पीएजीडी ने हैदरपुरा मुठभेड़ पर पुलिस की प्रेस वार्ता 'पुरानी कहानी' की पुनरावृत्ति बताया है . (सांकेतिक तस्वीर)
श्रीनगर. गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (Peple’s Alliance for Gupkar Declaration) ने मंगलवार को कहा कि हैदरपुरा में हुई मुठभेड़ (Hyderpora Encounter) पर पुलिस की प्रेस वार्ता केवल ‘‘पुरानी कहानी’’ की पुनरावृत्ति है और इसने घटना की न्यायिक जांच की मांग की. पीएजीडी ने कहा कि लोगों की एक मजबूत धारणा है कि घटना में मारे गए नागरिकों को सुरक्षा बलों द्वारा मानव ढाल बनाया गया था. पीएजीडी के प्रवक्ता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने एक बयान में कहा, ‘‘पिछले महीने हैदरपुरा की दुखद घटना के बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) की आज की प्रेस वार्ता पुरानी कहानी की पुनरावृत्ति है. यह चौंकाने वाली इस घटना की कोई वस्तुनिष्ठ तस्वीर भी पेश नहीं करती है.’’
तारीगामी ने कहा कि बयान एक ‘‘मनगढ़ंत कहानी’’ प्रतीत होता है. उन्होंने कहा, ‘‘पीएजीडी का दृढ़ विश्वास है कि एक विश्वसनीय न्यायिक जांच से कम कुछ संदेह दूर होंगे. प्रशासन को बिना किसी देरी के समयबद्ध न्यायिक जांच का आदेश देना चाहिए.’’ डीआईजी सुजीत के सिंह की अध्यक्षता में पुलिस के विशेष जांच दल ने मंगलवार को हैदरपुरा हत्याकांड में सुरक्षा बलों द्वारा किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया.
एसआईटी ने दी थी क्लीनचिट
विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को कहा कि एक नागरिक विदेशी आतंकवादी के हाथों मारा गया जबकि मकान मालिक एवं एक स्थानीय आतंकवादी की मुठभेड़ में फंस जाने से मौत हुई, क्योंकि घर में छिपे आतंकवादी ने उन्हें ढाल के रूप में इस्तेमाल किया. यहां हैदरपुरा में 15 नवंबर को मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकवादी एवं तीन अन्य व्यक्ति मारे गये थे. पुलिस ने दावा किया था कि मारे गये सभी व्यक्तियों का आतंकवाद से संबंध था. हालांकि इन तीन व्यक्तियों के परिवारों ने दावा किया था कि वे बेगुनाह थे और उन्होंने इस मुठभेड़ में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. उसके बाद पुलिस ने जांच का आदेश दिया था.
मंगलवार को एसआईटी के प्रमुख उपमहानिरीक्षक सुजीत के सिंह ने एक प्रकार से सुरक्षाबलों को क्लीनचिट दी लेकिन यह भी कहा कि यदि कोई अन्य सबूत सामने आता है तो यह दल अपने निष्कर्ष पर पुनर्विचार करने को तैयार है.
क्या था मामला
गौरतलब है कि 15 नवंबर को श्रीनगर के हैदरपुरा में एक पाकिस्तानी आतंकवादी और तीन अन्य व्यक्ति मारे गए थे और पुलिस ने दावा किया था कि सभी मारे गए लोगों के आतंकवाद से संबंध थे. हालांकि, तीनों के परिवारों ने दावा किया था कि वे निर्दोष थे और उन्होंने कथित तौर पर किसी साजिश की आशंका जाहिर की थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच का आदेश दिया था.
पीएजीडी कश्मीर में मुख्यधारा के पांच राजनीतिक दलों का एक समूह है.
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Tags: Encounter, Jammu kashmir, Peoples Alliance for Gupkar Declaration
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