविड-19 के टेस्ट के लिए सबसे सस्ता किट कोरोश्योर टेस्ट किट का तैयार किया है. न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेस के साथ मिलकर इसे तैयार किया है. यह किट अधिकृत कोरोना टेस्टिंग लैब में उपयोग के लिए उपलब्ध होगा.किट का आधार मूल्य 399 रुपये है और इसमें आरएनए आइसोलेशन और लेबोरेटरी चार्ज जोड़ने के बाद भी इसके द्वारा किया जाने वाला टेस्ट काफी कम लागत अर्थात लगभग 650 रुपये में होगा. वही कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि इस किट से कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को बल मिलेगा और हमें पूरा विश्वास है कि इसी प्रकार के शोध भारत को आने वाले समय में विश्व गुरु के रूप में स्थापित करेंगे.
बेहद सस्ती कीमत पर प्रति माह 20 लाख परीक्षण कर सकती है
आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. वी रामगोपाल राव ने इस कहा कि हम भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर से इस किट को बनाने और मैन्युफैक्चर करने में मिले सहयोग के लिए बेहद आभारी हैं. इससे प्रेरणा लेकर हम आगे भी कोरोना से संबंधित शोध जारी रखेंगे और देश के साथ साथ विश्व को भी इस महामारी से लड़ने में मदद करेंगे.
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देखा जाय तो एक अनुमान के मुताबिक आईआईटी दिल्ली की तकनीक का उपयोग करने वाली कंपनी न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेस बेहद सस्ती कीमत पर प्रति माह 20 लाख परीक्षण कर सकती है.