Karnataka Chunav Date: निर्वाचन आयोग ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 13 तारीख को चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होगा, 20 अप्रैल नामांकन की आखिरी तारीख होगी, 21 से 23 अप्रैल तक नामांकन की जांच की जाएगी. उम्मीदवार 24 अप्रैल तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे.
नई दिल्लीः निर्वाचन आयोग कर्नाटक विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा को लेकर प्रेस काॅन्फ्रेंस कर रहा है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पीसी को संबोधित कर रहे हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 13 अप्रैल गजट नोटिफिकेशन जारी होगा. नामांकन की आखिरी तारीख 20 अप्रैल होगी. 21 से 23 अप्रैल तक नामांकन की जांच होगी और उम्मीदवार 24 अप्रैल तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे. कर्नाटक में मतदान 10 मई को एक चरण में सपन्न होगा और 13 मई को नतीजे घोषित किए आएंगे. कर्नाटक विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 24 मई, 2023 को समाप्त हो रहा है. उसस पहले चुनाव संपन्न कराकर नई सरकार का गठन होना है.
अधिक पढ़ें ...मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 13 अप्रैल गजट नोटिफिकेशन जारी होगा. 20 अप्रैल से नामांकन शुरू होगा. 21 से 23 अप्रैल तक नामांकन की सीमीक्षा होगी. 24 अप्रैल नामांकन वापसी की आखिरी तारीख होगी. कर्नाटक में मतदान 10 मई को एक चरण में सपन्न होगा और 13 मई को नतीजे आएंगे.
कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटों में से 36 अनुसूचित जाति और 15 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, 173 सीटें सामान्य श्रेणी के अंतर्गत हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 1 अप्रैल तक 18 साल के हो रहे सभी युवा मतदाता कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में, राज्य में 58,000 से अधिक मतदान केंद्र होंगे. इनमें 28,866 शहरी मतदान केंद्र होंगे. चुनाव आयोग ने कहा कि 1,300 से अधिक मतदान केंद्रों को विशेष रूप से महिलाओं द्वारा संभाला जाएगा. 224 ऐसे बूथ बनाए गए हैं, जिनमें यूथ कर्मचारी तैनात रहेंगे. 100 बूथों पर दिव्यांग कर्मचारी तैनात रहेंगे.
राज्य में कुल 42,756 ट्रांसजेंडर हैं, जिनमें से 41,000 पंजीकृत हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ लोग खुद को ट्रांसजेंडर के तहत चिन्हित करने में झिझक रहे हैं, लेकिन हम उनसे आगे आने की अपील करते हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि वे आगे आएं और खुद को जिस भी जेंडर कैटेगरी के अंतर्गत रजिस्टर कराना चाहते हैं, कराएं.
निर्वाचन आयोग ने कहा है कि कर्नाटक में इस बार 9.17 लाख नए वोटर्स जुड़े हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे. राज्य में 24 मई से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में कर्नाटक में चुनाव कराने की अपनी अलग चुनौतियां हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव करवाना निर्वाचन आयोग की प्राथमिकता है. कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं. आयोग का अच्छा फैसला ये है कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और दिव्यांगों के लिए घर से मतदान की सुविधा शुरू की है.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है, इसलिए हमें किसी भी हालात में उससे पहले चुनाव संपन्न करा लेना है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है, इसलिए हमें किसी भी हालात में उससे पहले चुनाव संपन्न करा लेना है. नए मतदाताओं, जनजातीय समूहों और ट्रांसजेंडरों पर विशेष जोर होगा. 12.15 लाख से अधिक मतदाता 80़ आयु वर्ग के हैं. 276 मतदाता 100 वर्ष से अधिक आयु के हैं. चुनाव आयोग उनके लिए विशेष आउटरीच करेगा. कुल 5.21 करोड़ मतदाता हैं, इनमें पुरुष 2.62 करोड़ और महिलाएं 2.59 करोड़ हैं.
कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा, ‘कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार है, हम चाहते हैं कि इस सरकार को बर्खास्त किया जाए। इस सरकार को जितनी जल्दी बर्खास्त किया जाए, राज्य और देश के लिए उतना ही अच्छा है। यह चुनाव विकासोन्मुख और भ्रष्टाचार मुक्त राज्य और देश के लिए होगा.’
