हैदराबाद निकाय चुनाव: धुआंधार प्रचार के बावजूद सिर्फ 46.55% मतदान, अब नतीजों पर निगाहें

हैदराबाद नगर निकाय चुनाव की मतगणना चार दिसंबर को होगी.
Greater Hyderabad Municipal Election: आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार आरसी पुरम में सर्वाधिक 67.71 प्रतिशत मतदान हुआ तथा यूसुफगुडा में सबसे कम 32.99 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
- भाषा
- Last Updated: December 2, 2020, 8:28 PM IST
हैदराबाद. ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के चुनाव (Greater Hyderabad Municipal Election)के लिए धुआंधार प्रचार और तेलंगाना सरकार (Telangana Government), राज्य निर्वाचन आयोग तथा हस्तियों की ओर से लोगों से अधिक से अधिक संख्या में वोट डालने का आग्रह किए जाने के बावजूद मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा और 74.44 लाख मतदाओं में से केवल 46.55 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
जीएचएमसी के 150 वार्डों के लिए एक दिसंबर को चुनाव हुआ था. मतगणना शुक्रवार को होगी. तेलंगाना राज्य निर्वाचन आयोग ने मतपत्र में भाकपा की जगह माकपा का चुनाव चिह्न पाए जाने के बाद वार्ड नंबर 26 के सभी 69 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान का आदेश दिया है. आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार आरसी पुरम में सर्वाधिक 67.71 प्रतिशत मतदान हुआ तथा यूसुफगुडा में सबसे कम 32.99 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
1122 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबले वाले इस चुनाव में 1,122 उम्मीदवार मैदान में थे. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता जी किशन रेड्डी ने कम मतदान प्रतिशत के लिए टीआरएस की निन्दा करते हुए मंगलवार को कहा था कि उसका सिर शर्म से झुक जाना चाहिए. निकाय चुनाव में धुआंधार प्रचार हुआ और भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और भाजयुमो अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या जैसे अपने नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए भेजकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी.ये भी पढ़ेंः- ओवैसी सिर्फ चुनावी बातें ना करें, लिखकर दें बांग्लादेशी और रोहिंग्या को बाहर करना है, मैं करता हूं: अमित शाह
सभी पार्टियों ने प्रचार में लगाया जोर
टीआरएस के प्रचार अभियान की कमान पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं नगर प्रशासन मंत्री केटी रामा राव के हाथों में रही. पार्टी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भी एक जनसभा को संबोधित किया. असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ने एआईएमआईएम के प्रचार अभियान का नेतृत्व किया. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद उत्तम कुमार रेड्डी तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया.
जीएचएमसी के 150 वार्डों के लिए एक दिसंबर को चुनाव हुआ था. मतगणना शुक्रवार को होगी. तेलंगाना राज्य निर्वाचन आयोग ने मतपत्र में भाकपा की जगह माकपा का चुनाव चिह्न पाए जाने के बाद वार्ड नंबर 26 के सभी 69 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान का आदेश दिया है. आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार आरसी पुरम में सर्वाधिक 67.71 प्रतिशत मतदान हुआ तथा यूसुफगुडा में सबसे कम 32.99 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
1122 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबले वाले इस चुनाव में 1,122 उम्मीदवार मैदान में थे. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता जी किशन रेड्डी ने कम मतदान प्रतिशत के लिए टीआरएस की निन्दा करते हुए मंगलवार को कहा था कि उसका सिर शर्म से झुक जाना चाहिए. निकाय चुनाव में धुआंधार प्रचार हुआ और भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और भाजयुमो अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या जैसे अपने नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए भेजकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी.ये भी पढ़ेंः- ओवैसी सिर्फ चुनावी बातें ना करें, लिखकर दें बांग्लादेशी और रोहिंग्या को बाहर करना है, मैं करता हूं: अमित शाह
सभी पार्टियों ने प्रचार में लगाया जोर
टीआरएस के प्रचार अभियान की कमान पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं नगर प्रशासन मंत्री केटी रामा राव के हाथों में रही. पार्टी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भी एक जनसभा को संबोधित किया. असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ने एआईएमआईएम के प्रचार अभियान का नेतृत्व किया. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद उत्तम कुमार रेड्डी तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया.