Corona Vaccine: पड़ोसी देशों में कोरोना को खत्म करेगी भारतीय वैक्सीन, भेजी जाएंगी 2 करोड़ डोज

करीब 12-14 देश ऐसे हैं, जिन्होंने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन में दिलचस्पी दिखाई है.
Indian Corona vaccine: करीब 12-14 देश ऐसे हैं, जिन्होंने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन में दिलचस्पी दिखाई है. इन देशों में अमेरिका और ब्रिटेन शामिल है. इसके अलावा यूरोप ने भी भारत बायोटेक की वैक्सीन में रुचि दिखाई है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 15, 2021, 8:03 PM IST
नई दिल्ली. भारत ने दो स्वदेशी कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) को इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे दी है. वैक्सीन को अप्रूवल मिलने के बाद देशभर में 16 जनवरी से कोविड-19 वैक्सीनेशन (Covid-19 Vaccination) की शुरुआत हो रही है. वहीं दुनिया को भी कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत से काफी उम्मीदें हैं. कई देश भारत से कोरोना वैक्सीन की सप्लाई की मांग कर रहे हैं.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of india) और भारत बायोटेक (Bharat biotech) इंटरनेशनल लिमिटेड की वैक्सीन भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, सेशेल्स और मॉरीशस को भेजी जाएगी. भारत अपने पड़ोसी देशों को वैक्सीन की 20 मिलियन डोज सप्लाई करेगा.
कुछ देशों को दी जाएगी फ्री वैक्सीन
जानकारों का कहना है कि पड़ोसी देशों को वैक्सीन भेजने की योजना पर अभी चर्चा चल रही है. कुछ देशों को वैक्सीन की आपूर्ति फ्री में भी की जा सकती है, ताकि पड़ोसी देशों की मदद की जा सके. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन का पहला जत्था अगले दो सप्ताह में भेज दिया जाएगा. पड़ोसी देशों को वैक्सीन देने के बाद भारत सरकार लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और पूर्व सोवियत गणराज्यों के देशों को टीके सप्लाई करेगी.ये भी पढ़ेंः- क्या है CoWIN APP जिसकी मदद से आपको लगेगा टीका? जानिए इसके बारे में सब कुछ
ब्राजील ने भी 20 लाख डोज की मांग
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (Brazil President Jair Bolsonaro) ने भारत में बनी कोरोना की दवा कोविशील्ड (Covishield) की 20 लाख वैक्सीन भेजने का अनुरोध किया है. ये वैक्सीन पुणे के भारतीय सीरम संस्थान ने बनाई है.
12 से 14 देशों ने दिखाई भारतीय वैक्सीन में दिलचस्पी
करीब 12-14 देश ऐसे हैं, जिन्होंने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन में दिलचस्पी दिखाई है. इन देशों में अमेरिका और ब्रिटेन शामिल है. इसके अलावा यूरोप ने भी भारत बायोटेक की वैक्सीन में रुचि दिखाई है. कतर, स्विट्जरलैंड, बहरीन, ऑस्ट्रिया और दक्षिण कोरिया ने कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति के लिए भारत से संपर्क किया है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of india) और भारत बायोटेक (Bharat biotech) इंटरनेशनल लिमिटेड की वैक्सीन भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, सेशेल्स और मॉरीशस को भेजी जाएगी. भारत अपने पड़ोसी देशों को वैक्सीन की 20 मिलियन डोज सप्लाई करेगा.
कुछ देशों को दी जाएगी फ्री वैक्सीन
जानकारों का कहना है कि पड़ोसी देशों को वैक्सीन भेजने की योजना पर अभी चर्चा चल रही है. कुछ देशों को वैक्सीन की आपूर्ति फ्री में भी की जा सकती है, ताकि पड़ोसी देशों की मदद की जा सके. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन का पहला जत्था अगले दो सप्ताह में भेज दिया जाएगा. पड़ोसी देशों को वैक्सीन देने के बाद भारत सरकार लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और पूर्व सोवियत गणराज्यों के देशों को टीके सप्लाई करेगी.ये भी पढ़ेंः- क्या है CoWIN APP जिसकी मदद से आपको लगेगा टीका? जानिए इसके बारे में सब कुछ
ब्राजील ने भी 20 लाख डोज की मांग
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (Brazil President Jair Bolsonaro) ने भारत में बनी कोरोना की दवा कोविशील्ड (Covishield) की 20 लाख वैक्सीन भेजने का अनुरोध किया है. ये वैक्सीन पुणे के भारतीय सीरम संस्थान ने बनाई है.
12 से 14 देशों ने दिखाई भारतीय वैक्सीन में दिलचस्पी
करीब 12-14 देश ऐसे हैं, जिन्होंने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन में दिलचस्पी दिखाई है. इन देशों में अमेरिका और ब्रिटेन शामिल है. इसके अलावा यूरोप ने भी भारत बायोटेक की वैक्सीन में रुचि दिखाई है. कतर, स्विट्जरलैंड, बहरीन, ऑस्ट्रिया और दक्षिण कोरिया ने कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति के लिए भारत से संपर्क किया है.