दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा पर रोक, हिंसा के बाद फैसला

ट्रैक्टर मार्च में हिंसा के मद्देनजर लिया गया फैलसा.
दिल्ली के नार्थ जिले की तरफ इंटरनेट सेवाओं को बंद रखने (Internet-Ban) के लोगों को sms मिले हैं. इसके अलावा नोएडा और गाजियाबाद के इलाकों में भी लोगों को इंटरनेट सेवाएं बाधित रहने के मैसेज मिले हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 26, 2021, 5:32 PM IST
नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस (Republic Day 2021) के दिन किसानों के ट्रैक्टर मार्च (Farmers Tractor March) में हिंसा के बाद दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के कई इलाकों में इंटरनेट बैन (Internet-Ban) कर दिया गया है. यह बैन आज रात 12 बजे तक के लिए किया गया है. दिल्ली के नार्थ जिले की तरफ इंटरनेट सेवाओं को बंद रखने के लोगों को sms मिले हैं. इसके अलावा पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार, पांडव नगर और अक्षरधाम इलाकों में भी लोगों को इंटरनेट की समस्या आ रही है. साथ ही नोएडा और गाजियाबाद के इलाकों में भी लोगों को इंटरनेट सेवाएं बाधित रहने के मैसेज मिले हैं.
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाएं बैन रहेंगी.

गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों का ट्रैक्टर मार्च अपना रूट ही भूल गया. मार्च के दौरान कई जगहों पर हिंसक घटनाओं की कोशिश की गई. आईटीओ (ITO) और टिकरी बॉर्डर पर किसान बेकाबू हो गए, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. किसान लाल किले परिसर तक में घुस गए और उसकी प्राचीर पर तिरंगा उतारकर निशान साहिब लगा दिया.
इस पर भाकियू के नेता राकेश टिकैत ने किसानों के उपद्रव को लेकर कहा है कि जिन्होंने भी ये सब किया है, वे सब हमारी नजर में हैं. सब लोग चिह्नित हैं. उन्होंने कहा कि ये जो सब उपद्रव कर रहे हैं, वो पॉलिटिकल पार्टी के लोग हैं.
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाएं बैन रहेंगी.

गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों का ट्रैक्टर मार्च अपना रूट ही भूल गया. मार्च के दौरान कई जगहों पर हिंसक घटनाओं की कोशिश की गई. आईटीओ (ITO) और टिकरी बॉर्डर पर किसान बेकाबू हो गए, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. किसान लाल किले परिसर तक में घुस गए और उसकी प्राचीर पर तिरंगा उतारकर निशान साहिब लगा दिया.
इस पर भाकियू के नेता राकेश टिकैत ने किसानों के उपद्रव को लेकर कहा है कि जिन्होंने भी ये सब किया है, वे सब हमारी नजर में हैं. सब लोग चिह्नित हैं. उन्होंने कहा कि ये जो सब उपद्रव कर रहे हैं, वो पॉलिटिकल पार्टी के लोग हैं.