राजनाथ सिंह ने चीन-पाक को चेताया- हम शांति चाहते हैं लेकिन जो हमें छेड़ेगा उसे छोड़ेंगे नहीं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)
India-China Standoff: केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच पड़ोसी मुल्क चीन को फिर से चेताया है. रक्षामंत्री ने कहा, 'नरम होने का मतलब यह कतई नहीं है कि कोई भी हमारे गौरव पर हमला कर सकता है और हम चुपचाप बैठकर देखेंगे.'
- News18Hindi
- Last Updated: December 30, 2020, 12:40 PM IST
India-China Standoff: केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच पड़ोसी मुल्क चीन और पाकिस्तान को फिर से चेताया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में विश्वास रखता है, लेकिन देश के आत्मसम्मान पर किसी भी तरह की चोट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भारत चीन की विस्तारवादी नीति का जवाब देगा.
राजनाथ सिंह ने कहा, 'नरम होने का मतलब यह कतई नहीं है कि कोई भी हमारे गौरव पर हमला कर सकता है और हम चुपचाप बैठकर देखेंगे. भारत अपने स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाली किसी भी चीज़ को बर्दाश्त नहीं करेगा. भारत अपने गौरव से समझौता कभी नहीं करेगा'.
इस साल चीन और पाकिस्तान से सटी सीमा पर हुई झड़पों के पीछे दोनों देशों के संभावित गठजोड़ को लेकर सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारी नजर चिड़िया की आंख पर है. जो हमको छेड़ेगा, हम उसे छोड़ेंगे नहीं. चाहे जो भी हो. हमारी कोशिश यही होती है कि हम सभी के साथ अपने रिश्ते बनाकर रखें.'
वहीं टू फ्रंट वॉर के सवाल पर उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान नापाक हरकतें करता रहा है. महीनों में ही कई सौ बार सीजफायर तोड़ता है तो मुंहतोड जवाब मिलता है. सेना के जवानों ने दिखाया है कि इस पार से ही नहीं, उस पार जाकर भी आतंकी ठिकाने तबाह कर सकते हैं, यह सिद्ध कर दिया है.'
ये नया भारत है, दे सकता है मुंहतोड़ जवाब
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में ये बातें कही. राजनाथ सिंह ने कहा, 'चीन के साथ सीमा विवाद (Border Conflict) से भारत जिस तरह से निपटा है, उसने साबित किया है कि भारत कमजोर नहीं है. यह नया भारत है जो सीमा पर उल्लंघन, आक्रामकता तथा किसी भी तरह की एकतरफा कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दे सकता है.’
India-China Standoff: राजनाथ सिंह बोले- चीन के साथ विवाद का नहीं निकला नतीजा, विस्तारवादी नीति का देंगे जवाब
लद्दाख सीमा विवाद का अभी तक नहीं निकला ठोस हल
रक्षा मंत्री ने कहा, 'चीन के साथ लद्दाख सीमा पर जारी विवाद का अभी कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति बनी हुई है. इस बीच चीन के साथ बातचीत का सिलसिला जारी है, जल्द ही सैन्य लेवल की एक और चर्चा होनी है. हालांकि, अभी तक जो भी चर्चा हुई है उसका कोई नतीजा नहीं निकला है, लेकिन वो भी सही नहीं है.'
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मैं दोहराना चाहता हूं कि हम संघर्ष नहीं शांति चाहते हैं, लेकिन देश के आत्मसम्मान पर किसी भी तरह की चोट को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.’ उन्होंने कहा कि देश किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है.
राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता
देश की सुरक्षा के सवाल पर रक्षा मंत्री ने कहा, 'मैं पिछली सरकारों पर सवाल नहीं उठाना चाहता लेकिन मैं कह सकता हूं कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यभाल संभाला है, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता रही है. हम अपने सुरक्षाबलों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं.'
पाकिस्तान के आतंकवाद से भी निपट रहे हैं
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान सीमाओं पर छिटपुट संघर्षों को अंजाम दे रहा है. उन्होंने कहा कि चार युद्धों में भारत से पराजित होने के बावजूद पड़ोसी देश आतंकवाद के जरिए ‘छद्म युद्ध’ छेड़ रहा है, लेकिन सैन्य बल और पुलिस आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं. पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादियों के शिविरों पर भारत के हवाई हमलों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत न केवल देश के भीतर आतंकवाद (Terrorism) से प्रभावी ढंग से मुकाबला कर रहा है बल्कि सीमाओं के बाहर जाकर भी कार्रवाई कर रहा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- कोई 'मां का लाल' किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'दुनिया को भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत इरादों को दर्शाता है. मौजूदा समय के अनुसार युद्ध की रणनीतियों को बदलने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को न केवल सीमाओं और समुद्रों, बल्कि अंतरिक्ष और साइबर क्षेत्र में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके लिए उसे तैयार रहने की आवश्यकता है.
