IMA का ऐलान, मिक्सोपैथी के खिलाफ एक फरवरी से देशभर में डॉक्टरों की भूख हड़ताल

एक फरवरी से भूख हड़ताल परप रहेंगे डॉक्टर (सांकेतिक तस्वीर)
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि एक फरवरी को देशभर के मेडिकल छात्र, पोस्टग्रेजुएट मेडिकल छात्र, रेजिडेंट डॉक्टर और आईएमए के सदस्य इस हड़ताल में शामिल होंगे. देश के 50 अलग-अलग स्थानों पर यह हड़ताल की जाएगी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 21, 2021, 8:57 PM IST
नई दिल्ली. कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने एक फरवरी 2021 से देशभर में भूख हड़ताल (Hunger Strike) का ऐलान किया है. आईएमए की तरफ से कहा गया है कि डॉक्टरों की यह हड़ताल 15 फरवरी तक चलेगी. देश में मिक्सोपैथी (Mixopathy) के खिलाफ पहले से ही विरोध जता रहे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि अब वे हड़ताल पर जाएंगे.
आईएमए के जनरल सेक्रेटरी डॉ. जेएम लेले ने बताया कि वे सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (CCIM) के उस नोटिफिकेशन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें आयुर्वेद डॉक्टरों को दो सर्जरी विषयों में प्रशिक्षण देने की अनुमति दी गई है. जिसके बाद वे 58 प्रकार की सर्जरी कर सकेंगे. यह पूरी तरह खिचड़ी मेडिसिन है. मिक्सोपैथी से किसी को लाभ नहीं होगा. बल्कि नुकसान ही होगा.
डॉ. लेले ने कहा कि वे इस नोटिफिकेशन को लेकर सीसीआईएम को भी पत्र लिख चुके हैं. सरकार को भी लिख चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. आईएमए ने कोर्ट में भी केस फाइल किया है. लेकिन अब सिर्फ भूख हड़ताल ही एक रास्ता बचा है. ऐसे में देशभर के मेडिकल छात्र, पोस्टग्रेजुएट मेडिकल छात्र, रेजिडेंट डॉक्टर और आईएमए के सदस्य इस हड़ताल में शामिल होंगे. भारत के 50 अलग-अलग स्थानों पर यह हड़ताल की जाएगी.
आईएमए के जनरल सेक्रेटरी डॉ. जेएम लेले ने बताया कि वे सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (CCIM) के उस नोटिफिकेशन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें आयुर्वेद डॉक्टरों को दो सर्जरी विषयों में प्रशिक्षण देने की अनुमति दी गई है. जिसके बाद वे 58 प्रकार की सर्जरी कर सकेंगे. यह पूरी तरह खिचड़ी मेडिसिन है. मिक्सोपैथी से किसी को लाभ नहीं होगा. बल्कि नुकसान ही होगा.
डॉ. लेले ने कहा कि वे इस नोटिफिकेशन को लेकर सीसीआईएम को भी पत्र लिख चुके हैं. सरकार को भी लिख चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. आईएमए ने कोर्ट में भी केस फाइल किया है. लेकिन अब सिर्फ भूख हड़ताल ही एक रास्ता बचा है. ऐसे में देशभर के मेडिकल छात्र, पोस्टग्रेजुएट मेडिकल छात्र, रेजिडेंट डॉक्टर और आईएमए के सदस्य इस हड़ताल में शामिल होंगे. भारत के 50 अलग-अलग स्थानों पर यह हड़ताल की जाएगी.