कोलकाता: 150 साल पुराना इंडियन कॉफी हाउस बना सियासी अखाड़ा

कॉफी हाउस की फाइल फोटो (साभार: News18 English)
कोलकाता स्थित इंडियन कॉफा हाउस (Indian Coffee House) पर पोस्टर्स को लेकर भारतीय जनता पार्टी और लेफ्ट समर्थित दल के बीच विवाद हो गया. इस विवाद को लेकर बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने जमकर प्रदर्शन किया.
- News18Hindi
- Last Updated: March 19, 2021, 4:05 PM IST
कोलकाता. 1876 में कोलकाता (Kolkata) में स्थापित हुए इंडियन कॉफी हाउस में इन दिनों राजनीतिक तापमान चढ़ा हुआ है. विवाद हुआ तब, जब लेफ्ट समर्थित संगठन ने कॉफ़ी हाउस की दीवारों पर नो वोट टू बीजेपी और बंगाल अगेंस्ट फासिस्ट बीजेपी (BJP)/आरएसएस (RSS) लिखे लाल रंग के पोस्टर चिपका दिए. इन पोस्टरों की भनक लगते ही दिल्ली बीजेपी के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के नेतृत्व में लगभग 40 से 50 बीजेपी कार्यकर्ता भगवा रंग की टीशर्ट पहनकर पहुंच गए.
इन टीशर्ट्स पर पर मोदीपाड़ा अभियान की जानकारी दी गई थी कॉफी हाउस में आए और लेफ्ट के आरोपों के मुताबिक उन्होंने कॉफी पी और कथित रूप से जय श्री राम और प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में नारा लगाया. साथ ही जिन पोस्टर पर नो वोट फॉर बीजेपी लिखा था उनमें से नो मिटा दिया और कुछ पोस्टर को फाड़ा भी. वहां पर लेफ्ट के कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया.
बाद में लेफ्ट के लोगों ने इस घटना का जवाब प्रभु श्री राम की तस्वीर लेकर जिनके माथे पर नो वोट फॉर बीजेपी लिखा था, इंडियन कॉफी हाउस के सामने प्रदर्शन कर दिया. इस बात से बीजेपी नाराज है और इस संगठन पर प्रभु श्री राम का अपमान करने का आरोप लगा रही है. कॉफ़ी हाउस के कर्मचारी तपन पहाड़ी का कहना है कि,'सोमवार को बीजेपी के 30 या 40 लोग आए गेरुआ कपड़ा पहन के यहां आया खाना खाया बिल दिया, लेकिन यहां से जाने के बाद सीढ़ी पर जो पोस्टर लगा था उसको फाड़ दिया ,जय श्री राम और मोदीपाड़ा ज़िंदाबाद का नारा लगाया और निकल गए.'
वे आगे कहते हैं, 'उसके दूसरे दिन उसका विरोध हुआ,कुछ लोग कॉफी हाउस के अंदर आए, लेकिन हमने इकठ्ठा होकर उनको निकाल दिए. भगवान राम वाली तस्वीर न देखा न ये मालूम है. कॉफ़ी हाउस के अंदर वह लोग आए खाए पिए बिल देकर निकल गई यहां कुछ नहीं हुआ. जो हुआ वो जाते वक्त सीढ़ी पर हुआ. बीजेपी के जवाब में लेफ्ट समर्थित संगठन ने भगवान राम की तस्वीर जिसपर नो वोट टू बीजेपी लिखा है, को लेकर इंडियन कॉफ़ी हाउस के सामने प्रदर्शन किया.
हमने इस बाबत जानकारी जुटाने के लिए कई दुकानदारों से बात की है लेकिन हर दुकानदार बहाने बनाता रहा कि हमने नहीं देखा या मैं नहीं था. जबकि प्रदर्शन वाली तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि यह उनकी दुकान के ठीक सामने ही हुआ था. बिना कैमरे के कुछ दुकानदारों ने कहा कि अगर हम प्रदर्शन करने वालों के बारे में कुछ भी बोलेंगे, तो हमारे लिए दुकान चलाना मुश्किल हो जाएगा.
इन टीशर्ट्स पर पर मोदीपाड़ा अभियान की जानकारी दी गई थी कॉफी हाउस में आए और लेफ्ट के आरोपों के मुताबिक उन्होंने कॉफी पी और कथित रूप से जय श्री राम और प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में नारा लगाया. साथ ही जिन पोस्टर पर नो वोट फॉर बीजेपी लिखा था उनमें से नो मिटा दिया और कुछ पोस्टर को फाड़ा भी. वहां पर लेफ्ट के कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया.
बाद में लेफ्ट के लोगों ने इस घटना का जवाब प्रभु श्री राम की तस्वीर लेकर जिनके माथे पर नो वोट फॉर बीजेपी लिखा था, इंडियन कॉफी हाउस के सामने प्रदर्शन कर दिया. इस बात से बीजेपी नाराज है और इस संगठन पर प्रभु श्री राम का अपमान करने का आरोप लगा रही है. कॉफ़ी हाउस के कर्मचारी तपन पहाड़ी का कहना है कि,'सोमवार को बीजेपी के 30 या 40 लोग आए गेरुआ कपड़ा पहन के यहां आया खाना खाया बिल दिया, लेकिन यहां से जाने के बाद सीढ़ी पर जो पोस्टर लगा था उसको फाड़ दिया ,जय श्री राम और मोदीपाड़ा ज़िंदाबाद का नारा लगाया और निकल गए.'
हमने इस बाबत जानकारी जुटाने के लिए कई दुकानदारों से बात की है लेकिन हर दुकानदार बहाने बनाता रहा कि हमने नहीं देखा या मैं नहीं था. जबकि प्रदर्शन वाली तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि यह उनकी दुकान के ठीक सामने ही हुआ था. बिना कैमरे के कुछ दुकानदारों ने कहा कि अगर हम प्रदर्शन करने वालों के बारे में कुछ भी बोलेंगे, तो हमारे लिए दुकान चलाना मुश्किल हो जाएगा.