कृषि मंत्री बोले - झूठ स्वीकारें राहुल और सोनिया गांधी, इधर नई समिति से बात पर किसानों का इनकार

किसान और सरकार के बीच अगली बैठक 19 जनवरी यानि गुरुवार को होगी. (फोटो: ANI/Twitter)
Farmers Protest: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'अगर इस बात का घोषणा पत्र में जिक्र मिला, तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और सोनिया गांधी को मीडिया के सामने आना चाहिए और यह स्वीकार करना चाहिए कि वे तब झूठ बोल रहे थे या अब बोल रहे हैं.'
- News18Hindi
- Last Updated: January 15, 2021, 7:26 PM IST
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली की सरहदों पर अभी किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा. शुक्रवार को हुई 9वें दौर की बैठक बेनतीजा रही है. मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात कर रहे केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा है कि ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर सरकार चिंतित है. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पार्टी को भी घेरा. साथ ही तोमर ने किसानों से अपनी मांगों को लेकर लचीला होने की अपील की है. किसान और सरकार के बीच अगली बैठक 19 जनवरी यानि मंगलवार को होगी.
नई समिति के सामने अपना पक्ष रखेगी सरकार
उन्होंने कहा, 'किसान संगठनों के साथ आज की बात निर्णायक नहीं हो सकी. हम 19 जनवरी को फिर बात करेंगे.' उन्होंने कहा, 'हम बातचीत के जरिए समाधान तक पहुंचने की बात पर भरोसा रखे हुए हैं. सरकार ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर चिंतित है.' हालांकि, इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी सवाल उठाए हैं.
बैठक के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने साफ कर दिया है कि सरकार अब अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की तरफ से गठित की गई समिति के सामने अपनी बात रखेगी. शुक्रवार को उन्होंने कहा, 'जब भी कहा जाएगा, तब सरकार अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट की तैयार की हुई समिति के सामने अपना पक्ष रखेगी.' हालांकि, किसानों ने नई समिति के पास जाने से इनकार कर दिया है.किसान संगठन के प्रमुख राकेश टिकैत ने बैठक के बाद साफ कर दिया है कि कानून वापसी तक आंदोलन नहीं रुकेगा. उन्होंने कहा, 'हमारी कानून वापस लेने और एमएसपी गारंटी बनाए रखने की मांग बनी हुई हैं. हम सुप्रीम कोर्ट की बनाई हुई समिति के पास नहीं जाएंगे. हम केवल केंद्र सरकार से बात करेंगे.'
यह भी पढ़ें: 9वीं बार भी किसानों और सरकार के बीच नहीं बनी बात, 19 जनवरी को दोबारा होगी बैठक
कांग्रेस और राहुल गांधी पर सवाल उठाए
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयानों और कामों पर हंसती है, उनका मजाक उड़ाती है.' इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की तरफ से जारी किए गए 2019 चुनाव का घोषणा पत्र भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा, 'मैं यह याद दिलाना चाहूंगा कि उनके 2019 के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने वादा किया था कि वे इस बदलाव को लेकर आएंगे. अगर उन्हें याद नहीं है, तो उन्हें अपना घोषणा पत्र दोबारा पढ़ना चाहिए.'

कृषि मंत्री ने कहा है कि अगर कांग्रेस का वादा घोषणा पत्र में मिला, तो उन्हें मीडिया के सामने आना होगा. उन्होंने कहा, 'अगर इस बात का घोषणा पत्र में जिक्र मिला, तो राहुल गांधी और सोनिया गांधी को मीडिया के सामने आना चाहिए और यह स्वीकार करना चाहिए कि वे तब झूठ बोल रहे थे या अब बोल रहे हैं.'
नई समिति के सामने अपना पक्ष रखेगी सरकार
उन्होंने कहा, 'किसान संगठनों के साथ आज की बात निर्णायक नहीं हो सकी. हम 19 जनवरी को फिर बात करेंगे.' उन्होंने कहा, 'हम बातचीत के जरिए समाधान तक पहुंचने की बात पर भरोसा रखे हुए हैं. सरकार ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर चिंतित है.' हालांकि, इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी सवाल उठाए हैं.
बैठक के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने साफ कर दिया है कि सरकार अब अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की तरफ से गठित की गई समिति के सामने अपनी बात रखेगी. शुक्रवार को उन्होंने कहा, 'जब भी कहा जाएगा, तब सरकार अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट की तैयार की हुई समिति के सामने अपना पक्ष रखेगी.' हालांकि, किसानों ने नई समिति के पास जाने से इनकार कर दिया है.किसान संगठन के प्रमुख राकेश टिकैत ने बैठक के बाद साफ कर दिया है कि कानून वापसी तक आंदोलन नहीं रुकेगा. उन्होंने कहा, 'हमारी कानून वापस लेने और एमएसपी गारंटी बनाए रखने की मांग बनी हुई हैं. हम सुप्रीम कोर्ट की बनाई हुई समिति के पास नहीं जाएंगे. हम केवल केंद्र सरकार से बात करेंगे.'
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कांग्रेस और राहुल गांधी पर सवाल उठाए
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयानों और कामों पर हंसती है, उनका मजाक उड़ाती है.' इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की तरफ से जारी किए गए 2019 चुनाव का घोषणा पत्र भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा, 'मैं यह याद दिलाना चाहूंगा कि उनके 2019 के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने वादा किया था कि वे इस बदलाव को लेकर आएंगे. अगर उन्हें याद नहीं है, तो उन्हें अपना घोषणा पत्र दोबारा पढ़ना चाहिए.'
कृषि मंत्री ने कहा है कि अगर कांग्रेस का वादा घोषणा पत्र में मिला, तो उन्हें मीडिया के सामने आना होगा. उन्होंने कहा, 'अगर इस बात का घोषणा पत्र में जिक्र मिला, तो राहुल गांधी और सोनिया गांधी को मीडिया के सामने आना चाहिए और यह स्वीकार करना चाहिए कि वे तब झूठ बोल रहे थे या अब बोल रहे हैं.'