Mangaluru Kidnapping: पुलिस ने अगवा बच्चे को बचाया, फिरौती में मांगे थे 17 करोड़ के बिटक्वाइन

अपराधियों ने फिरौती में मांगे थे 100 बिटक्वाइन. (सांकेतिक फोटो)
Mangaluru Kidnapping Case: परिवार वालों ने जब पुलिस की मदद ली तो अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम को 100 बिटक्वाइन से 60 कर दिया था. हालांकि, वे लगातार परिवार वालों को पुलिस के पास जाने को लेकर धमकियां दे रहे थे.
- News18Hindi
- Last Updated: December 19, 2020, 2:47 PM IST
मंगलुरु. कर्नाटक में उजिरे से अपहृत आठ साल के एक बच्चे को पुलिस ने कोलार से उसे बचा लिया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलुरु पुलिस के एक विशेष दल ने कोलार पुलिस अधीक्षक कार्तिक रेड्डी की सहायता से अपहर्ताओं को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने बच्चे को गुरुवार को इंडिका कार की मदद से किडनैप (Kidnap) किया था. इतना ही नहीं आरोपियों ने बच्चों को छोड़ने के लिए 17 करोड़ रुपए की फिरौती बिटक्वाइन (Bitcoin) के रूप में मांगी थी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपियों को फिलहाल कोलार के मस्ती पुलिस थाने में रखा गया है. चारों अपहर्ताओं, उनके एक सहयोगी और बच्चे को रखने के लिए आवास मुहैया कराने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. बच्चे के पिता का नाम विजय है उसके दादा शिवन पूर्व सैनिक हैं. वहीं, किडनैप हुए बच्चे का नाम अनुभव है. अनुभव गुरुवार को मंगलुरु जिले के उजीरे तालुक स्थित अपने घर के बाहर खेल रहा था. इसी दौरान अपराधियों ने उसे अगवा कर लिया था. आरोपियों ने परिवार वालों को फिरौती कैसे देना है, इसका तरीका भी बताया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्चे के पिता और दादा शहर के बड़े कारोबारी माने जाते हैं.
कम कर दी थी फिरौती
परिवार वालों ने जब पुलिस की मदद ली तो अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम को 100 बिटक्वाइन से 60 कर दिया था. हालांकि, वे लगातार परिवार वालों को पुलिस के पास जाने को लेकर धमकियां दे रहे थे. दक्षिण कन्नड़ एसपी बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने एक नई विशेष जांच टीम गठित की. मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि पुलिस ने चारमडी घाट जंगल इलाके में पूरी जगह नाकाबंदी कर दी थी. पुलिस को शक है कि आरोपी परिवार के परिचित थे.
खास बात है कि अपहरण के बाद आरोपियों ने परिवार से बच्चे की एवज में 100 बिटक्वाइन की मांग की थी. इतने बिटक्वाइन की कीमत करीब 17 करोड़ रुपए होती है.
(भाषा इनपुट के साथ)
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपियों को फिलहाल कोलार के मस्ती पुलिस थाने में रखा गया है. चारों अपहर्ताओं, उनके एक सहयोगी और बच्चे को रखने के लिए आवास मुहैया कराने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. बच्चे के पिता का नाम विजय है उसके दादा शिवन पूर्व सैनिक हैं. वहीं, किडनैप हुए बच्चे का नाम अनुभव है. अनुभव गुरुवार को मंगलुरु जिले के उजीरे तालुक स्थित अपने घर के बाहर खेल रहा था. इसी दौरान अपराधियों ने उसे अगवा कर लिया था. आरोपियों ने परिवार वालों को फिरौती कैसे देना है, इसका तरीका भी बताया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्चे के पिता और दादा शहर के बड़े कारोबारी माने जाते हैं.
कम कर दी थी फिरौती
परिवार वालों ने जब पुलिस की मदद ली तो अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम को 100 बिटक्वाइन से 60 कर दिया था. हालांकि, वे लगातार परिवार वालों को पुलिस के पास जाने को लेकर धमकियां दे रहे थे. दक्षिण कन्नड़ एसपी बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने एक नई विशेष जांच टीम गठित की. मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि पुलिस ने चारमडी घाट जंगल इलाके में पूरी जगह नाकाबंदी कर दी थी. पुलिस को शक है कि आरोपी परिवार के परिचित थे.
खास बात है कि अपहरण के बाद आरोपियों ने परिवार से बच्चे की एवज में 100 बिटक्वाइन की मांग की थी. इतने बिटक्वाइन की कीमत करीब 17 करोड़ रुपए होती है.
(भाषा इनपुट के साथ)