Mission Paani: जिंदगी में शामिल करें ये छोटी आदतें तभी भविष्य के लिए हम बचा सकेंगे पानी

'मिशन पानी' न्यूज 18 और हार्पिक इंडिया की पहल है, जो 'पानी की कमी और स्वच्छता' के मुद्दे पर काम कर रहा है.
हम आपसे हार्पिक न्यूज़ 18 मिशन पानी को देखने का आग्रह करते हैं, जिन्होंने जल संरक्षण और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने का शानदार काम किया है. Https://www.news18.com/mission-paani/ देखें, और मिशन पानी वाटरथॉन में शामिल हों.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 2:54 PM IST
हम काफी समय से यह सुन रहे हैं कि भारत तेजी से डे जीरो पर पहुंच रहा है. इसका मतलब है कि एक दिन ऐसा आएगा जब पानी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. अगर आपको ये सुनकर डर नहीं लग रहा है तो इस परिस्थिति की गंभीरता को समझने की कोशिश करें. देश के 15 से अधिक प्रमुख शहरों में पहले से ही पानी की कमी है और अगर हमने इस ओर अभी ध्यान नहीं दिया तो यह संकट और भी गहरा जाएगा. इस समय पानी की हर एक बूंद मायने रखती है और हर एक व्यक्ति की भूमिका इसे बचाने में महत्वपूर्ण है.
हमें पानी को बचाने के लिए सचेत रहने की आवश्यकता है और अपने अंदर ऐसी आदतों को शामिल करने की जरूरत है, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिले और हम रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ पानी बचा सकें. हम आपको कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आज से ही लागू किया जा सकता है.
खाने का सही चुनाव पानी की कमी को बचा सकता है
लॉकडाउन के दौरान हमने ये जाना है कि खाना बनाना हमारे लिए कितना जरूरी है. लॉकडाउन के दौरान बाहर से खाना मंगाने के बजाय ज्यादा लोगों ने घर पर ही बने पोष्टिक आहार लेना पसंद किया. इस दौरान पता चला कि हम बहुत सा ऐसा खाना खाते हैं जिसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों को उगाने में काफी पानी लगता है. ऐसे में हमें ऐसे खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए जिसे उगाने में कम पानी का उपयोग होता है. इसके साथ ही हमे उचित अनुपात में खाना बनाना चाहिए, जिससे खाना बर्बाद न हो.कम सामान खरीदकर भी पानी को बचाया जा सकता है
हम जो भी चीज खरीदतें हैं, भले ही वो एक जोड़ी जूते हों या फिर जीन्स. इन्हें बनाने से लेकर दुकान तक पहुंचाने में काफी पानी लगता है. इसे उदाहरण से समझें तो जिस जीन्स को हम एक क्लिक पर ऑनलाइन खरीद लेते हैं, उस एक जीन्स को बनाने में लगभग 10 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल होता है. पानी के प्रति हम बिल्कुल भी सचेत नहीं हैं. हमें ये तक नहीं पता है कि कौन सी आदत पानी को बचाने में मदद कर सकती है. अब थोड़ा सोच विचार कर ही खरीदारी करें, जिससे पानी को बचाया जा सके.
इसे भी पढ़ें :- जाग जाइए! जल संकट के चिंताजनक संकेतों को समझिए
बिजली का उपयोग कम कर पानी बचाएं
घर पर बिजली बचाकर भी पानी को बचाया जा सकता है. बिजली बनाने में पानी की जरूरत होती है. इसे आसान भाषा में समझना है तो अगर फोन को चार्ज नहीं करना है तो चार्जर को अनप्लग कर दें. इसी तरह अगर आप हॉल में बैठे हैं तो किचन की लाइट बंद कर दें. अगर आप शहर से बाहर जा रहे हैं तो कोशिश करें कि मुख्य स्विच को ही बंद कर दें. ये छोटी-छोटी आदतें हमें बिजली की खपत कम करने में मदद करती हैं और जाने अनजाने हम बहुत सारे पानी का संरक्षण करने में मदद कर पाते हैं.
