नई दिल्ली. सीमा विवाद सुलझाने को लेकर भारत और चीन ने प्रतिबद्धता जताई है. दोनों देशों ने मंगलवार को संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति (joint press statement) जारी कर बातचीत के लिए विवाद के समाधान की बात कही है. गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच सोमवार को सातवें दौर की सैन्य वार्ता (7th Round Of Military Talk) हुई जिसमें भारत ने अपना पक्ष मजबूती के साथ रखा.
चीन के साथ सातवें दौर की सैन्य वार्ता में भारत ने बीजिंग से विवाद के सभी बिन्दुओं से चीनी सैनिकों की पूर्ण वापसी करने को कहा. पूर्वी लद्दाख में कोर कमांडर स्तर की वार्ता सोमवार को दोपहर लगभग 12 बजे वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चुशूल क्षेत्र में भारतीय इलाके में हुई और रात साढ़े आठ बजे के बाद भी जारी रही.
छठे महीने में प्रवेश कर चुका है विवाद
सीमा विवाद छठे महीने में प्रवेश कर चुका है और विवाद का जल्द समाधान होने के आसार कम ही दिखते हैं क्योंकि भारत और चीन ने बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं जो लंबे गतिरोध में डटे रहने की तैयारी है.
PLA की वापसी पर भारत ने दिया जोर
भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया मामलों के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव कर रहे रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि वार्ता में चीनी विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी भी चीनी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है. वार्ता में भारत ने जोर देकर कहा कि चीन को विवाद के सभी बिन्दुओं से अपने सैनिकों को जल्द और पूरी तरह वापस बुलाना चाहिए तथा पूर्वी लद्दाख में सभी क्षेत्रों में अप्रैल से पूर्व की यथास्थिति बहाल होनी चाहिए. गतिरोध पांच मई को शुरू हुआ था.
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Tags: China, India-China LAC dispute, Ladakh Border Dispute
FIRST PUBLISHED : October 13, 2020, 20:51 IST