राजनाथ सिंह ने कहा, 'नरम होने का मतलब यह कतई नहीं है कि कोई भी हमारे गौरव पर हमला कर सकता है और हम चुपचाप बैठकर देखेंगे. भारत अपने स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाली किसी भी चीज़ को बर्दाश्त नहीं करेगा. भारत अपने गौरव से समझौता कभी नहीं करेगा'.
इस साल चीन और पाकिस्तान से सटी सीमा पर हुई झड़पों के पीछे दोनों देशों के संभावित गठजोड़ को लेकर सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारी नजर चिड़िया की आंख पर है. जो हमको छेड़ेगा, हम उसे छोड़ेंगे नहीं. चाहे जो भी हो. हमारी कोशिश यही होती है कि हम सभी के साथ अपने रिश्ते बनाकर रखें.'
वहीं टू फ्रंट वॉर के सवाल पर उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान नापाक हरकतें करता रहा है. महीनों में ही कई सौ बार सीजफायर तोड़ता है तो मुंहतोड जवाब मिलता है. सेना के जवानों ने दिखाया है कि इस पार से ही नहीं, उस पार जाकर भी आतंकी ठिकाने तबाह कर सकते हैं, यह सिद्ध कर दिया है.'
#WATCH India has a sharp focus. ‘Jo hume chedega hum usse chhorenge nahi’. We want to maintain peaceful relations with all nations: Defence Minister Rajnath Singh to ANI, on being asked if this year's incident at the border was a result of possible collusion between China-Pak pic.twitter.com/AxcPSKxEfs
— ANI (@ANI) December 30, 2020
ये नया भारत है, दे सकता है मुंहतोड़ जवाब
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में ये बातें कही. राजनाथ सिंह ने कहा, 'चीन के साथ सीमा विवाद (Border Conflict) से भारत जिस तरह से निपटा है, उसने साबित किया है कि भारत कमजोर नहीं है. यह नया भारत है जो सीमा पर उल्लंघन, आक्रामकता तथा किसी भी तरह की एकतरफा कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दे सकता है.’
India-China Standoff: राजनाथ सिंह बोले- चीन के साथ विवाद का नहीं निकला नतीजा, विस्तारवादी नीति का देंगे जवाब
लद्दाख सीमा विवाद का अभी तक नहीं निकला ठोस हल
रक्षा मंत्री ने कहा, 'चीन के साथ लद्दाख सीमा पर जारी विवाद का अभी कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति बनी हुई है. इस बीच चीन के साथ बातचीत का सिलसिला जारी है, जल्द ही सैन्य लेवल की एक और चर्चा होनी है. हालांकि, अभी तक जो भी चर्चा हुई है उसका कोई नतीजा नहीं निकला है, लेकिन वो भी सही नहीं है.'
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मैं दोहराना चाहता हूं कि हम संघर्ष नहीं शांति चाहते हैं, लेकिन देश के आत्मसम्मान पर किसी भी तरह की चोट को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.’ उन्होंने कहा कि देश किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है.
राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता
देश की सुरक्षा के सवाल पर रक्षा मंत्री ने कहा, 'मैं पिछली सरकारों पर सवाल नहीं उठाना चाहता लेकिन मैं कह सकता हूं कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यभाल संभाला है, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता रही है. हम अपने सुरक्षाबलों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं.'
पाकिस्तान के आतंकवाद से भी निपट रहे हैं
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान सीमाओं पर छिटपुट संघर्षों को अंजाम दे रहा है. उन्होंने कहा कि चार युद्धों में भारत से पराजित होने के बावजूद पड़ोसी देश आतंकवाद के जरिए ‘छद्म युद्ध’ छेड़ रहा है, लेकिन सैन्य बल और पुलिस आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं. पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादियों के शिविरों पर भारत के हवाई हमलों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत न केवल देश के भीतर आतंकवाद (Terrorism) से प्रभावी ढंग से मुकाबला कर रहा है बल्कि सीमाओं के बाहर जाकर भी कार्रवाई कर रहा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- कोई 'मां का लाल' किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'दुनिया को भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत इरादों को दर्शाता है. मौजूदा समय के अनुसार युद्ध की रणनीतियों को बदलने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को न केवल सीमाओं और समुद्रों, बल्कि अंतरिक्ष और साइबर क्षेत्र में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके लिए उसे तैयार रहने की आवश्यकता है.