कपड़े धोते समय भी थोड़ा ध्यान देने की जरूरत
जब हम अपने घरों में वॉशिंग मशीन से कपड़े घुलते हैं तो एक बार में लगभग 50-70 लीटर पानी लगता है. यह काफी ज्यादा है कपड़े धुलने के लिए. हम ये मानते हैं कि अब हाथ से कपड़ा धोना आसान नहीं है. ऐसे में हमें थोड़ा स्मार्ट होने की जरूरत है. कपड़े तभी धुलें जब काफी संख्या में गंदे कपड़े इकट्ठा हो जाएं. ताकि वॉशिंग मशीन में भरे पानी का पूरा उपयोग हो सके. ये छोटी से आदत आगे चलकर पानी बचाने की मुहिम में अहम भूमिका निभा सकती है.
इसे भी पढ़ें :- मिशन पानी: अपने जल संसाधन कैसे बेहतरीन इस्तेमाल कर सकता है भारत?
आपका ये 5 मिनट पानी बचाने में करेगा मदद
हमारे नहाने की आदत पानी बचाने में अहम भूमिका निभाती है. शॉवर से नहाते समय एक बार में 60 लीटर तक पानी का इस्तेमाल होता है. ऐसे में अगर बाल्टी से नहाया जाए या फिर 5 मिनट ही शॉवर का इस्तेमाल किया जाए तो पानी को बचाया जा सकता है. ये नियम हर किसी पर लागू नहीं किया जा सकता लेकिन हम कोशिश कर सकते हैं कि शॉवर का समय केवल पांच मिनट या उससे कम ही रखा जाए. इसके साथ ही शैम्पू या साबुन लगाते समय शॉवर बंद कर दें. इन आदतों को अपनी जिंदगी में शामिल करना बहुत ही आसान है. ये आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को भी किसी तरह से प्रभावित नहीं करती हैं.
हमारी ओर से किए गए ये छोटे प्रयास अंततः आदत बन जाएंगे और दुनिया को न केवल ऊर्जा कुशल बनाने में मदद करेंगे, बल्कि पानी कुशल भी होंगे. इसके अलावा, हम आपसे हार्पिक न्यूज़ 18 मिशन पानी को देखने का आग्रह करते हैं, जिन्होंने जल संरक्षण और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने का शानदार काम किया है. Https://www.news18.com/mission-paani/ देखें, और मिशन पानी वाटरथॉन में शामिल हों, जो प्रतिष्ठित हस्तियों के साथ 8 घंटे का टेलीकास्ट है, जहां हर कोई इस जंग में शामिल होने और भारत को जल संकट से उबारने की शपथ लेगा.
हमें पानी को बचाने के लिए सचेत रहने की आवश्यकता है और अपने अंदर ऐसी आदतों को शामिल करने की जरूरत है, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिले और हम रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ पानी बचा सकें. हम आपको कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आज से ही लागू किया जा सकता है.
खाने का सही चुनाव पानी की कमी को बचा सकता है
लॉकडाउन के दौरान हमने ये जाना है कि खाना बनाना हमारे लिए कितना जरूरी है. लॉकडाउन के दौरान बाहर से खाना मंगाने के बजाय ज्यादा लोगों ने घर पर ही बने पोष्टिक आहार लेना पसंद किया. इस दौरान पता चला कि हम बहुत सा ऐसा खाना खाते हैं जिसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों को उगाने में काफी पानी लगता है. ऐसे में हमें ऐसे खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए जिसे उगाने में कम पानी का उपयोग होता है. इसके साथ ही हमे उचित अनुपात में खाना बनाना चाहिए, जिससे खाना बर्बाद न हो.कम सामान खरीदकर भी पानी को बचाया जा सकता है
हम जो भी चीज खरीदतें हैं, भले ही वो एक जोड़ी जूते हों या फिर जीन्स. इन्हें बनाने से लेकर दुकान तक पहुंचाने में काफी पानी लगता है. इसे उदाहरण से समझें तो जिस जीन्स को हम एक क्लिक पर ऑनलाइन खरीद लेते हैं, उस एक जीन्स को बनाने में लगभग 10 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल होता है. पानी के प्रति हम बिल्कुल भी सचेत नहीं हैं. हमें ये तक नहीं पता है कि कौन सी आदत पानी को बचाने में मदद कर सकती है. अब थोड़ा सोच विचार कर ही खरीदारी करें, जिससे पानी को बचाया जा सके.
