ओड़िशाः जगन्नाथ मंदिर 9 महीने बाद खुला, तीन जनवरी से आम जनता कर पाएगी दर्शन

तीन जनवरी से मंदिर के द्वार सभी श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे.
जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) में दर्शन के लिए पुरी के बाहर से आए लोगों को कोविड-19 (Covid-19) निगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना होगा. हालांकि स्थानीय लोगों पर ये लागू नहीं होगा.
- News18Hindi
- Last Updated: December 23, 2020, 5:13 PM IST
पुरी. कोविड-19 वैश्विक महामारी (Covid-19) के मद्देनजर करीब नौ महीने बंद रहने के बाद आखिरकार श्री जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) बुधवार को दोबारा खुल गया, लेकिन लोग तीन जनवरी से ही यहां भगवान के दर्शन कर पाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि सेवकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए सुबह सात बजे मंदिर के द्वार खोले गए. इस दौरान कोविड-19 से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन किया गया.
उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी के कारण मंदिर मध्य मार्च से बंद था. 12वीं शताब्दी के भगवान विष्णु के मंदिर के द्वार इतिहास में पहली बार भक्तों के लिए बंद किए गए थे. पुरी के कलेक्टर बलवंत सिंह (Balwant Singh) ने बताया कि पहले तीन दिन 23, 24 और 25 दिसम्बर को केवल सेवकों और उनके परिवार के सदस्यों को दर्शन करने की अनुमति होगी. अधिकारियों ने बताया कि 26 से 31 दिसम्बर के बीच केवल पुरी के निवासी भगवान के दर्शन कर पाएंगे.
इसके बाद नव वर्ष पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने के मद्देनजर एक और दो जनवरी को मंदिर को फिर बंद कर दिया जाएगा. तीन जनवरी से मंदिर के द्वार सभी श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे. उन्होंने बताया कि तीन जनवरी से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित ना होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट दिखानी होगी.
पुरी के निवासियों से कोविड-19 की जांच रिपोर्ट ना मांगे जाने के सवाल पर अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रशासन स्थानीय लोगों में कोरोना वायरस की स्थिति से अवगत है. इसलिए उन्हें संक्रमित ना होने की पुष्टि के लिए कोविड-19 की जांच रिपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं है.’’
उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी के कारण मंदिर मध्य मार्च से बंद था. 12वीं शताब्दी के भगवान विष्णु के मंदिर के द्वार इतिहास में पहली बार भक्तों के लिए बंद किए गए थे. पुरी के कलेक्टर बलवंत सिंह (Balwant Singh) ने बताया कि पहले तीन दिन 23, 24 और 25 दिसम्बर को केवल सेवकों और उनके परिवार के सदस्यों को दर्शन करने की अनुमति होगी. अधिकारियों ने बताया कि 26 से 31 दिसम्बर के बीच केवल पुरी के निवासी भगवान के दर्शन कर पाएंगे.
इसके बाद नव वर्ष पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने के मद्देनजर एक और दो जनवरी को मंदिर को फिर बंद कर दिया जाएगा. तीन जनवरी से मंदिर के द्वार सभी श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे. उन्होंने बताया कि तीन जनवरी से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित ना होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट दिखानी होगी.