Kisan Andolan: किसान आंदोलन में अब तक 11 की मौत, राहुल गांधी ने पूछा- और कितनी आहुति देनी होगी?

राहुल गांधी फाइल फोटो- PTI
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) में शामिल हुए किसानों की मौत पर केंद्र सरकार से सवाल किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस किसान आंदोलन में अब तक 11 किसानों की मौत हो चुकी है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 12, 2020, 10:49 AM IST
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) में शामिल हुए किसानों की मौत को लेकर केंद्र सरकार से सवाल किया है. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है किसान आंदोलन में अब तक 11 किसानों की मौत हो चुकी है. ये किसान पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों के निवासी थे. बीते दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि किसान आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवाजा दिया जाएगा.
वायनाड सांसद ने एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, 'कृषि क़ानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी?' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष द्वारा शेयर की गई खबर में दावा किया गया है कि अब तक 11 किसानों की मौत हो गई है. खबर में कहा गया है कि तन्ना सिंह, जनकराज, गजन सिंह, गुरजंट सिंह, लखबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, मेवा सिंह, राममेहर, अजय कुमार, किताब सिंह और कृष्ण लाल गुप्ता की मौत हो चुकी है.
सरकार चाहती है सभी किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए: राहुल
इससे पहले राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को आरोप लगाया था कि देश के कृषक पंजाब के किसानों के बराबर आय चाहते हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी आय बिहार के किसानों के बराबर करना चाहती है.
उन्होंने विभिन्न प्रदेशों में प्रति किसान औसत आय से जुड़ा एक ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘किसान चाहता है कि उसकी आय पंजाब के किसान जितनी हो जाए. मोदी सरकार चाहती है कि देश के सब किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए.’

कांग्रेस नेता ने जो ग्राफ साझा किया उसके मुताबिक, पंजाब में प्रति किसान औसत आय 2,16 ,708 रुपये (वार्षिक) है जो देश में सबसे ज्यादा है. इस ग्राफ में यह भी दर्शाया गया है कि बिहार में प्रति किसान औसत आय 42,684 रुपये (वार्षिक) है जो देश के कई राज्यों के मुकाबले बहुत कम है.
वायनाड सांसद ने एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, 'कृषि क़ानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी?' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष द्वारा शेयर की गई खबर में दावा किया गया है कि अब तक 11 किसानों की मौत हो गई है. खबर में कहा गया है कि तन्ना सिंह, जनकराज, गजन सिंह, गुरजंट सिंह, लखबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, मेवा सिंह, राममेहर, अजय कुमार, किताब सिंह और कृष्ण लाल गुप्ता की मौत हो चुकी है.
कृषि क़ानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी? pic.twitter.com/GSnazbYDoA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 12, 2020
सरकार चाहती है सभी किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए: राहुल
इससे पहले राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को आरोप लगाया था कि देश के कृषक पंजाब के किसानों के बराबर आय चाहते हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी आय बिहार के किसानों के बराबर करना चाहती है.
उन्होंने विभिन्न प्रदेशों में प्रति किसान औसत आय से जुड़ा एक ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘किसान चाहता है कि उसकी आय पंजाब के किसान जितनी हो जाए. मोदी सरकार चाहती है कि देश के सब किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए.’
कांग्रेस नेता ने जो ग्राफ साझा किया उसके मुताबिक, पंजाब में प्रति किसान औसत आय 2,16 ,708 रुपये (वार्षिक) है जो देश में सबसे ज्यादा है. इस ग्राफ में यह भी दर्शाया गया है कि बिहार में प्रति किसान औसत आय 42,684 रुपये (वार्षिक) है जो देश के कई राज्यों के मुकाबले बहुत कम है.