नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के जलपाइगुड़ी जिले में बीते गुरुवार को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन (Bikaner-Guwahati Express Train) के 12 डिब्बे पटरी से उतरने और बुधवार को दूधसागर और कारंजोल (गोवा में) के बीच अमरावती एक्सप्रेस (Amravati Express) के बेपटरी होने के बाद रेल मंत्रालय (Railway Ministry) चिंता में है. रेल मंत्रालय ने घने कोहरे और खराब मौसम के कारण ट्रेनों के साथ हो रहे हादसे को लेकर सभी जोनल रेलवे को कड़े आदेश जारी किए हैं. इनमें ट्रेनों के लोको पायलट और गार्डस को स्पाड निर्देशों के साथ ही सर्द मौसम संबंधी सलाहों का कड़ाई से पालन करने को कहा गया है. साथ ही जोनल और डिवीजनल रेलवे के अफसरों से लगातार इंस्पेक्शन करने को कहा गया है.
दरअसल, रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सुरक्षा-II) केपी यादव की तरफ से सभी जोनल महाप्रबंधकों को पत्र भेजा गया है. इसमें कहा गया है कि ट्रेन परिचालन के लिए कोहरे और खराब मौसम में लोको पायलट और गार्डस को ट्रैक पर कोई भी अनियमित्ता दिखने को लेकर पत्र में निर्देश जारी किए गए हैं.
आज 400 से ज्यादा ट्रेन कैंसिल, कइयों के रूट बदले, यहां लीजिए पूरी जानकारी
बोर्ड ने हाल ही में सभी जोनल रेलवे के सेफ्टी पर्फामेंस (Safety Performance) की समीक्षा की और पाया कि 16 परिणामी दुर्घटनाएं (ट्रेन के पटरी से उतरने की 15 और एक मैन्ड लेवल क्रॉसिंग गेट एक्सीडेंट) हुई हैं, जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक हैं.
बोर्ड की तरफ से सभी जोन को कहा गया है कि सर्दी के मौसम (Winter 2022) के देखते हुए तत्काल सभी ऐहतियाती कदम उठाए जाएं. साथ ही जोनल और मंडल रेल अधिकारियों को भी निरीक्षण की गुणवत्ता पर जोर देते हुए लगातार इंस्पेक्शन करने की सलाह दी जाती है. इसमें आगे कहा गया है कि सभी जोनल रेलवे द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में बोर्ड को सूचना तत्काल दी जाए.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Indian railway, Indian Railways, Railway Board