सपना टूटा हिम्मत नहीं: ताज की नौकरी गई, तो खुद का रेस्टोरेंट खोला; अब कर रहे जमकर कमाई

(प्रतीकात्मक तस्वीर- News18 English)
Positive Story: कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से लगे लॉकडाउन ने कई लोगों को घर पर रहने के लिए मजबूर कर दिया. हालांकि, इस दौर ने ज्यादातर लोगों को उनके अंदर की योग्यता खोजने का मौका भी दिया.
- News18Hindi
- Last Updated: January 27, 2021, 12:18 PM IST
नई दिल्ली. प्रतिष्ठित ताज होटल (Taj Hotel) में नौकरी करना शायद हर शेफ का सपना होता है. यही सपना जम्मू के नरेन सराफ (Naren Saraf) का भी था. हालांकि, कोरोना वायरस महामारी ने उनका यह सपना पूरा नहीं होने दिया, लेकिन इस दौरान उन्होंने अपने अंदर के कलाकार को पहचाना और आज वो खुद का व्यवसाय कर रहे हैं और हर महीने लाखों रुपये कमा रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है इनकी कहानी.
ऐसी रही शुरुआत
होटल मैनेजमेंट के छात्र रहे नरेन सराफ एक इंटर्नशिप के दौरान जोधपुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने अपने हाथों के स्वाद का कमाल दिखाया. उनकी बनाई चीजों को यहां पर खासा पसंद किया गया, जिसके बाद उनका नाम ताज होटल को भेजा गया. मार्च 2020 में उन्हें अपने चयन की खुशखबरी भी मिली. अब अगली प्रक्रिया थी सितंबर में उनकी जॉइनिंग की, लेकिन कोरोना की वजह से वह अपना काम शुरू नहीं कर सके.
यह भी पढ़ें: बहादुर बेटी ने बाल विवाह का किया विरोध, पढ़ाई छुड़वाकर शादी कराने वाले मां-बाप की BDO से की शिकायतअब कहानी सफलता की
कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन ने कई लोगों को घर पर रहने के लिए मजबूर कर दिया. हालांकि, इस दौर ने ज्यादातर लोगों को उनके अंदर की योग्यता खोजने का मौका भी दिया. ऐसे ही घर में खाली बैठे नरेन सराफ ने भी एक रेसिपी बनाने पर विचार किया. उन्होंने कुछ वेज और नॉन-वेज रेसिपी तैयार कर रिश्तेदारों को खिलाईं. उनके काम को काफी प्रोत्साहन मिला और यहां से उन्होंने अपना खुद का रेस्टोरेंट खोजने का प्लान बना लिया.

उन्होंने अपने रेस्टोरेंट का नाम 'आउट ऑफ द बॉक्स' रखा. इस रेस्टोरेंट में खाने के शौकीनों के लिए कई तरह की डिशेज मौजूद थीं. उनके ग्राहकोंं में लगातार इजाफा होने लगा. इस काम में सोशल मीडिया ने काफी ज्यादा मदद की. अब आलम यह है कि वो खाने की होम डिलीवरी भी कर रहे हैं. घर में ही खाना बनाने वाले सराफ रोज 4-5 हजार रुपये की कमाई कर लेते हैं.
ऐसी रही शुरुआत
होटल मैनेजमेंट के छात्र रहे नरेन सराफ एक इंटर्नशिप के दौरान जोधपुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने अपने हाथों के स्वाद का कमाल दिखाया. उनकी बनाई चीजों को यहां पर खासा पसंद किया गया, जिसके बाद उनका नाम ताज होटल को भेजा गया. मार्च 2020 में उन्हें अपने चयन की खुशखबरी भी मिली. अब अगली प्रक्रिया थी सितंबर में उनकी जॉइनिंग की, लेकिन कोरोना की वजह से वह अपना काम शुरू नहीं कर सके.
यह भी पढ़ें: बहादुर बेटी ने बाल विवाह का किया विरोध, पढ़ाई छुड़वाकर शादी कराने वाले मां-बाप की BDO से की शिकायतअब कहानी सफलता की
कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन ने कई लोगों को घर पर रहने के लिए मजबूर कर दिया. हालांकि, इस दौर ने ज्यादातर लोगों को उनके अंदर की योग्यता खोजने का मौका भी दिया. ऐसे ही घर में खाली बैठे नरेन सराफ ने भी एक रेसिपी बनाने पर विचार किया. उन्होंने कुछ वेज और नॉन-वेज रेसिपी तैयार कर रिश्तेदारों को खिलाईं. उनके काम को काफी प्रोत्साहन मिला और यहां से उन्होंने अपना खुद का रेस्टोरेंट खोजने का प्लान बना लिया.
उन्होंने अपने रेस्टोरेंट का नाम 'आउट ऑफ द बॉक्स' रखा. इस रेस्टोरेंट में खाने के शौकीनों के लिए कई तरह की डिशेज मौजूद थीं. उनके ग्राहकोंं में लगातार इजाफा होने लगा. इस काम में सोशल मीडिया ने काफी ज्यादा मदद की. अब आलम यह है कि वो खाने की होम डिलीवरी भी कर रहे हैं. घर में ही खाना बनाने वाले सराफ रोज 4-5 हजार रुपये की कमाई कर लेते हैं.