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बिजली का उपयोग कम कर पानी बचाएं
घर पर बिजली बचाकर भी पानी को बचाया जा सकता है. बिजली बनाने में पानी की जरूरत होती है. इसे आसान भाषा में समझना है तो अगर फोन को चार्ज नहीं करना है तो चार्जर को अनप्लग कर दें. इसी तरह अगर आप हॉल में बैठे हैं तो किचन की लाइट बंद कर दें. अगर आप शहर से बाहर जा रहे हैं तो कोशिश करें कि मुख्य स्विच को ही बंद कर दें. ये छोटी-छोटी आदतें हमें बिजली की खपत कम करने में मदद करती हैं और जाने अनजाने हम बहुत सारे पानी का संरक्षण करने में मदद कर पाते हैं.
कपड़े धोते समय भी थोड़ा ध्यान देने की जरूरत
जब हम अपने घरों में वॉशिंग मशीन से कपड़े घुलते हैं तो एक बार में लगभग 50-70 लीटर पानी लगता है. यह काफी ज्यादा है कपड़े धुलने के लिए. हम ये मानते हैं कि अब हाथ से कपड़ा धोना आसान नहीं है. ऐसे में हमें थोड़ा स्मार्ट होने की जरूरत है. कपड़े तभी धुलें जब काफी संख्या में गंदे कपड़े इकट्ठा हो जाएं. ताकि वॉशिंग मशीन में भरे पानी का पूरा उपयोग हो सके. ये छोटी से आदत आगे चलकर पानी बचाने की मुहिम में अहम भूमिका निभा सकती है.
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आपका ये 5 मिनट पानी बचाने में करेगा मदद
हमारे नहाने की आदत पानी बचाने में अहम भूमिका निभाती है. शॉवर से नहाते समय एक बार में 60 लीटर तक पानी का इस्तेमाल होता है. ऐसे में अगर बाल्टी से नहाया जाए या फिर 5 मिनट ही शॉवर का इस्तेमाल किया जाए तो पानी को बचाया जा सकता है. ये नियम हर किसी पर लागू नहीं किया जा सकता लेकिन हम कोशिश कर सकते हैं कि शॉवर का समय केवल पांच मिनट या उससे कम ही रखा जाए. इसके साथ ही शैम्पू या साबुन लगाते समय शॉवर बंद कर दें. इन आदतों को अपनी जिंदगी में शामिल करना बहुत ही आसान है. ये आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को भी किसी तरह से प्रभावित नहीं करती हैं.
हमारी ओर से किए गए ये छोटे प्रयास अंततः आदत बन जाएंगे और दुनिया को न केवल ऊर्जा कुशल बनाने में मदद करेंगे, बल्कि पानी कुशल भी होंगे. इसके अलावा, हम आपसे हार्पिक न्यूज़ 18 मिशन पानी को देखने का आग्रह करते हैं, जिन्होंने जल संरक्षण और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने का शानदार काम किया है. Https://www.news18.com/mission-paani/ देखें, और मिशन पानी वाटरथॉन में शामिल हों, जो प्रतिष्ठित हस्तियों के साथ 8 घंटे का टेलीकास्ट है, जहां हर कोई इस जंग में शामिल होने और भारत को जल संकट से उबारने की शपथ लेगा.