बेलगावी (कर्नाटक). बेलगावी जिले (Belagavi) के दो गांवों में खसरा-रूबेला (Measles-Rubella) का टीका लगाए जाने के बाद तीन शिशुओं की मौत हो गई है. शिशुओं की उम्र 10 से 15 महीने के बीच बताई जा रही है और वे रामदुर्ग तालुक के बोचाबल और मल्लापुर गांवों के रहने वाले हैं. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. अफसरों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती दो अन्य बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.
अधिकारियों को शक है कि नॉन-स्टर्लाइज्ड सीरिंज के इस्तेमाल के कारण शिशुओं को संक्रमण हुआ होगा. अफसरों ने जांच के आदेश दिए हैं. इस मामले में दोषी पाए जाने वाले नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है.
अधिकारियों ने बताया कि 11 और 12 जनवरी को दोनों गांवों से 20 से अधिक शिशुओं को टीका लगा था. उनके अनुसार बताया जाता है कि टीकाकरण के दिन ही दो शिशुओं की मौत हो गई, जबकि एक की मौत शनिवार को बेलगावी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (बीआईएमएस) में हुई. एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि घटना की जांच में यह बात सामने आई है कि नर्स ने एक दिन पहले टीकाकरण के लिए वायल को फार्मासिस्ट से लिया था. इसके बाद उन्हें होटल के फ्रिज में भोजन और अन्य सामान के साथ रख दिया था. यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. इससे ही उन्हें बैक्टीरियल इंफेक्शन होने की बात कही जा रही है.
अधिकारियों ने यह भी कहा कि टीके के नमूने केंद्रीय टीका इकाई को भेजे गए हैं, और पीड़ितों के मूत्र, मल और विसरा के नमूने फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेजे गए हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |