केरल विधानसभा चुनाव: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चुनाव आयोग की टेंशन, बैठक जल्द

केरल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने चुनाव आयोग की चिंता बढ़ा दी है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Kerala Assembly Elections: आमतौर पर केरल में एक चरण में चुनाव कराया जाता रहा है लेकिन चुनाव आयोग अगली बैठक में इस विकल्प पर भी विचार करेगा कि क्या कोरोना की वजह से मतदान एक ही चरण में कराए जाए या फिर एक से अधिक चरण में.
- News18Hindi
- Last Updated: February 22, 2021, 3:51 PM IST
नई दिल्ली. केरल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों (Kerala Coronavirus Cases) को लेकर चुनाव आयोग चिंतित है. चुनाव आयोग (Election Commission of India) अपनी अगली बैठक में केरल में कोरोना के बढ़ते मामलों का मतदान, चुनाव प्रबंधन पर असर और चुनाव की योजना पर चर्चा करेगा. अप्रैल-मई में जिन पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव (Assembly Elections) होने हैं उनमें केरल भी शामिल है. चुनाव आयोग के हाल के केरल दौरे और राज्य में बढ़ते कोरोना मामलों की संख्या ने चुनाव आयोग की मुश्किलें और चिंता बढ़ा दी है. केरल में जिस तरह से कोरोना के दिन प्रतिदिन मामले सामने आ रहे हैं उससे चुनाव आयोग को अपने चुनाव प्रबंधन पर सोचने को एक बार फिर से मजबूर कर दिया है.
चुनाव आयोग के सूत्र ने बताया कि कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या चुनाव आयोग के लिए चिंता का विषय है और देखना होगा कि वहां कैसे चुनाव कराए जाते हैं. आमतौर पर केरल में एक चरण में चुनाव कराया जाता रहा है लेकिन चुनाव आयोग अगली बैठक में इस विकल्प पर भी विचार करेगा कि क्या कोरोना की वजह से मतदान एक ही चरण में कराए जाए या फिर एक से अधिक चरण में.
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कोरोना में बढ़ते मामलों की संख्या केरल में कोरोना के 10 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 58 हजार से अधिक इनमें सक्रिय मामले है. अब तक राज्य में 4 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार को 4070 नए मामले सामने आये हैं और 15 लोगो की मौत हुई है.
चुनाव आयोग से तमाम दलों ने की है एक चरण में चुनाव कराने की मांग
चुनाव आयोग ने 12 से 15 फरवरी तक केरल का दौरा किया था. मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों चुनाव आयुक्त ने इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी बात की थी. सभी दलों के लोगो ने चुनाव आयोग से एक चरण में मतदान कराने की मांग की थी. लेफ्ट, कांग्रेस, बीजेपी और बाकी दलों ने एक चरण में मतदान की मांग की है.

चुनाव आयोग की बैठक मंगलवार यानी 23 फरवरी को हो सकती है. इस बैठक में केरल समेत बाक़ी राज्यों के चुनाव कार्यक्रम पर चर्चा होगी.
चुनाव आयोग के सूत्र ने बताया कि कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या चुनाव आयोग के लिए चिंता का विषय है और देखना होगा कि वहां कैसे चुनाव कराए जाते हैं. आमतौर पर केरल में एक चरण में चुनाव कराया जाता रहा है लेकिन चुनाव आयोग अगली बैठक में इस विकल्प पर भी विचार करेगा कि क्या कोरोना की वजह से मतदान एक ही चरण में कराए जाए या फिर एक से अधिक चरण में.
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कोरोना में बढ़ते मामलों की संख्या केरल में कोरोना के 10 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 58 हजार से अधिक इनमें सक्रिय मामले है. अब तक राज्य में 4 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार को 4070 नए मामले सामने आये हैं और 15 लोगो की मौत हुई है.
चुनाव आयोग से तमाम दलों ने की है एक चरण में चुनाव कराने की मांग
चुनाव आयोग ने 12 से 15 फरवरी तक केरल का दौरा किया था. मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों चुनाव आयुक्त ने इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी बात की थी. सभी दलों के लोगो ने चुनाव आयोग से एक चरण में मतदान कराने की मांग की थी. लेफ्ट, कांग्रेस, बीजेपी और बाकी दलों ने एक चरण में मतदान की मांग की है.
चुनाव आयोग की बैठक मंगलवार यानी 23 फरवरी को हो सकती है. इस बैठक में केरल समेत बाक़ी राज्यों के चुनाव कार्यक्रम पर चर्चा होगी.