कोरोनाकाल में कार्गो सर्विस में IGI एयरपोर्ट ने हासिल किए नए मुकाम, 94% ज्यादा सामान ढोया

कोरोनाकाल में IGI एयरपोर्ट की कार्गो सर्विस ने कई नए मुकाम हासिल किए.
आईजीआई ने बीते सितंबर माह में 2366 कार्गो उड़ानों का संचालन कर रिकॉर्ड बनाया. बड़ी बात यह है कि साल 2019 की तुलना में 94 प्रतिशत अधिक कार्गो 2020 में ढोया गया.
- News18Hindi
- Last Updated: January 21, 2021, 8:57 PM IST
कोरोनाकाल (Covid 19) में एविएशन सेक्टर भले ही प्रभावित रहा, लेकिन उसकी कार्गो सर्विस ने इस दौरान कई नए मुकाम हासिल किए. दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) ने न केवल सामान ढुलाई बल्कि अन्य मामलों में भी बेहतरीन कार्य किया. IGI एयरपोर्ट ने इस दौरान डेढ़ लाख मीट्रिक टन कार्गो संभालने की सुविधा विकसित कर ली.
आईजीआई ने बीते सितंबर माह में 2366 कार्गो उड़ानों का संचालन कर रिकॉर्ड बनाया. बड़ी बात यह है कि साल 2019 की तुलना में 94 प्रतिशत अधिक कार्गो 2020 में ढोया गया.
अगर माल ढुलाई की बात करें तो 77000 मीट्रिक टन माल की ढुलाई हुई. 48000 मीट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो की ढुलाई की गई. 29000 मीट्रिक टन घरेलू कार्गो एयरपोर्ट की तरफ से संभाला गया. कोरोना काल में सब्जी और फलों को विशेष विमानों के जरिये विदेश भेजा गया.बता दें कि दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतररार्ष्टीय एयरपोर्ट भारत का पहला हवाई अड्डा है, जो विभिन्न प्रकार के एयर कार्गो उत्पादों को संभालने में सक्षम है. इनमें जनरल कार्गो/ट्रांसशिपमेंट कार्गो, शिपर लोडिड यूनिट्स, हैवी कार्गो, जीवित जानवर, फार्मा कार्गो, प्रोजेक्ट कार्गो, भारी माल, खतरनाक सामान एवं रेडियोधर्मी सामग्री एवं रत्न और गहने आदि शामिल हैं.
आईजीआई ने बीते सितंबर माह में 2366 कार्गो उड़ानों का संचालन कर रिकॉर्ड बनाया. बड़ी बात यह है कि साल 2019 की तुलना में 94 प्रतिशत अधिक कार्गो 2020 में ढोया गया.
अगर माल ढुलाई की बात करें तो 77000 मीट्रिक टन माल की ढुलाई हुई. 48000 मीट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो की ढुलाई की गई. 29000 मीट्रिक टन घरेलू कार्गो एयरपोर्ट की तरफ से संभाला गया. कोरोना काल में सब्जी और फलों को विशेष विमानों के जरिये विदेश भेजा गया.बता दें कि दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतररार्ष्टीय एयरपोर्ट भारत का पहला हवाई अड्डा है, जो विभिन्न प्रकार के एयर कार्गो उत्पादों को संभालने में सक्षम है. इनमें जनरल कार्गो/ट्रांसशिपमेंट कार्गो, शिपर लोडिड यूनिट्स, हैवी कार्गो, जीवित जानवर, फार्मा कार्गो, प्रोजेक्ट कार्गो, भारी माल, खतरनाक सामान एवं रेडियोधर्मी सामग्री एवं रत्न और गहने आदि शामिल हैं.