(फाइल फोटो- एमजे अकबर)
#Metoo कैम्पेन के सिलसिले में केंद्रीय राज्यमंत्री एमजे अकबर पर लगे कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों पर इंडियन वीमेन प्रेस क्लब (IWPC) ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह और महिला बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी को लिखा पत्र लिखा है.
(ये भी पढ़ें- #MeToo मामला: एमजे अकबर ने ठोका मानहानि का मुकदमा, महिला पत्रकार बोलीं- सच्चाई मेरे साथ)
इस पत्र में लिखा गया है कि एमजे अकबर पर कई पत्रकारों ने गंभीर आरोप लगाए हैं लेकिन सरकार ने अभी तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं की है. पत्र में यह भी कहा गया है कि जिन महिला पत्रकारों ने आरोप लगाए हैं उनकी ही मंशा पर लोग शक कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें : आम दिनों की तरह ही ऑफिस पहुंचे #MeToo आरोपों से घिरे अकबर, इस्तीफे पर विवाद जारी
पत्र में लिखा गया है कि 12 से अधिक महिला पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री पर कथित यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. ऐसे में सरकार से अनुरोध है कि इस मामले में केंद्र सरकार जल्द जांच बिठाए.
#MeToo के आरोपों में फंसे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने एक महिला पत्रकार के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा किया है. उन्होंने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में मुकदमा दायर किया है. बता दें कि मानहानि में आइपीसी की धारा 499, 500 के तहत दो साल तक की सजा का प्रावधान है. अकबर रविवार को ही नाइजीरिया से भारत लौटे हैं.
भारत लौटने के बाद उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को झूठा और मनगढ़ंत करार दिया है. वहीं इस मानहानि के मुकदमे पर प्रतिक्रिया देते हुए महिला पत्रकार ने कहा कि सच्चाई ही उनका डिफेंस है और वह यह केस लड़ने को तैयार हैं.
ये भी पढ़ें: 'चुनाव से पहले इतना तूफान क्यों?' #Metoo के आरोपों पर एमजे अकबर ने दी ये सफाई
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Maneka gandhi, MJ Akbar, Rajnath Singh, Sexual Abuse, Sexual violence