दिल्ली कूच पर निकले किसानों पर हरियाणा बॉर्डर के पास चलाई गई वॉटर कैनन, केजरीवाल बोले - किसानों पर ये जुल्म गलत

किसानों पर वॉटर कैनन का बुधवार को इस्तेमाल हुआ था (PTI)
केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ सफल ना होने पाए इसके लिए दिल्ली पुलिस और हरियाणा सीमा पर वॉटर कैनन से बौछार की गई. गुरुवार को आंसू गैस के गोले भी दागे गए.
- News18Hindi
- Last Updated: November 26, 2020, 3:55 PM IST
नई दिल्ली. केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बीते मानसून सत्र में पास किए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली कूच करने वाले किसानों को हरियाणा और दिल्ली की सीमा पर ही रोका जा रहा है. बुधवार को पुलिस कार्रवाई के दौरान उन पर वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया गया. अब इस पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने आ रहे किसानों को रोकना नहीं चाहिए था.
केजरीवाल ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा- 'केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं. ये बिल वापस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं. किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है.'
गौरतलब है कि बुधवार को हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए अंबाला और कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी की बौछारों का भी उपयोग किया. भाजपा शासित हरियाणा ने किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ के मद्देनजर पंजाब के साथ अपनी बस सेवा बुधवार से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी है.
केजरीवाल ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा- 'केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं. ये बिल वापस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं. किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है.'
वहीं गुरुवार को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाने के लिए अंबाला (हरियाणा) के पास शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा हुए किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे.केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं। किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 26, 2020
#WATCH Police use tear gas shells to disperse farmers who are gathered at Shambhu border, near Ambala (Haryana) to proceed to Delhi to stage a demonstration against the farm laws pic.twitter.com/ER0w4HPg77
— ANI (@ANI) November 26, 2020
गौरतलब है कि बुधवार को हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए अंबाला और कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी की बौछारों का भी उपयोग किया. भाजपा शासित हरियाणा ने किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ के मद्देनजर पंजाब के साथ अपनी बस सेवा बुधवार से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी है.