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Kanjhawala Case: तकनीक के इस्तेमाल से बच सकती थी अंजलि की जान, जानें कैसे

Delhi News: कंझावाला केस में तकनीक के इ्स्तेमाल से अंजलि के साथ हुए हादसे को रोका जा सकता था. (Photo-News18)

Delhi News: कंझावाला केस में तकनीक के इ्स्तेमाल से अंजलि के साथ हुए हादसे को रोका जा सकता था. (Photo-News18)

Sultanpuri Incident: 20 साल की अंजलि सिंह की जिंदगी एक सड़क हादसे में अचानक खत्म हो गई. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या तक ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

पूर्व राष्ट्रपति कलाम के सलाहकार सिंह ने उठाया मुद्दा
लोगों में ज्यादा से ज्यादा हो तकनीक का इस्तेमाल
बाजार में मिल रहे गैजेट देते हैं ड्राइविंग की पूरी जानकारी

(भस्वती गुहा मजुमदार)

नई दिल्ली. 20 साल की अंजलि सिंह की हत्या ने पूरे देश को हिला दिया है. उसकी स्कूटी को नए साल की रात न केवल कारसवारों ने टक्कर मारी, बल्कि उसे कई किलोमीटर घसीटकर भी ले गए. अब इस मामले ने सोशल मीडिया पर भी बवाल मचा दिया है. इसे लेकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के सलाहकार रहे सृजन पाल सिंह ने कहा है कि इस मामले को जेंडर के नजरिये से नहीं, बल्कि रोड सेफ्टी की नजर से देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में हर साल 2 लाख लोगों की जान चली जाती है. सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि तकनीक के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल से सड़क हादसों को रोका जा सकता है.

News18 ने देश में सड़क सुरक्षा मुहैया कराने वाली कंपनी मैपमायइंडिया के सीईओ और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रोहन वर्मा से बात की. उन्होंने कहा कि ज्यादातर सड़क हादसों को तकनीक के इस्तेमाल से रोका जा सकता है. हमारी कंपनी का मैपल एप और ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर ड्राइवर, यात्री और राहगीर सड़क हादसों से बच सकते हैं. उन्होंने और भी कई अन्य तकनीकों के बारे में बात की.

इस तरह से बचा सकते हैं गैजेट
उदाहरण के लिए उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी का इंफोटेनमेंट-नेविगेशन सिस्टम सड़क की रियल टाइम स्पीड ड्राइवर को बताता है. इससे ड्राइवर सावधान हो सकता है और गाड़ी की रफ्तार धीमी कर सकता है. उनका नेविगेशन सिस्टम केवल टर्न या ट्रैफिक के बारे में नहीं बताता, बल्कि आगे आने वाली ऐसी जगहों के बारे में बताता जो हादसों को लेकर खतरनाक हैं. यह सड़क के गड्ढों के बारे में बताता है, अंधे-मोड़ के बारे में बताता है, स्पीड ब्रेकर की जानकारी देता है. इस तरह यह गाड़ी चलाने वाले की पूरी मदद करता है.

अंदर-बाहर की मिलती है पूरी जानकारी
वर्मा ने मैपल गैजेट के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि व्हीकल ट्रैकर और डैश कैमेरा खास गैजेट हैं. उनके मुताबिक, ये गैजेट गाड़ी की अंदर-बाहर की पूरी जानकारी देते हैं. ताकि, अगर हादसा होता भी है तो यह पता करना आसान है कि हादसे की वजह क्या थी. यह गैजेट यह भी बता देगा कि ड्राइवर को झपकी लगी या वह नशे में गाड़ी चला रहा था. उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी के गैजेट नक्शे,. वीडियो, 36-डिग्री पैनोरेमिक रियल व्यू और हाई डेफीनेशन एचडी, 3डी मैप डाटा, रियल टाइम डैशबोर्ड की जानकारी देते हैं. यह जानकारी हर शख्स के काम आती है.

गैजेट से लाई जा सकती है क्रांति-वर्मा
वर्मा ने कहा कि हमारे गैजेट से मिला डाटा लोगों को बता सकता है कि कौन सी जगह हादसे के लिए खतरनाक है, सरकारी अधिकारियों को यह बता सकता है कि गड्ढे कहां-कहां हैं, वे उसे ठीक कर सकते हैं. इनके जरिये सड़क सुरक्षा में क्रांति लाई जा सकती है.

Tags: National News, Road accident

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