हैदराबाद के दिलसुखनगर में साल 2013 में हुए दोहरे बम विस्फोट में एक विशेष अदालत ने मंगलवार को पांच आरोपियों को दोषी ठहराया.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक विशेष अदालत ने इंडियन मुजाहिदीन के पांचों आतंकवादियों को सजा सुनाने के लिए 18 दिसंबर की तारीख मुकर्रर की है.
विस्फोट मामले में दोषी पाए गए पांचों अभियुक्तों में असदुल्लाह अख्तर उर्फ हादी, यासीन भटकल उर्फ मोहम्मद अहमद सिद्दीबप्पा, तहसीन अख्तर उर्फ मोनू, पाकिस्तानी नागरिक जिया उर रहमान उर्फ वकास और एजाज शेख शामिल हैं.
हैदराबाद के दिलसुखनगर इलाके में 21 फरवरी, 2013 को दोहरा विस्फोट हुआ था, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 130 लोग घायल हो गए थे.
मामले की जांच करने वाली एनआईए ने कहा कि विस्फोट की साजिश इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों ने रची थी.
मामले में छह आरोपियों में से एजेंसी पांच को ही गिरफ्तार कर पाई है। मुख्य आरोपी रियाज भटकल उर्फ शाह रियाज अहमद मोहम्मद इस्माइल शाहबंडारी अभी तक फरार है.
मामले की सुनवाई पिछले एक साल से शहर के बाहरी इलाके में स्थित चेरलापल्ली केंद्रीय कारा की विशेष अदालत में चल रही थी, जहां पांचों आरोपी वर्तमान में कैद हैं.
एनआईए ने मामले में 158 गवाहों को पेश किया, कुल 201 सबूत जब्त किए और 500 दस्तावेजों को पेश किया गया.
विस्फोट के छह महीने बाद यासीन भटकल और असदुल्लाह अख्तर को नेपाल की सीमा के निकट बिहार के एक इलाके से गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और एजेंसी ने पांचों आरोपियों के खिलाफ दो आरोप पत्र दाखिल किए.
उल्लेखनीय है कि दिलसुखनगर में 21 फरवरी, 2013 को एक भीड़भाड़ वाले इलाके में 100 मीटर की दूरी पर दो विस्फोट हुए थे.
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FIRST PUBLISHED : December 13, 2016, 16:22 IST