Kisaan Aandolan: CM अमरिंदर सिंह ने अमित शाह से की किसानों का मुद्दा सुलझाने की अपील, कहा- ये राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा

Kisaan Aandolan: केंद्र और किसान नेताओं के बीच बातचीत से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की.
Kisaan Aandolan: केंद्र और किसान नेताओं के बीच बातचीत से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की.
- News18Hindi
- Last Updated: December 3, 2020, 4:37 PM IST
नई दिल्ली. किसान आंदोलन (Kisaan Aandolan) के मुद्दे पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amridner Singh) ने गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. मुलाकात के बाद अमरिंदर सिंह ने पत्रकारों से बात की. अमरिंदर सिंह ने कहा- 'किसानों और केंद्र के बीच चर्चा चल रही है, मेरे हिस्से में समाधान करने के लिए कुछ भी नहीं है. मैंने गृह मंत्री के साथ अपनी बैठक में अपना विरोध दोहराया और उनसे इस मुद्दे को हल करने का अनुरोध किया क्योंकि यह मेरे राज्य की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की सुरक्षा को प्रभावित कर रहा है.'
वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मानसा और मोगा के दोनों किसानों के परिवारों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. बता दें मानसा और मोगा के दो किसान आंदोलन में मारे गए थे.
बता दें पंजाब के मुख्यमंत्री और उनकी कांग्रेस पार्टी किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है और पंजाब विधानसभा ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को निष्प्रभावी बनाने के लिए विधेयक भी पारित किये हैं. वैसे सिंह ने कहा था कि वह और उनकी सरकार सभी के सामूहिक हित में केंद्र और किसानों के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं.
सितंबर में ये तीनों कानून बनाये गयेप्रदर्शनकारी किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं और सरकार से नए कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. उनमें से ज्यादातर किसान पंजाब से हैं. किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच गुरुवार को अगले दौर की बातचीत होने वाली है. इससे पहले मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच वार्ता बेनतीजा रही थी.

सितंबर में ये तीनों कानून बनाये गये थे और सरकार का दावा है कि उनसे बिचौलिये हटेंगे एवं किसान देश में कहीं भी अपनी उपज बेच पाएंगे तथा कृषि क्षेत्र में सुधार आएगा. किसानों को डर है कि इन कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी तथा मंडी खत्म हो जाएंगी. हालांकि, सरकार का कहना है कि एमएसपी व्यवस्था जारी रहेगी तथा नए कानून किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए और विकल्प उपलब्ध कराएंगे.
वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मानसा और मोगा के दोनों किसानों के परिवारों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. बता दें मानसा और मोगा के दो किसान आंदोलन में मारे गए थे.
बता दें पंजाब के मुख्यमंत्री और उनकी कांग्रेस पार्टी किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है और पंजाब विधानसभा ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को निष्प्रभावी बनाने के लिए विधेयक भी पारित किये हैं. वैसे सिंह ने कहा था कि वह और उनकी सरकार सभी के सामूहिक हित में केंद्र और किसानों के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं.
सितंबर में ये तीनों कानून बनाये गयेप्रदर्शनकारी किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं और सरकार से नए कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. उनमें से ज्यादातर किसान पंजाब से हैं. किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच गुरुवार को अगले दौर की बातचीत होने वाली है. इससे पहले मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच वार्ता बेनतीजा रही थी.
सितंबर में ये तीनों कानून बनाये गये थे और सरकार का दावा है कि उनसे बिचौलिये हटेंगे एवं किसान देश में कहीं भी अपनी उपज बेच पाएंगे तथा कृषि क्षेत्र में सुधार आएगा. किसानों को डर है कि इन कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी तथा मंडी खत्म हो जाएंगी. हालांकि, सरकार का कहना है कि एमएसपी व्यवस्था जारी रहेगी तथा नए कानून किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए और विकल्प उपलब्ध कराएंगे.