साल 2018 में कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे. करीब 14 महीने बाद ही कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार गिर गई. बीएस येदियुरप्पा ने कांग्रेस के बागी विधायकों की मदद से भाजपा की सरकार बनाई. हालांकि, 2 वर्ष बाद येदियुरप्पा को भी मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य में सीएम बदलने का फैसला किया और बसवराज बोम्मई, बीएस येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी चुने गए.
कर्नाटक में साल 2018 के विधानसभा चुनाव के परिणाम में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. त्रिशंकु विधानसभा था. हालांकि, 104 सीटों के साथ बीजेपी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने पर बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. भाजपा को बहुमत साबित करने के बाद 9 और विधायकों की जरूरत थी, क्योंकि 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 है. हालांकि, येदियुरप्पा बहुमत नहीं साबित कर पाए और शपथ ग्रहण के एक दिन बाद ही उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
कांग्रेस ने 124 और जेडीएस ने 94 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. भाजपा ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. कांग्रेस के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार का कहना है कि पार्टी की 100 उम्मीदवारों की दूसरी सूची 30 मार्च के बाद जारी की जाएगी. कांग्रेस ने डीके शिवकुमार को कनकपुरा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया को वरुणा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. हालांकि, सिद्धारमैया ने एक और सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है.
कर्नाटक में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 224 सीटों में से कांग्रेस को 38.14 वोट परसेंट के साथ 80 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी को 36.35 वोट शेयर के साथ 104 सीटें. वहीं 18.3 फीसदी वोट शेयर के साथ जनता दल सेकुलर के खाते में 37 सीटें आई थीं. इस चुनाव में कांग्रेस को 42 सीटों का नुकसान हुआ और जेडीएस को 03 सीटों का. लेकिन बीजेपी को 64 सीटों का फायदा हुआ.
कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटों में से 36 अनुसूचित जाति और 15 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, 173 सीटें सामान्य श्रेणी के अंतर्गत हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 1 अप्रैल तक 18 साल के हो रहे सभी युवा मतदाता कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे. उन्होंने कर्नाटक चुनाव में धनबल के इस्तेमाल को एक प्रमुख चुनौती बताई और कहा कि विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय करके इस पर अंकुश लगाने का काम किया जा रहा है. चेक पोस्ट्स, विशेष राजमार्गों और गोदामों की पहचान की गई और उनकी मैपिंग की गई है, ताकि वहां आने वाले सामान में वृद्धि के रुझान को ट्रैक किया जा सके.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव करवाना निर्वाचन आयोग की प्राथमिकता है. कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं. आयोग का अच्छा फैसला ये है कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और दिव्यांगों के लिए घर से मतदान की सुविधा शुरू की है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में 58,000 से अधिक मतदान केंद्र होंगे. इनमें 28,866 शहरी मतदान केंद्र होंगे. चुनाव आयोग ने कहा कि 1,300 से अधिक मतदान केंद्रों को विशेष रूप से महिलाओं द्वारा संभाला जाएगा. 224 ऐसे बूथ बनाए गए हैं, जिनमें यूथ कर्मचारी तैनात रहेंगे. 100 बूथों पर दिव्यांग कर्मचारी तैनात रहेंगे. निर्वाचन आयोग ने कहा है कि कर्नाटक में इस बार 9.17 लाख नए वोटर्स जुड़े हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा 27 मार्च को की गई थी. वर्तमान में 224 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास 68 विधायक हैं और भाजपा सत्ता में है. हालांकि, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 80 और जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. लेकिन कांग्रेस और जेडीएस ने चुनाव बाद गठबंधन किया और सरकार बनाई, जिसमें एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने. हालांकि, महज 1 साल 2 महीने बाद ही यह सरकार गिर गई. फिर बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार गठित की. हालांकि, येदियुरप्पा 2 साल बाद मुख्यमंत्री पद से हट गए और बसवराज बोम्मई उनके उत्तराधिकारी बने.
कांग्रेस ने आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 124 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है. पार्टी ने सदन में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को वरुणा विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. हालांकि, सिद्धारमैया एक अन्य विधानसभा से भी टिकट की उम्मीद कर रहे हैं, जिसकी घोषणा दूसरी सूची में होने की संभावना है. साथ ही कांग्रेस ने अधिकांश पुराने चेहरों को इस लिस्ट में बरकरार रखा है. डीके शिवकुमार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे को भी विधानसभा चुनाव का टिकट मिला है. जेडीएस ने भी अपने 94 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. भाजपा ने अब तक एक भी सीट पर अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है.
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