होम /न्यूज /राष्ट्र /अमृतपाल सिंह केस: विदेश में हिंसक प्रदर्शन की प्लानिंग कर रहे खालिस्तानी, भारतीय दूतावासों को लेकर बढ़ी चिंता

अमृतपाल सिंह केस: विदेश में हिंसक प्रदर्शन की प्लानिंग कर रहे खालिस्तानी, भारतीय दूतावासों को लेकर बढ़ी चिंता

विदेश (US, UK, Canada) में भारीतय दूतावासों को टारगेट करने के फिराक में हैं खालिस्तान समर्थक. (फोटो-न्यूज़18)

विदेश (US, UK, Canada) में भारीतय दूतावासों को टारगेट करने के फिराक में हैं खालिस्तान समर्थक. (फोटो-न्यूज़18)

विदेश में खालिस्तान समर्थकों ने अपनी हलचल बढ़ा दी है. संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस), यूनाइटेड किंगडम (यूके) और कनाडा में ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

विदेश में अमृतपाल के समर्थन में उतरे खालिस्तान समर्थक.
भारतीय बहुल देशों में हिंसक विरोध प्रदर्शन की आशंका.
यूएस, यूके और कनाडा को लेकर भारत सरकार सतर्क.

अंकुर शर्मा
Operation Amritpal.
पंजाब में स्थिति लगभग नियंत्रण में आती दिख रही है तभी विदेशों में खालिस्तान समर्थकों ने अपनी हलचल बढ़ा दी है. लेकिन इससे भारत सरकार को चिंता क्यों होने लगी है? जवाब ये है कि, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस), यूनाइटेड किंगडम (यूके) और कनाडा में खालिस्तान समर्थक संस्थाओं ने अमृतपाल सिंह को समर्थन दिखाने और उसे गिरफ्तार न करने के लिए, और भारत सरकार पर दबाव बनाने के लिए भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों को निशाना बनाते हुए हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं या करने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसा ही एक उदाहरण कल यानी रविवार को लंदन में देखने को मिला जब भारतीय उच्चायोग में खालिस्तान समर्थक समूहों ने तिरंगा झंडे को उतार कर खालिस्तान का झंडा लगाने की कोशिश की, हालांकि वे नाकाम रहे.

विदेश में खालिस्तानियों का विरोध प्रदर्शन
स्वयंभू कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसका संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ पर पुलिस नकेल कसने की कोशिश में है. अभी अमृतपाल सिंह को पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर दिया है जबकि उसके कई साथियों और समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उधर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने 18 मार्च से विदेश में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बारे में विदेश मंत्रालय को सूचित और सतर्क कर दिया है और इसके एक सप्ताह तक जारी रहने की उम्मीद है. 

सोशल मीडिया के जरिये विरोध का पोस्टर जारी कर कर रहे हैं खालिस्तान समर्थक

लंदन के बाद यूएस और कनाडा निशाने पर
लंदन के बाद खालिस्तानी अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को और न्यूयॉर्क जैसी जगहों जहां भारतीयों की संख्या अधिक है वहां प्रदर्शन के फ़िराक में हैं. इसके लिए इसके लिए उन्होंने वहां की सरकार से परमिशन भी मांगी है. उधर भारतीय सरकार ने खुफिया एजेंसियों की ख़बरों पर गौर करते हुए इन देशों की लोकल पुलिस को इसकी सूचना भेज दी गयी है. वहीं भारत सरकार ने अपने अधिकारियों को किसी प्रकार की बहसबाजी से बचने की सलाह दी है. वहीं, यूएस में एक वरिष्ठ अधिकारी ने डिप्लोमेट्स और अन्य अधिकारियों की सुरक्षा  रखते हुए स्थानीय पुलिस से विरोध प्रदर्शन के लिए अनुमति न देने की गुजारिश की है. 

खुफिया एजेंसियों ने किया सतर्क
भारत सरकार को सबसे बड़ी चिंता यूके और कनाडा को लेकर है, क्योंकि इन राष्ट्रों में बड़े स्तर पर भारतीय खालिस्तान को समर्थन दे रहे है. भारत के बाहर खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां प्रदर्शन के हिंसक होने की आशंका है. वहीं, खुफिया एजेंसियों ने आने वाले दिनों में विभिन्न बाजारों और जगहों पर खालिस्तान समर्थक समूहों द्वारा टकराव होने की अनुमान लगाया है, जहां भारतीयों की भारी भीड़ रहती है.

Tags: Amritpal Singh, Indian Embassy, Intelligence agency, Khalistani

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें