भारत-पाक युद्ध 1971 में बैटल ऑफ लोंगेवाला के हीरो भैरो सिंह राठौड़.
नई दिल्ली. भारत-पाकिस्तान 1971 लोगेंवाला युद्ध के हीरों रहे नायक भैरों सिंह राठौड़ नहीं रहे. 81 वर्षीय भैरों सिंह राठौड़ 14 दिसंबर से जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती थे. उन्हें सीने में दर्द एवं बुखार की शिकायत के बाद जोधपुर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जोधपुर में भर्ती कराया गया था, जहां आज दोपहर उनका निधन हो गया.
बीएसएफ के अनुसार, लोंगेवाला युद्ध के हीरो रहे नायक भैरों सिंह राठौड़ का पार्थिव शरीर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जोधपुर से सहायक प्रशिक्षण केन्द्र सीमा सुरक्षा बल जोधपुर परिसर में लाया गया. यहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. इसके बाद, सीमा सुरक्षा बल महानिदेशक एवं समस्त सीमा प्रहरियों की तरफ से पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि दी गई.
पैतृक गांव सोलंकिया तला में होगा अंतिम संस्कार
नायक भैरों सिंह राठौड़ का पार्थिव शरीर सहायक प्रशिक्षण केन्द्र सीमा सुरक्षा बल जोधपुर में आम जनता के अतिंम दर्शन के लिए रखा गया है. नायक भैरों सिंह का पार्थिव शरीर कल 20 दिसम्बर 2022 को सुबह 09 बजे सड़क मार्ग से सीमा सुरक्षा बल के वाहनों द्वारा उनके पैतृक गांव, सोलंकिया तला शेरगढ़, जोधपुर ले जाया जाएगा, जहां उनको पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा.
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युद्ध में असाधारण वीरता के लिए मिला था सेना मेडल
नायक भैरों सिंह राठौड़ सीमा सुरक्षा बल में 1966 से 14वीं बटालियन में सेवारत थे सीमा सुरक्षा बल में आने से पहले वे राजस्थान आर्ल्ड कॉस्टेबलरी में अपनी सेवा दे रहे थे. भारत पाकिस्तान 1971 लोगेंवाला युद्ध में सीमा सुरक्षा बल की लोंगेवाला सीमा चौकी पर अदम्य साहस और असाधारण वीरता का परिचय दिया, जिससे वे सेना मेडल द्वारा नवाजे गए थे. नायक भैरो सिंह राठौड़ 1987 में सीमा सुरक्षा बल से सेवानिवृत हुए थे.
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