कर्नाटक: स्कूल फीस में 30% कटौती के विरोध में सड़कों पर उतरे हजारों टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ

मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा की सरकार के फैसले के विरोध में सड़कों पर उतरे टीचर्स (File pic)
Karnataka Teachers Protest: कर्नाटक की येडियुरप्पा सरकार के इस अकेडमिक ईयर के लिए सिर्फ 70 प्रतिशत फीस लेने के फैसले को लेकर हजारों टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ सड़कों पर उतर आया.
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 5:44 PM IST
बेंगलुरु. कर्नाटक (Karnataka) के निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले करीब तीन हजार टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ सरकार के ट्यूशन फीस घटाने के फैसले के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) में प्रदर्शन करने वालों में ड्राइवर्स, अटेंडर्स, सिक्योरिटी स्टाफ और स्कूल प्रबंधन के लोग शामिल हैं. ड्रोन फुटेज में हजारों लोग बेंगलुरु के एक फ्लाइओवर पर प्रदर्शन के दौरान चलते दिखाई पड़ रहे हैं. इस मार्च के चलते क्षेत्र में करीब 30 से 45 मिनट तक भारी ट्रैफिक जाम लग गया.
ये विरोध प्रदर्शन कर्नाटक प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट, टीचिंग एंड नॉन-टीचिंग स्टाफ को-ऑर्डिनेशन कमेटी द्वारा आयोजित किया गया है. जिसमें करीब 10 निजी स्कूलों के संगठन ने बेंगलुरु के मुख्य रेलवे स्टेशन से चर्चित धरना स्थल फ्रीडम पार्क तक विरोध प्रदर्शन किया. ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस रैली में तीस हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया है.
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इस प्रदर्शन के बाद राज्य के प्राइमरी और सेकेंडरी एजुकेशन मिनिस्टर एस सुरेश कुमार धरनास्थल पर पहुंचे और अभिभावकों और स्कूल प्रबंधनों के साथ बैठक में इस मुद्दे को उठाने का वादा किया.कर्नाटक की येडियुरप्पा सरकार (Yediyurappa Government) के इस अकेडमिक ईयर के लिए सिर्फ 70 प्रतिशत फीस लेने के फैसले के बाद कर्नाटक के कई निजी स्कूलों ने मंगलवार को छुट्टी की घोषणा कर दी. प्रदर्शन कर रहे स्टाफ मेंबर्स का कहना है कि सरकार को अपना आदेश वापस लेना चाहिए. प्रदर्शनकारी स्टाफ ने अध्यापकों के लिए ग्रांट की भी मांग की है.

वहीं तीन स्कूल एसोसिएशंस ने सरकार के इस फैसले को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट में रिट भी दाखिल की है.
ये विरोध प्रदर्शन कर्नाटक प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट, टीचिंग एंड नॉन-टीचिंग स्टाफ को-ऑर्डिनेशन कमेटी द्वारा आयोजित किया गया है. जिसमें करीब 10 निजी स्कूलों के संगठन ने बेंगलुरु के मुख्य रेलवे स्टेशन से चर्चित धरना स्थल फ्रीडम पार्क तक विरोध प्रदर्शन किया. ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस रैली में तीस हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया है.
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इस प्रदर्शन के बाद राज्य के प्राइमरी और सेकेंडरी एजुकेशन मिनिस्टर एस सुरेश कुमार धरनास्थल पर पहुंचे और अभिभावकों और स्कूल प्रबंधनों के साथ बैठक में इस मुद्दे को उठाने का वादा किया.कर्नाटक की येडियुरप्पा सरकार (Yediyurappa Government) के इस अकेडमिक ईयर के लिए सिर्फ 70 प्रतिशत फीस लेने के फैसले के बाद कर्नाटक के कई निजी स्कूलों ने मंगलवार को छुट्टी की घोषणा कर दी. प्रदर्शन कर रहे स्टाफ मेंबर्स का कहना है कि सरकार को अपना आदेश वापस लेना चाहिए. प्रदर्शनकारी स्टाफ ने अध्यापकों के लिए ग्रांट की भी मांग की है.
वहीं तीन स्कूल एसोसिएशंस ने सरकार के इस फैसले को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट में रिट भी दाखिल की है.